महामारी का असर- वित्तीय दबाव के कारण सकाल टाइम्स का प्रकाशन बंद
महामारी का असर- वित्तीय दबाव के कारण सकाल टाइम्स का प्रकाशन बंद Kratik sahu-RE
अर्थव्यवस्था

महामारी का असर- वित्तीय दबाव के कारण सकाल टाइम्स का प्रकाशन बंद

Author : राज एक्सप्रेस

राजएक्सप्रेस। महाराष्ट्र के पुणे से छपने वाले अंग्रेजी दैनिक सकाल टाइम्स ने गुरुवार को कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के कारण उत्पन्न वित्तीय दबाव का हवाला देते हुए अखबार को बंद करने की घोषणा कर दी जिससे इसके करीब 50 कर्मचारी बेरोजगार हो गये।

सकाल मीडिया समूह अखबार का संचालन राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार के भतीजे अभिजीत पवार द्वारा किया जा रहा है। मई 2008 में उन्होंने समूह के पहले अंग्रेजी अखबार द महाराष्ट्र हेराल्ड को सकाल टाइम्स के रूप में परिवर्तित कर दिया था।

अखबार के बंद होने का कारण लॉकडाउन के बाद प्रिंट संस्करण का रुकना बताया गया है। पिछले करीब दो महीनों से केवल अखबार का डिजिटल संस्करण ही अपडेट हो रहा था। कर्मचारियों के अप्रैल माह के वेतन में 50 प्रतिशत की कटौती की गई थी और उन्हें 26 मई को बैठक में बुलाया गया था।

मीडिया समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उदय जाधव ने बैठक में कर्मचारियों को बताया कि वित्तीय घाटे के कारण प्रबंधन ने सकाल टाइम्स बंद करने का निर्णय लिया है और 31 मई उनका अंतिम कार्य दिवस होगा।

कर्मचारियों को तुरंत इस्तीफा देने के लिए कहा गया है। प्रबंधन ने मुआवजे के तौर पर कर्मचारियों को जून माह का वेतन दिया है। कर्मचारी तीन माह के वेतन की मांग कर रहे थे जिसे स्वीकार नहीं किया गया।

डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल न्यूज एजेंसी फीड के आधार पर प्रकाशित किया गया है। सिर्फ शीर्षक में बदलाव किया गया है। अतः इस आर्टिकल अथवा समाचार में प्रकाशित हुए तथ्यों की जिम्मेदारी राज एक्सप्रेस की नहीं होगी।

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