एसोचेम के अध्यक्ष बने SpiceJet के सीएमडी अजय सिंह
एसोचेम के अध्यक्ष बने SpiceJet के सीएमडी अजय सिंह Social Media
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एसोचेम के अध्यक्ष बने SpiceJet के सीएमडी अजय सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगे संजय नायर

Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। स्पाइसजेट एयरलाइन के सीएमडी अजय सिंह इंडस्ट्री बॉडी ऐसोचैम के नए प्रेजिडेंट होंगे। अजय सिंह पहली पीढ़ी के आंत्रप्रेन्योर हैं। अजय सिंह सुमंत सिन्हा की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल पूरा हो चुका है। ग्लोबल फाइनेंशियल मार्केट्स के जानकार और सोरिन इन्वेस्टमेंट फंड के संस्थापक चेयरमैन संजय नायर ऐसोचैम के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट होंगे।

आईआईटी दिल्ली से इंजीनियरिंग करने के बाद अमेरिका की कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से एमबीए करने वाले अजय सिंह वह बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रेजिडेंट और इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट भी हैं। अजय सिंह के खाते में एक बड़ी उपलब्धि यह भी है कि डूबने के कगार पर जा पहुंची स्पाइसजेट उनके ही प्रयासों की वजह से संकट से उबर सकी थी।

1984 में प्राइवेट टैक्सी के रूप में की गई थी स्पाइस जेट की शुरुआत

1984 में उद्योगपति एस के मोदी ने देश में प्राइवेट टैक्सी के रूप में स्पाइसजेट की शुरुआत की थी। 1993 में इसका नाम एमजी एक्सप्रेस रखा गया लेकिन अगले ही साल यानी 1994 इसका नाम मोदीलुफ्त कर दिया गया था। 2004 में अजय सिंह ने इसका अधिग्रहण किया और इसका नाम रखा स्पाइसजेट। उस जमाने में हवाई जहाज का टिकट बहुत महंगा हुआ करता था, लेकिन उन्होंने स्पाइसजेट से बहुत कम कीमत पर लोगों को हवाई सफर का मौका दिया, तो इस गुमनाम सी विमानन कंपनी की ओर लोगों का ध्यान गया।2010 में सन ग्रुप के मारन बंधुओं ने इसमें 37.7 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली। इसके बाद में उन्होंने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 58.46 फीसदी कर ली। लेकिन बाद में कंपनी की वित्तीय स्थिति खराब होने के बाद जनवरी 2015 में उन्होंने अपनी पूरी हिस्सेदारी अजय सिंह को बेच दी और कंपनी से किनारा कर लिया।

कभी मृतप्राय विमानन कंपनी स्पाइसजेट को दी थी नई उड़ान

जिस समय मारन बंधुओं ने 2010 में स्पाइसजेट को खरीदा था, उस समय जेट फ्यूल की कीमत 40 रुपये लीटर हुआ करती थी, जो 2013 में 77 रुपये पहुंच गई। लेकिन फरवरी 2015 में इसकी कीमत 36 रुपये प्रति लीटर और फरवरी 2016 में 35 रुपये हो गई। किसी भी विमानन कंपनी की परिचालन लागत में करीब आधी हिस्सेदारी ईंधन की होती है। स्पाइसजेट के कायाकल्प में जेट फ्यूल की कीमत में कमी का बहुत बड़ा योगदान रहा। अजय सिंह ने इस अवसर का भरपूर लाभ उठाया। स्पाइसजेट ने 2014-15 में तेल कंपनियों को 2,410 करोड़ रुपये दिए और 2015-16 में इस मद में 1,392 करोड़ रुपये चुकाए। इस तरह फ्यूल में बचत से कंपनी का कायापलट हो गया।

अजय सिंह ने कहा 103 साल पुरानी संस्था का नेतृत्व गौरव की बात

ऐसोचैम का प्रेजिडेंट चुने जाने पर प्रशन्नता जताते हुए अजय सिंह ने कहा कि 103 साल पुरानी संस्था का नेतृत्व करना उनके लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा यह बेहद चुनौतीपूर्ण समय है। यह देखना सुखकर है कि जब वैश्विक अर्थव्यवस्था हिचकोलें खा रही है, तब भारत में आर्थिक विकास सामान्य गति से आगे बढ़ रहा है। दुनिया के बड़े देशों के लिए मंदी का खतरा पैदा हो गया है। भारत की अर्थव्यवस्था 6.5-7 फीसदी की गति से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि ऐसोचैम केंद्र और राज्य सरकारों, शिक्षाविदों, अर्थशास्त्रियों और कॉरपोरेट जगत के प्रमुख लोगों के साथ मिलकर आगे आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए काम करता रहेगा।

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