Santi Ekandaram
Santi Ekandaram President (Consumer Banking), Kotak Mahindra Bank
व्यापार

स्थिति अनुकूल, अब लोन बुक में अनसेक्योर्ड खुदरा कर्ज बढ़ाएगा कोटक महिंद्रा बैंक : शांति इकंबरम

Aniruddh pratap singh

हाईलाइट्स

  • बैंक की लोन बुक में सिक्योर्ड लोन की कुल भागीदारी 10.7 फीसदी है, जिसे बैंक इसे बढ़ाकर 16 फीसदी करना चाहता है

  • कोरोना की महामारी के दौरान और इसके बाद कुल पोर्टफोलियो में अनसेक्योर्ड रिटेल लोन की हिस्सेदारी 3.5 से 5 फीसदी तक थी

राज एक्सप्रेस। देश के चौथे सबसे बड़े बैक कोटक महिंद्रा बैंक ने अपनी लोन बुक में सिक्योर्ड रिटेल लोन की भागीदारी बढ़ाने का निर्णय लिया है। बैंक की लोन बुक में सिक्योर्ड लोन की कुल भागीदारी 10.7 फीसदी है, जिसे बैंक बढ़ाकर 16 फीसदी करना चाहता है। कोटक महिंद्रा बैंक की प्रेसिडेंट (कंज्यूमर बैंकिंग) शांति इकंबरम ने कहा अनसेक्योर्ड लोन बुक के बारे में हमारी सोच बिल्कुल स्पष्ट है। हम इसे बढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने बताया इसमें माइक्रोफाइनेंस और क्रेडिट कार्ड बिजनेस शामिल हैं। इकंबरम ने बैंक की फ्यूचर प्लानिंग के बारे में बात करते हुए कई अहम बातें बताईं। उन्होंने कहा अनसेक्योर्ड लोन को लेकर हमारी योजनाएं एकदम स्पष्ट है।

कोरोना के बाद धीरे-धीरे पटरी पर लौटा जीवन

इकंबरम ने कहा कि कोरोना की महामारी के दौरान और इसके बाद कुल पोर्टफोलियो में अनसेक्योर्ड रिटेल लोन की हिस्सेदारी 3.5 से 5 फीसदी तक थी। जबकि, दूसरे बैंकों में यह यह दर करीब 15 से 20 प्रतिशत तक रही है। कोरोना महामारी के बाद धीरे-धीरे जीवन पटरी पर लौट आया और अर्थव्यवस्था में तेजी आई। इस दौरान रिस्की और लॉस-मेकिंग कस्टमर्स सिस्टम से बाहर हो गए। इससे अनसेक्योर्ड पोर्टफोलियो को बढ़ाने का अच्छा मौका मिला। इकंबरम ने कहा कि अब उपभोग तेजी से बढ़ रहा है। अब हमारी रणनीति में स्वच्छ पर्यावरण पर फोकस है।उन्होंने कहगा डेटा एनालिटिक्स में निवेश से भी हमें मदद मिलने की उम्मीद है।

इस सेगमेंट के सबसे बड़े होते हैं इकोनॉमिक रिस्क

आरबीआई ने बैंकों को रिटेल लोन को लेकर किया बैंकों को सावधान किया। उन्होंने कहा अनसेक्योर्ड सेगमेंट के सबसे बड़े रिस्क इकोनॉमिक रिस्क होते हैं। इसमें जॉब लॉस और अर्थव्यवस्था की बिगड़ती सेहत शामिल हैं। इसलिए जोखम को नियंत्रित करने वाले उपाओं काम करना जरूरी है। हमारे दूसरे बैंकों का रिकवरी मैनेनिज्म बहुत मजबूत है। हालांकि, आरबीआई ने पिछले कुछ महीनों में बैंकों को अनसेक्योर्ड लोन के बारे में सावधानी बरतने की सलाह दी है।

पिछले एक साल में अनसेक्योर्ड लोन सेगमेंट में आई उछाल

आरबीआई ने 17 जुलाई को अपने बुलेटिन में बताया था कि ग्राहक की क्रेडिट हिस्ट्री का अभाव और अच्छे कोलैटरल के नहीं होने से बैंकों के लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं। केंद्रीय बैंक का यह ऑब्जर्वेशन सही है, क्योंकि पिछले कुछ माह में बैंकों के रिटेल अनसेक्योर्ड लोन में काफी बढ़ोतरी हुई है। एक साल में क्रेडिट कार्ड पर लोन, पर्सनल लोन और इस तरह के दूसरे उत्पादों पर लोन काफी बढ़ा है।

जहां तक कोटक महिुंद्रा बैंक की बाच है, तो अप्रैल-जून तिमाही में बैंक का अनसेक्योर्ड लोन बढ़ा है। क्रेडिट कार्ड आउटस्टैंडिंग और माइक्रोफाइनेंस लोन में भी उछाल आया है। कोटक बैंक की कुल लोन बुक में अनसेक्योर्ड रिटेल लोन की हिस्सेदारी बढ़कर 10.7 फीसदी हो गई है। एक साल पहले अनसेक्योर्ड रिटेल लोन की हिस्सेदारी यह 7.9 फीसदी थी।

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