थोक महंगाई दर पहुंची 21 महीने के निचले स्‍तर पर
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अर्थव्यवस्था

थोक महंगाई दर का हाल हुआ बेहाल, पहुंची 21 महीने के निचले स्‍तर पर

Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। पिछले सालों की तरह ही यह साल 2022 भी देशवासियों के लिए काफी बुरा साबित हो रहा है। साल का अंत होने वाला है, लेकिन महंगाई का अंत नहीं हो रहा है अब चाहे इसका कारण साल की शुरुआत में देखने को मिले कोरोना वायरस के मामले हो या अब तक जारी रूस और यूक्रेन के बीच की जंग हौ। भारत में इस साल कुछ कुछ ही महीनों में महंगाई इस कदर बढ़ी है कि, लोग साल के दूसरे तीसरे महीने में ही परेशान होने लगे थे। इस साल के दूसरे महीने यानी फरवरी 2022 में ही देश की थोक महंगाई दर (WPI) आसमान छूती हुई नजर आने लगी थी। वहीं, नवंबर में तो थोक महंगाई दर 21 महीने के निचले स्‍तर पर पहुंच गई है। बता दें, इस बात का अंदाजा सामने आए ताजा आंकड़ों से लगाया जा सकता है।

21 महीने के निचले स्‍तर पर पहुंची थोक महंगाई दर :

दरअसल, आज कॉमर्स मिनिस्‍ट्री ने थोक महंगाई दर के आंकड़े जारी किए हैं, फरवरी 2022 के थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर के आंकड़े सामने आ चुके हैं। इन आंकड़ों के अनुसार, इस साल भी फरवरी के महीने में महंगाई में बढ़त दर्ज हुई है। इन आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी 2022 में थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर (WPI based Inflation) 13.11% दर्ज की गई थी, जबकि नवंबर 2022 में यह आंकड़ा 21 महीने के निचले स्‍तर पर पहुंच गया है और थोक महंगाई दर (WPI Inflation) में 4.70% की गिरावट दर्ज की हुई है। नवंबर में दर्ज हुई थोक महंगाई दर घटकर 5.85% के स्‍तर पर आ गई है जो 21 महीने का सबसे निचला स्‍तर है।

दो महीने पहले थोक महंगाई दर :

दो महीने पहले थोक महंगाई दर (WPI Inflation) की बात करें तो, 10.55% के स्‍तर पर थी और नवंबर में इसमें 4.70 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। अक्टूबर महीने में थोक महंगाई दर 8.39 फीसदी रही थी तो एक पूर्व नवंबर 2021 में थोक महंगाई दर 14.87 फीसदी थी। नवंबर मे दर्ज हुई इस गिरावट का मुख्य कारण खाद्य वस्तुएं, बुनियादी धातु, कपड़ा, रसायन और रासायनिक उत्पादों में गिरावट दर्ज होना बताया जा रहा है। बता दें, फरवरी 2021 के बाद ये पहली बार है जब थोक महंगाई दर खुदरा महंगाई दर के नीचे आ चुकी है। कॉमर्स मंत्रलाय द्वारा जारी किए गए आंकड़ो के अनुसार, महीने दर महीने WPI index में परिवर्तन देखा गया है। इस हिसाब से -

  • अक्टूबर में WPI index में 0.39% की ग्रोथ दर्ज हुई

  • नवंबर में 0.26% की गिरावट दर्ज हुई है

गिरावट का मुख्य कारण :

बताते चलें, थोक महंगाई दर में गिरावट का मुख्य कारण खाद्य महंगाई में गिरावट दर्ज होना है। इस मुताबिक 22 महीने के निचले लेवल 2.17% पर आ चुका है। जबकि, अक्टूबर 2022 में खाद्य महंगाई दर 6.48 फीसदी पर थी। वहीं फूड इंडेक्स महीने दर महीने 1.8% पर आ चुकी है। मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की महंगाई में भी गिरावट दर्ज हुई है यह गिरकर 3.59% पर आ गया है। जबकि यही पहले 4.42% पर था।

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