एक दिन स्थिर रहने के बाद फिर बढ़ी Petrol-Diesel की कीमत
एक दिन स्थिर रहने के बाद फिर बढ़ी Petrol-Diesel की कीमत Syed Dabeer Hussain - RE
व्यापार

एक दिन स्थिर रहने के बाद फिर बढ़ी Petrol-Diesel की कीमत

Author : Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। आज देशवासियों की समस्या के दो ही सबसे बड़े कारण नजर आ रहे हैं। पहला कोरोना और दूसरा पेट्रोल-डीजल की कीमतें। देश में कोरोना के मामलों में तो तब भी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है, लेकिन पेट्रोल-डीजल की कीमतें तो लगातार आसमान छूती चली जा रही हैं। क्योंकि, इस साल में जितनी तेजी से पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) की कीमतें बढ़ रही हैं, उतनी तेजी से तो सोने-चांदी की कीमतें तक नहीं बढ़ी हैं। हालांकि, एक दिन स्थिर रहने के बाद यह कीमतें थमी रहीं, लेकिन आज फिर इन कीमतों में बढ़त दर्ज की गई है। इस प्रकार यदि देखा जाए तो, ये साल में Petrol-Diesel की कीमतों के चलते कुछ ज्यादा ही महंगा साबित हो रहा है।

एक दिन स्थिर रहने के बाद फिर बढ़ी Petrol-Diesel की कीमत :

बताते चलें, इस साल में पहले ही Petrol-Diesel की कीमतें बहुत ज्यादा बार बढ़ चुकीं हैं और अब भी यह कीमतें थमी नहीं हैं। हालांकि, बीच के कुछ महीने यह कीमतें थमी रहीं जिससे वाहन चालकों को कुछ राहत मिली। वहीं, इसी महीने में यह कीमतें कुछ दिनों के अंतर पर लगातार ही बढ़ती ही जा रही हैं। वहीं, इस सप्ताह की शुरुआत ही पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने के साथ हुई। इस प्रकार आज राज्यों में पेट्रोल की कीमत में अधिकतम 25 पैसे की और डीजल की कीमत में अधिकतम 14 पैसे तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। देश के 4 महानगरों में पेट्रोल-डीजल की प्रति लीटर कीमत -

बड़े शहरों में पेट्रोल की कीमतें :

  • दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें - 91.17 रुपये प्रति लीटर

  • मुंबई में पेट्रोल की कीमतें - 97.57 रुपये रुपये प्रति लीटर

  • चेन्नई में पेट्रोल की कीमतें - 93.11 रुपये प्रति लीटर

  • कोलकाता में पेट्रोल की कीमतें - 91.35 रुपये प्रति लीटर

बड़े शहरों में डीजल की कीमतें :

  • दिल्ली में डीजल की कीमतें - 81.47 रुपये प्रति लीटर

  • मुंबई में डीजल की कीमतें - 88.60 रुपये प्रति लीटर

  • चेन्नई में डीजल की कीमतें - 86.45 रुपये प्रति लीटर

  • कोलकाता में डीजल की कीमतें - 84.35 रुपये प्रति लीटर

क्यों बढ़ती हैं पेट्रोल-डीजल की कीमतें ?

हर किसी के दिमाग में यह सवाल जरूर उठता है कि, भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार क्यों बढ़ रही हैं। तो आपको बता दें, इसके दो मुख्य कारण हैं,

  • भारत में ही पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर लगने वाला टैक्स

  • डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी

  • पेट्रोल पर सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी 32.90 रुपये प्रति लीटर है

  • डीजल पर सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी 31.80 रुपये प्रति लीटर है

आपको बता दें कि, भारत में पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले टैक्स में 60% एक्साइज ड्यूटी और राज्यों के टैक्स का होता है। जबकि डीजल में ये 54% होता है। साथ ही इसमें वैट और डीलर कमीशन की कीमत शामिल रहती हैं। इस सबके आधार पर प्रतिदिन 6 बजे पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ती हैं। इसके अलावा ज्ञात हो कि, हर दिन पेट्रोल-डीजल की नई कीमतें तय की जाती हैं। इस दौरान इन कीमतों में कमी या बढ़ोतरी दोनों हो सकती है।

रोज सुबह तय की जाती हैं कीमतें :

पेट्रोल की कीमतें क्रूड ऑइल (कच्चा तेल) की कीमतों पर डिपेंड करती हैं। इसका मतलब यह हुआ यदि क्रूड ऑइल की कीमतों में कमी आती हैं तो ऑटोमेटिक पट्रोल की कीमतों में भी कमी आ जाती है। बता दें कि, पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर दिन सुबह बेंचमार्क अंतरराष्ट्रीय क्रूड कीमतों और फॉरेन एक्सचेंज रेट के आधार पर तय की जाती हैं, यह कीमतें ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (OMC) की कीमतों के आधार पर तय की जाती हैं। पेट्रोल और डीजल की प्रमुख कंपनियां इंडियन ऑयल (IOC), भारत पेट्रोलियम (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) है और यह सभी कंपनियां हर दिन सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतें निर्धारित कर देती हैं। निर्धारित की गई कीमतों में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन सब कुछ जुड़ने से यह दोगुनी हो जाती हैं।

गौरतलब है कि, कल यानी 14 जून को होने वाली पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी की पेट्रोलियम मंत्रालय के अधिकारियों और देश की सरकारी तेल कंपनियों के अधिकारियों के साथ होने वाली बैठक के बाद इन कीमतों में कुछ कमी दर्ज की जा सकती है।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT