रशियन अरबपतियों की नेटवर्थ में 32 अरब डॉलर की कमी से भारी नुकसान
रशियन अरबपतियों की नेटवर्थ में 32 अरब डॉलर की कमी से भारी नुकसान Social Media
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रशियन अरबपतियों की नेटवर्थ में 32 अरब डॉलर की कमी से भारी नुकसान

Author : Kavita Singh Rathore

Russia-Ukraine Crisis : रूस और यूक्रेन के बीच पिछले कुछ समय से तनाव की स्थिति लगातार बनी हुई है। इतना ही नहीं यह विवाद दिन प्रति दिन लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इससे दुनियाभर में उथलपुथल मच गई है। सिर्फ इसी मामले के चलते कई क्षेत्रों में लगातार नुकसान भी हो रहा है। वहीं, इसी बीच अब रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) ने सेना को यूक्रेन में हमला करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इतना ही नहीं इसी तनाव के चलते ही रूस के अरबपतियों को नुकसान के चलते तगड़ा झटका लगा है। इस मामले में खुलासा ब्लूमबर्ग (Bloomberg) से हुआ है।

Bloomberg की रिपोर्ट :

दरअसल, कल तक रूस और यूक्रेन के बीच जारी इस विवाद का असर क्रूड आयल पर नजर आरहा था। वहीं, अब इसका असर हर क्षेत्र में नजर आने लगा है। इस मामले में सामने आई Bloomberg की रिपोर्ट के मुताबिक, "इस साल की शुरुआत से उनकी नेटवर्थ में 32 अरब डॉलर की कमी आई है। इसका ज्यादातर हिस्सा अमीरों का रूस की कमोडिटीज फर्म्स में ऑनरशिप स्टेक्स है, लेकिन बाजार में भारी उतारचढ़ाव से इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की जा रही है। मंगलवार को रूस के खिलाफ प्रतिबंध पश्चिमी देश द्वारा लगाया गया इनमें Nord Stream 2 पाइपलाइन को सस्पेंड करना, सरकरी बॉन्ड्स में ट्रेडिंग बंद करना, एसेट फ्रीज करना और रूसी अमीरों पर ट्रैवल बैन लगा गया है।" इससे सोमवार और मंगलवार को शेयर बाजारों में भारी उतारचडाव देखने को मिली। बुधवार को रूस में सार्वजनिक छुट्टी के कारण शेयर बाजार बंद हैं।

रूस पर लगे कई तरह के प्रतिबंध :

बताते चलें, पिछले दिनों चल रहे विवाद के चलत्ते अब तक कई देश रूस पर प्रतिबंध लगा चुके हैं। इसी बीच ब्लूमबर्ग द्वारा किए गए खुलासे के मुताबिक, Gennady Timchenko की नेटवर्थ में इस साल एक तिहाई कमी आई है। ब्रिटेन ने सोमवार को उनपर प्रतिबंध लगा दिया था। यूरोपीय संघ भी रूस पर प्रतिबंधों की घोषणा कर सकता है। रूसी संसद के निचले सदन के सभी सदस्यों की संपत्ति फ्रीज करने के साथ ही उन पर ट्रैवल बैन लगाया जा सकता है। राष्ट्रपति पुतिन को नीचले सदन ने पूर्वी यूक्रेन से अलग होने की घोषणा करने वाले इलाकों को मान्यता देने को कहा है। पुतिन के आलोचकों ने रूस के अमीरों पर प्रतिबंध लगाने के पश्चिमी देशों के फैसले का स्वागत किया है। क्रेमलिन का कहना है कि, 'उसे पश्चिमी देशों पर लगे प्रतिबंध से कोई फ़र्क नहीं पड़ता।'

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