राज एक्सप्रेस। दुनियाभर में इस्तेमाल होने वाली करोड़ों लोगों की लोकप्रिय इंस्टेंट मेसेजिंग ऐप WhatsApp ने पिछले साल अपनी एक नई पॉलिसी को पेश करने की बात कही थी, जिसके बाद WhatsApp को लेकर कई विवाद उठ खड़े हुए थे। हालांकि, कंपनी ने उस समय के लिए नई पॉलिसी लागू करने का विचार त्याग दिया था और इस पॉलिसी को मई से लागू करने का फैसला किया था। वहीं, अब WhatsApp ऐप एक बार फिर विवादों में नजर आरही है। इस बार CCI ने WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी के खिलाफ जांच के आदेश जारी किए हैं।
CCI ने दिए जांच के आदेश :
दरसाल, WhatsApp अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी के चलते साल की शुरुआत से ही चर्चा में है। इतना ही नहीं कंपनी इस मामले में अपनी तरफ से सफाई देते हुए बयान भी जारी किया था। इसके बावजूद भी अब 'भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग' (CCI) ने WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी को पहली नजर में शोषणकारी और भेदभाव वाले आचरण का माना है। इतना ही नहीं CCI ने WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी की जांच करने के भी आदेश दिए हैं। इन आदेशों के बाद आयोग के महानिदेशक प्राइवेसी पॉलिसी की जांच करेंगे।
कंपनी कर रही एकाधिकार का दुरुपयोग :
आयोग का कहना है कि, 'कंपनी प्राइवेसी पॉलिसी में शब्दों से खेलकर एकाधिकार का दुरुपयोग कर रही है। आयोग ने इस मामले में संज्ञान लिया है इसके बाद ही इस मामले की सुनवाई के दौरान फैसले में कहा, 'WhatsApp की प्राइवेसी पॉलिसी में कंपनी ने यह भी साफ नहीं है कि, WhatsApp नागरिकों का किस तरह के डाटा का इस्तेमाल करा या फेसबुक के अलावा किसी तीसरे पक्ष के साथ भी डाटा की शेयरिंग करेगा? इस जानकारी में कारोबारियों से बात करने, सेवा संबंधी जानकारियां लेने, पैसों के लेन-देन व कारोबार से जुड़े डाटा में किन जानकारियों को शामिल किया है, इनसब की जानकारी भी WhatsApp ने नहीं दी है।
प्राइवेसी पॉलिसी का क्या असर होगा :
आयोग ने यह भी बताया है कि, WhatsApp की प्राइवेसी पॉलिसी से यह भी पता नहीं चल रहा है कि, WhatsApp की नई पॉलिसी का लोगों पर क्या असर होगा। WhatsApp यूजर्स को सीधे या तो पॉलिसी को मानने कह रही है नहीं तो फिर यूजर का अकाउंट बंद कर दिया जाएगा। ऐसे में यूजर्स क्या करेंगे ? क्योंकि आज WhatsApp प्रभुत्व रखने वाला मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बन चुका है। वहीं, WhatsApp ने नई पॉलिसी के द्वारा परिस्थितियों का लाभ उठाने और दूसरों को नुकसान पहुंचाने वाला आचरण कर, पहली नजर में प्रतिस्पर्धा अधिनियम का उल्लंघन किया है। इसलिए , CCI ने WhatsApp की विस्तृत और गहरी जांच के आदेश दिए हैं।
आयोग के अध्यक्षों का कहना :
आयोग के अध्यक्ष अशोक कुमार गुप्ता और सदस्यों संगीता वर्मा व भगवंतसिंह बिश्नोई ने आपसी सहमति से कहा, ' WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी यह नहीं बताती कि, नागरिकों के Facebook, WhatsApp व Instagram पर पुराने डाटा का कंपनी फायदे के लिए इस्तेमाल नहीं करेगी। लोग नहीं चाहेंगे कि, उनका डाटा किसी तीसरे पक्ष को दिया जाए, पर नई पॉलिसी में इस पर भी शब्दों से खेल किया गया है। प्रतियोगी बाजार में प्राइवेट डाटा पर लोगों का पूरा अधिकार है, लेकिन Facebook अपने यूजर के लिए ऐसा नहीं कर रहा। बल्कि WhatsApp के लिए डाटा देने की सहमति अनिवार्य कर दी गई है।'
क्या है नई पॉलिसी :
WhatsApp की नई पॉलिसी के तहत कंपनी ने कहा था कि, वह अपने यूजर्स की जानकारी को अपने अन्य प्लेटफॉर्म Facebook और Instagram पर भी शेयर करेगा। साथ ही यूजर्स की लोकेशन भी ट्रेक की जाएगी। WhatsApp ने अपने यूजर्स को पहले 8 फरवरी 2021 तक का समय देते हुए कहा था कि, अगर यूजर्स इस पॉलिसी को एक्सेप्ट नहीं करते तो उनका अकाउंट डिलीट कर दिया जाएगा, लेकिन बाद में यह समय सीमा बढ़ा कर 15 मई 2021 कर दी गई है।
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