WhatsApp को सीधी टक्कर देगी भारत सरकार, लांच करेगी स्वदेशी मैसेजिंग एप
WhatsApp को सीधी टक्कर देगी भारत सरकार, लांच करेगी स्वदेशी मैसेजिंग एप Syed Dabeer Hussain - RE
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WhatsApp को सीधी टक्कर देगी भारत सरकार, लांच करेगी स्वदेशी मैसेजिंग एप

Author : Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। भारत एक ऐसा देश है जो, किसी को भी टक्कर देने के लिए प्रतिस्पर्धा में कुछ भी करने को तैयार रहता है। जैसे भारत में TikTok के बैन होते ही उसके जैसी सैकड़ों स्वदेशी एप भारत में लांच हो गईं। वहीं, अब यही हाल WhatsApp का भी होता नजर आने वाला है क्योंकि, WhatsApp को कड़ी टक्कर देने के लिए भारत द्वारा एयर की गई स्वदेशी मैसेजिंग एप।

WhatsApp को सीधी टक्कर देगी भारत सरकार :

दरअसल, पूरी दुनिया में WhatsApp एक ऐसी एप है जो लाखों लोगों के दिलों पर राज करती है, लेकिन अपनी नई पॉलिसी के चलते फिलहाल इस एप को जितने ज्यादा लोग पसंद करते हैं, उतने ही ज्यादा लोग अब WhatsApp की निंदा करते नजर आ रहे हैं। इसी का नतीजा है कि, भारत सरकार WhatsApp को टक्कर देने के लिए जल्द ही अपने स्वदेशी मैसेजिंग एप लांच करेगी। जिसे 'संदेश' (Samvad) और 'संवाद' (Sandes) नाम से लांच किया जाएगा। केंद्र सरकार इन स्वदेशी मैसेजिंग एप को लॉन्च करने की तैयारी में है। इस बारे में जानकारी इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने दी है।

मंत्रालय ने दी जानकारी :

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, 'भारत में WhatsApp जैसे दो मैसेजिंग एप का परीक्षण बीटा चरण में किया जा रहा है। उनका नाम संवाद और संदेश रखा गया है, जिसका शाब्दिक अर्थ 'वार्तालाप' और 'संदेश' है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि, ये दोनों एप पूरी तरह से भारत सरकार की ओर से विकसित किए जा रहे हैं।' बताते चलें, भारत सरकार का इस एप को बनाने का मकसद डेटा की सुरक्षा है। सरकार ने दवा किया है कि, इन दोनों ही एप से डाटा चोरी नहीं हो सकता।

नई ऐप्स की खासियत :

ये नए ऐप्स WhatsApp की तरह एक त्वरित संदेश सेवा एप हैं। जो कि, पूरी तरह से भारत सरकार विकसित कर रही हैं। सरकार GIMS-सरकारी इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप पर भी काम कर रही है। यह बिलकुल WhatsApp की तरह ही काम करेगा। इसके अलावा भारत सरकार के कर्मचारी अपनी वार्ता के लिए इन्ही एप्स का इस्तेमाल करेंगे। इस मामले में मिली जानकारी के अनुसार, "सरकार के आंतरिक मामलों के लिए यह आवश्यकता काफी लंबे समय से महसूस की जा रही थी कि, हमारी अपनी स्वतंत्र और स्व-स्वामित्व वाली त्वरित संदेश सेवा एप हो। इसलिए इन एप्स को डेवलप करने की प्रक्रिया मौजूदा व्हाट्सएप विवाद से काफी पहले ही शुरू हो चुकी थी।''

प्ले स्टोर पर नहीं है मौजूद :

यह एप बड़ी तकनीकी कंपनियों की तरह उसका व्यावसायिक लाभ के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। साथ ही इन दोनोंं एप को फिलहाल गूगल प्ले स्टोर और एपल एप स्टोर से डाउनलोड नहीं किया जा सकता है।

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