IMA ने रखी बाबा रामदेव को विवादों से मुक्त करने के लिए शर्त
IMA ने रखी बाबा रामदेव को विवादों से मुक्त करने के लिए शर्त  Syed Dabeer Hussain - RE
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IMA ने रखी बाबा रामदेव को विवादों से मुक्त करने के लिए शर्त

Author : Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। पिछले कुछ दिनों से योग गुरु बाबा रामदेव अपने विवादित बयान के चलते लगातार चर्चा में बने हुए हैं। हालांकि, उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया था, इसके बावजूद भी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) उत्तराखंड ने पिछले दिनों रामदेव बाबा से लिखित में मांफी की मांग की थी। साथ ही उन्हें 15 दिनों का समयदेते हुए उन पर 1000 करोड़ का मामला दर्ज करवाया था। वहीं, IMA के राष्ट्रीय प्रमुख डॉ जेए जयलाल ने इस मामले में अपना बयान देते हुए कुछ शर्त रखी हैं।

IMA के राष्ट्रीय प्रमुख का बयान :

दरअसल, पिछले कुछ दिनों में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) और बाबा राम देव के बीच विवादों के चलते जहां बात मामला दर्ज करने की बात सामने आई थी वहीं, अब IMA के राष्ट्रीय प्रमुख डॉ जेए जयलाल ने हैरान कर देने वाला बयान देते हुए कहा है कि, 'एसोसिएशन बाबा रामदेव के खिलाफ नहीं है। योग गुरु द्वारा आधुनिक चिकित्सा के खिलाफ अपनी टिप्पणी वापस लेने के बाद पुलिस शिकायत वापस ले ली जाएगी। हम योग गुरु बाबा रामदेव के खिलाफ नहीं हैं। उनके बयान कोविड -19 के टीकाकरण के खिलाफ हैं। हमें लगता है कि, उनके बयान लोगों को भ्रमित कर सकते हैं, उन्हें विचलित कर सकते हैं। यह हमारी बड़ी चिंता है क्योंकि उनके कई अनुयायी हैं।"

बाबा रामदेव ने किया था यह दावा :

बताते चलें, बीते दिनों बाबा रामदेव ने अपने एक बयान कहा था कि, 'एलोपैथी ‘मूर्खतापूर्ण विज्ञान’ है। बाबा रामदेव ने यहां तक कह डाला कि एलोपैथी दवाएं लेने के बाद लाखों की संख्या में मरीजों की मौत हुई है। इस बयान का वीडियो काफी वायरल हो रहा था और इस पर बयान के बाद बाबा रामदेव काफी विवादों में घिर गए थे। इस मामले ने इतना तूल पकड़ लिया था, कि बाबा रामदेव ने अपने उस बयान को वापस ले ले लिया है। हालांकि बाबा रामदेव ने यह दावा किया गया था कि वह WhatsApp संदेश पढ़ रहे थे। इसके बाद वह एक अन्य बयान के चलते चाचा में आगये हैं।

बाबा राम देव का अन्य विवादित बयान :

खबरों की मानें तो योग गुरु बाबा रामदेव एक अन्य वीडियो में ऐसा कहते दिखाई दे रहे हैं कि, 'किसी का बाप भी उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकता'। इतना ही नहीं उन्होंने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) से 25 सवाल भी पूछे और पूछा कि 'आधुनिक चिकित्सा ने उच्च रक्तचाप का स्थायी इलाज क्यों नहीं खोजा है।' उधर जयलाल ने कहा कि, 'अगर रामदेव अपनी टिप्पणी को पूरी तरह वापस लेने के लिए आगे आते हैं तो IMA शिकायत और मानहानि नोटिस वापस लेने पर विचार करेगा।

IMA ने दिया 25 सवालों का जवाब :

बाबा राम देव द्वारा पूछे गए 25 सवालों का जवाब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के उत्तराखंड अध्याक्ष ने दिए। साथ ही पतंजलि योगपीठ को एलोपैथी पर एक खुली, टेलीविजन पर बहस के लिए चुनौती दे डाली। इस चुनौती के बाद पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण ने IMA पर पूरे देश को ईसाई धर्म में बदलने की साजिश का हिस्सा होने का आरोप लगाया। इसका जवाब देते हुए, डॉ जयलाल ने कहा, "धर्म का सवाल यहां तक ​​कैसे आता है? यह विशुद्ध रूप से निहित स्वार्थों की एक भटकाव की रणनीति है और कुछ भी नहीं। मैंने जीवन भर लोगों को किसी भी आधार पर भेदभाव किए बिना उनकी सेवा की है और आगे भी जारी रखूंगा।"

गौरतलब है कि, पिछले दिनों बाबा राम देव अपने लगातार दिए दो बयानों के चलते काफी चर्चा में रहे थे और बाबा रामदेव के डॉक्टर्स पर दिए गए बयान के चलते जनता भी सोशल मीडिया पर उनसे काफी नाराज नजर आई थी।

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