मॉर्गन स्टेनली की भविष्यवाणी
मॉर्गन स्टेनली की भविष्यवाणी Syed Dabeer Hussain - RE
अर्थव्यवस्था

मॉर्गन स्टेनली की भविष्यवाणी : 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा भारत

Kavita Singh Rathore

इस दुनिया में कोरोना वायरस की एंट्री के साथ ही अनेक देशों की हालत ख़राब होना शुरू हो गयी थी। क्योंकि, कोरोना वायरस की शुरुआत होते ही लगभग सभी देशों ने अपने देश में लॉकडाउन लागू कर दिया था। जिसके चलते देशों की अर्थव्यवस्था चरमरा गई थी। इतना ही नहीं देश आर्थिक मंदी का भी सामना करने लगे थे। वहीं, अब खबर यह है कि, कई देश आर्थिक मंदी से बाहर आते नजर आ रहे हैं। खुशी की बात यह है कि, इन देशों में भारत का नाम भी शामिल हो गया है। क्योंकि, अब देश की अर्थव्यवस्था तेजी से पटरी पर लौटती नजर आ रही है। इसी बीच मॉर्गन स्टेनली के मुख्य अर्थशास्त्री ने एक बड़ी भविष्यवाणी की है।

दरअसल, भारत में बने हुए अनेक हालातों के बीच भी भारतीय अर्थव्यवस्था में लगातार सुधार देखने को मिल रहा है। इतना ही नहीं यह काफी तेजी से रफ़्तार पकड़ती नज़र आ रही है। इस रफ़्तार को देख कर यह कहना गलत नहीं होगा कि, आने वाले पांच सालों में यानी 2027 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। हालांकि, यह कहना हमारा नहीं बल्कि मॉर्गन स्टैनली के मुख्य अर्थशास्त्री (एशिया) चेतन अह्या का हैं। उन्होंने 2027 तक अमेरिका और चीन के बाद भारत की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने को लेकर भविष्यवाणी की है। इतना ही नहीं उन्होंने अपने एक बयान कहा कि, 'अवसरों और आकार के लिहाज से भारतीय अर्थव्यवस्था में अपार संभावनाएं हैं।' 

मॉर्गन स्टैनली की भविष्यवाणी :

मॉर्गन स्टैनली के मुख्य एशिया अर्थशास्त्री चेतन अह्या ने भविष्यवाणी की है कि,

"निवेश, जनसांख्यिकीय लाभ और सार्वजनिक डिजिटल बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने की दिशा में नीतिगत दृष्टिकोण में बदलाव से भारत 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। अगले 10 सालों में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) मौजूदा 3.4 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 8.5 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा। बढ़ते हुए, भारत हर साल अपने सकल घरेलू उत्पाद में $ 400 बिलियन से अधिक जोड़ देगा, एक ऐसा पैमाना जो केवल अमेरिका और चीन से आगे निकल गया है। एक बहुध्रुवीय दुनिया में जहां कंपनियां अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता ला रही हैं, भारत पसंदीदा गंतव्य के रूप में उभर रहा है। भारत एक ऐसे चरण में प्रवेश कर रहा है जहां आय उच्च आधार पर तेज दर से चक्रवृद्धि होगी। संदर्भ के लिए, भारत ने अपने सकल घरेलू उत्पाद को $ 3 ट्रिलियन तक बढ़ाने के लिए 1991 से 31 साल का समय लिया। हमारे अनुमानों के अनुसार, इसके लिए सिर्फ एक और सात साल लगेंगे सकल घरेलू उत्पाद में अतिरिक्त 3 ट्रिलियन डॉलर की वृद्धि होगी।"
चेतन अह्या, मॉर्गन स्टेनली के मुख्य एशिया अर्थशास्त्री

GDP के दुगना होने की बात :

मॉर्गन स्टेनली के मुख्य एशिया अर्थशास्त्री चेतन अह्या द्वारा कही बात को आसान शब्दों में समझे, उनके अनुसार, भारत की GDP का आकार आगामी 10 साल में दोगुना से भी ज्यादा बड़ा होगा यानी तब देश की GDP 8.5 लाख करोड़ डॉलर होने की बात सामने आई है। जबकि, वर्तमान समय में GDP का आकार 3.4 लाख करोड़ डॉलर ही है। ऐसे में देखा जाए तो यह दुगुना आंकड़ा है। हैरान करने वाली बात यह है कि, GDP में हर साल 400 अरब डॉलर तक की बढ़त दर्ज होने की उम्मीद है। हालांकि, फिर भी अमेरिका और चीन भारत से आगे ही रहेंगे। इसके अलावा चेतन ने कहा कि, 'अनुकूल घरेलू और वैश्विक परिस्थितियों के प्रभाव की वजह से भारतीय जीडीपी विकास के पथ पर तेज गति से आगे बढ़ेगी।' 

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