पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह ने दिया बड़े सवाल का उत्तर
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह ने दिया बड़े सवाल का उत्तर Social Media
व्यापार

पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह ने बताया 'कब कम होगी पेट्रोल-डीजल की कीमत'

Kavita Singh Rathore

भारत। भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें पिछले साल की तरह ही इस साल भी शुरुआत में लोगों के लिए एक बहुत बड़ी समस्या बनी हुई है। हालांकि, अभी हाल ही में पेटोल-डीजल की कीमतों में कुछ गिरावट दर्ज हुई थी और कुछ महीनों से तो कीमतें थमी हुई भी हैं, लेकिन फिर भी ऐसा प्रतीत होता रहा है कि, देश में महंगाई की आग लगाने में पेट्रोल-डीजल का बड़ा योगदान रहा है। ऐसे में सबके मन में एक सवाल हमेशा उठता है कि, आखिर कब ये पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम होंगी। इसी बीच बुधवार को पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस बड़े सवाल का उत्तर दिया है।

पेट्रोलियम मंत्री ने दिया बड़े सवाल का उत्तर :

दरअसल, कोरोना के बाद से भारत में आर्थिक हालात काफी खराब ही रहे हैं। ऐसे में यदि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में थोड़ी भी गिरावट दर्ज होगी तो यह भारत की जनता के लिए काफी राहत की बात होगी। इसी मामले में पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को बड़े सवाल का उत्तर देते हुए कहा कि,

'सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों को डीजल पर चार रुपये प्रति लीटर का शुद्ध नुकसान हो रहा है, जबकि पेट्रोल पर उनका मार्जिन बढ़ गया है। आयल मार्केटिंग कंपनियों को अभी भी डीजल पर नुकसान हो रहा है। हमारा मंत्रालय तीनों ईंधन खुदरा विक्रेताओं इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) के लिए यूक्रेन युद्ध के बाद से पेट्रोल और डीजल की कीमतों को बाजार में यथावत बनाए रखने में हुए नुकसान के लिए सरकार से सहायता मांगेगा।'
हरदीप सिंह पुरी, पेट्रोलियम मंत्री

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमत :

यदि हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों की बात करें तो, तेल की कीमतें वर्तमान समय में एक दशक से भी ज्यादा के समय के सबसे उंचे स्तर पर पहुंच चुकी है। इसके बाद भी तेल कंपनियों ने घरेलू कीमतों में बढ़त दर्ज नहीं की है। जबकि, डीजल की बात करें तो वह जिस कीमत पर बेचा जा रहा है, उससे तेल कंपनियों की लागत तक नहीं निकल पा रही है। उपभोक्ताओं की मदद की बात करते हुए पेट्रोलियम मंत्री पुरी ने कहा कि, 'तेल कंपनियों ने उपभोक्ताओं की मदद के लिए अत्यधिक उतार-चढ़ाव के दौरान भी कीमतों में नरमी बरती। तीनों ईंधन खुदरा विक्रेताओं को अप्रैल-जून तिमाही में 19,000 करोड़ रुपये से अधिक का शुद्ध घाटा हुआ और अगली तिमाही में भी उनको नुकसान की आशंका है।'

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT