मई 2022 में पाम, वनस्पति और सोयाबीन तेल के आयात में भारी गिरावट
मई 2022 में पाम, वनस्पति और सोयाबीन तेल के आयात में भारी गिरावट Social Media
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मई 2022 में पाम, वनस्पति और सोयाबीन तेल के आयात में भारी गिरावट

Author : Kavita Singh Rathore

Palm Oil Import : रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग के चलते सभी देशों के लिए साल 2022 काफी बुरा साबित हो रहा है। ऐसा ही कुछ हाल भारत का भी है। भारत में इस साल कुछ ही महीनों में महंगाई इस कदर बढ़ी है कि, लोग आधा साल भी बिता नहीं पाए हैं और महंगाई से परेशानी हो रही हैं। ऐसे में जहां पिछले महीने में खाने के तेल की कीमतों बढ़ी है वहीं, पाम, वनस्पति और सोयाबीन के तेल आयात में भारी गिरावट दर्ज हुई है।

पाम तेल आयात में भारी गिरावट :

दरअसल, भारत के लिए यह साल पिछले सालों की तुलना में और ज्यादा महंगा साबित हो रहा है। इतना ही नहीं इस साल देश में मई 2022 में जहां खाने के तेल की कीमतें बढ़ी है। वहीँ, मई 2022 में ही पाम के तेल के आयात में भारी गिरावट देखने को मिली है। पाम तेल का आयात 33.20% तक गिरकर 5,14,022 टन पर पहुंच गया है। जबकि, एक साल पहले यानी मई 2021 में पाम के तेल का आयात 7.69 लाख टन था। इस बारे में जानकारी देते हुए सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (SEA) ने बताया कि, 'इस दौरान RBD पामोलीन तेल का आयात बढ़ा है। बता दें, इंडोनेशिया द्वारा पाम ऑयल के निर्यात पर 28 अप्रैल से अगले आदेश तक बैन लगा दिया गया है। इस बैन को इंडोनेशिया ने 23 मई को हटाने का फैसला किया था। साथ ही उसने निर्यात कर में भी कमी की थी।

वनस्पति तेल का आयात :

बताते चलें, वनस्पति तेल खरीदने वाला दुनिया का सबसे बड़ा खरीदार भारत ही है। इसके बाद भी मई 2022 में भारत ने कुल वनस्पति तेल का आयात 10.05 लाख टन का किया है। यह घटकर काम हो गया है। जबकि, एक साल पहले मई 2021 में वनस्पति तेल का आयात 12.13 लाख टन था। जानकरी के लिए बता दें, भारत में वनस्पति तेल के आयात में पाम तेल की हिस्सेदारी 50% है। पाम तेल उत्पादों में कच्चे पाम तेल का आयात घटकर 4.09 लाख टन पर आगया है। जबकि, यह एक साल पहले 7.55 लाख टन था।

सोयाबीन तेल का आयात :

मई 2022 में सोयाबीन के तेल के आयात की बात करें, इस महीने में सोयाबीन के तेल का आयात 3.73 लाख टन हुआ था जो पिछले साल की समान अवधि यानीमई 2021 में 2.67 लाख टन हुआ था। वहीं, सूरजमुखी के तेल का आयात मई 2022 में 1.75 लाख टन से घटकर 1.18 लाख टन पर आ गया है। इस मामले में SEA ने कहा कि, 'खाने के तेल का भंडार एक जून तक 4.84 लाख टन रहने की उम्मीद है। जबकि 17.65 लाख टन पाइपलाइन में है। भारत पाम तेल का आयात मुख्य रूप से इंडोनेशिया और मलयेशिया से करता है। थोड़ा बहुत यह अर्जेंटीना से भी मंगाता है। सूर्यमुखी का तेल यूक्रेन और रूस से आता है।'

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