पाकिस्तान को फिर लगा जोर का झटका, निर्यात में बड़ी गिरावट
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भारत से इंजीनियरिंग वस्तुओं के निर्यात में आई वृद्धि, आयातक देशों में टॉप पर 'अमेरिका'

Kavita Singh Rathore

अमेरिका, दुनिया। आज भारत के संबंध लगभग हर देश से अच्छे हैं। चाहे वो अमेरिका हो या रूस। भारत और अन्य देशों के बीच रिश्ते अच्छे होने के कारण भारत और उन देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं का आयात-निर्यात होता है। कभी भारत से होने वाला आयात का आंकड़ा बढ़ जाता है, तो कभी निर्यात का। वहीं, अब खबर आई है कि, भारत से जिन देशों में इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात होता है। उनमें अमेरिका का नाम टॉप पर है।

आयात के मामले में टॉप पर अमेरिका :

दरअसल, भारत से कई देशों में इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात (Export) किया जाता रहा है। वहीँ, इस साल इन देशों की लिस्ट में अमेरिका का नाम टॉप पर है। इस प्रकार साल 2022-23 में अमेरिका को हुए निर्यात ले आंकड़े में 6.8% की बढ़त दर्ज हुई है। यह आंकड़ा बढ़कर 18.67 अरब डॉलर का हो गया है। जबकि, इसी दौरान चीन को होने वाला निर्यात 52.4% कि कमी दर्ज करते हुए 2.63 अरब डॉलर रह गया, जबकि, यह आंकड़ा एक साल पहले 5.53 अरब डॉलर पर था।

इन देशों का हैं नाम शामिल :

बताते चलें, भारत से जिन देशों में इंजीनियरिंग वस्तुओं के निर्यात होता है और 2022-23 के दौरान जिनके निर्यात में बढ़त दर्ज हुई है उन देशों में ब्रिटेन, जर्मनी, सिंगापुर, सऊदी अरब, मैक्सिको और इंडोनेशिया का नाम शामिल हैं। जबकि, भारत से संयुक्त अरब अमीरात (UAE), तुर्किये और थाईलैंड होने वाले निर्यात में गिरावट दर्ज हुई है। वित्त वर्ष 2021-22 में भारत से होने वाले इंजीनियरिंग के निर्यात का आंकड़ा कुचल 112.16 अरब डॉलर का रहा था। जबकि, साल 2022-23 में यह आंकड़ा 4.57% घटकर 107.40 अरब डॉलर पर आ गया है।

500 अरब डॉलर के पार जा सकता मर्चेंडाइज निर्यात :

बताते चलें, इस मामले में सामने आई रिपोर्ट की माने तो, देश का मर्चेंडाइज निर्यात इस वित्त वर्ष में 500 अरब डॉलर के पार पहुंचने की संभावना है। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन की मानें तो, 'विश्व के प्रमुख बाजारों में घरेलू सामानों की बेहतर मांग से अमेरिका सहित अन्य देशों में निर्यात बढ़ेगा।' बता दें, 1 अप्रैल, 2021 से लेकर इस साल 31 जनवरी तक सरकार उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (PLI) के लिए कुल 1,181 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।

दूरसंचार विभाग ने बताया :

वहीँ, दूरसंचार विभाग ने बताया है कि, 'इस योजना के तहत इस साल फरवरी में कुल 13,541.27 करोड़ रुपये की बिक्री हुई। निर्यात 5,746.90 करोड़ रुपये का रहा। फरवरी में 3,418 वाई फाई हॉटस्पॉट लगाए गए जबकि कुल ह़ॉटस्पॉट की संख्या 1.47 लाख के पार पहुंच गई। भारतीय टेलीफोन उद्योग (सरकारी) का कारोबार 68.44 करोड़ रुपये रहा।'

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