हाइलाइट्स :
वित्तीय संकट से जूझ रही कंपनियों को मिली कुछ राहत
BSNL-MTNL को मिली कैबिनेट से मंजूरी
VRS योजना पर कर रही काम
किया जा रहा है 15000 करोड़ रूपये का सॉवरेन बांड पर कार्य
2 साल बाद BSNL होगी फायदे में
राज एक्सप्रेस। वित्तीय संकट से जूझ रही सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) और एमटीएनएल (MTNL) की मांग को कैबिनेट ने स्वीकार कर लिया है, साथ ही इन दोनों के कायाकल्प को मंजूरी भी मिल गई है। इतना ही नहीं केंद्र की सरकार ने दोनों ही टेलिकॉम कंपनियों को लगभग 14 हजार करोड़ रूपये देने की भी बात कही है। इस अमाउंट में से 10 हजार करोड़ रूपये की धन राशि BSNL और 4 हजार करोड़ रूपये की धन राशि MTNL को दी जाएगी।
DOT ने लिया यह फैसला :
डिपार्टमेंट ऑफ़ टेलेकम्युनिकशन्स (DOT) ने टेलिकॉम कंपनी BSNL के पुनरुद्धार के लिए VRS योजना पर काम कर रहा है, जिसके तहत BSNL के कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (VRS) का सुझाव दिया जाएगा, इससे उन्हें भी फायदा होगा और कंपनी को भी, इसके अलावा कंपनी की भूमि का मुद्रीकरण करेगी। साथ ही, इन कंपनियों को बेचने का कोई प्लान नहीं है। सरकार पहले ही इन टेलिकॉम कंपनियों के साथ बहुत गलत कर चुकी है, लेकिन अब कंपनी इन्हे प्रतिस्पर्धी बनाना चाहती है। यही कारण है कि, अब कंपनी को 15000 करोड़ रूपये का सॉवरेन बांड बनाने पर कार्य किया जाएगा। इतना ही नहीं अगले 4 साल में 38000 करोड़ रूपये को मोनेटाइज की भी योजना है।
इस काम आएगी ये धन राशि :
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, BSNL कंपनी में लगभग 176,000 कर्मचारी हैं। BSNL को मिली राशि का इस्तेमाल कर्मचारियों को VRS देने के लिए किया जाएगा। खबरों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, BSNL और MTNL के कर्मचारियों के लिए सरकार बहुत ही आकर्षक VRS से जुड़ी योजना लेकर आने वाली है जिस पर दोनों कंपनियां काम कर रही हैं। फिलहाल इस बात की जानकारी नहीं लग पाई है कि, कंपनियां अपने कर्मचारियों को किस आधार पर VRS देंगी। प्राप्त जानकारी से सिर्फ इतना पता चला है कि, BSNL कंपनी VRS पैकेजों को 6,365 करोड़ रूपये नकद और बांड के माध्यम से उपलब्ध करने पर विचार कर रही है।
घाटे में चल रही दोनों टेलिकॉम कंपनियां :
कुछ समय से सार्वजनिक क्षेत्र की दोनों ही टेलिकॉम कंपनियां BSNL और MTNL लगातार घाटे में चल रही हैं। इतना ही नहीं दोनों कंपनियों को अपने कर्मचारियों को वेतन देने में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, BSNL कंपनी 2009-10 से घाटे में चल रही है। इसके अलावा, कंपनी ने 6,767.5 करोड़ रूपये के इक्विटी जलसेक द्वारा 4 जी स्पेक्ट्रम आवंटित किया। इसी मुद्दे पर पूछे जाने पर BSNL कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक पी के पुरवार ने बताया कि, -
BSNL सबसे कम लीवरेज्ड दूरसंचार कंपनी है। हमारे पास कुछ विरासत संबंधी मुद्दे हैं क्योंकि हमारे पास बड़ी जनशक्ति है।पी के पुरवार, प्रबंध निदेशक
भूख हड़ताल की स्थगित :
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, पिछले कुछ समय से BSNL कंपनी के कर्मचारी कई बार भूख हड़ताल कर चुके हैं, हाल ही में संघ ने शीर्ष प्रबंधन के साथ हुई बैठक के बाद अपनी होने वाली भूख हड़ताल को स्थगित करने का फैसला ले लिया है, इस बैठक में शीर्ष प्रबंधन ने 23 अक्टूबर तक सितंबर के वेतन का भुगतान करने का वादा किया था।
2 साल बाद BSNL होगी फायदे में :
केंद्रीय मंत्री का कहना है कि, BSNL और MTNL को मर्ज किया जाएगा जिसमें कुछ समय लगेगा और जब तक MTNL कंपनी BSNL की सब्सिडियरी के रूप में काम करेगी, जिसके द्वारा 2 साल बाद BSNL को घाटे से निकाल कर मुनाफे में लाया जा सकेगा। फ़िलहाल की स्थिति में देखा जाये तो, BSNL के कर्मचारियों को दिवाली से पहले सैलरी मिल सकती है।
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