Trains reaching their scheduled time
Trains reaching their scheduled time Kavita Singh Rathore -RE
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ट्रेनों ने अपने निर्धारित समय पर पहुंच कर रचा इतिहास

Author : Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। अकसर आपने ट्रेनों के लेट होने बारे में सुना ही होगा। भारत में हमेशा ही किसी न किसी कारण से हर दिन एक न एक ट्रेन लेट हो ही जाती हैं। परंतु आज रेलवे के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि, सभी ट्रेनें अपने निर्धारित समय पर रेलवे स्टेशनों पर पहुंची। जी हां, आपको जानकर हैरानी हो रही होगी परन्तु यह सच है कि, रेलवे ने इस्तिहास रच दिया है। इस बारे में जानकारी आज (गुरुवार को) स्वयं रेल मंत्रालय द्वारा दी गई है।

ट्रेनों ने रचा इतिहास :

दरअसल, 1 जुलाई को भारत में चल रही 100% सभी ट्रेनें अपने निर्धारित समय पर रेलवे स्टेशनों पर पहुंची थीं और ऐसा आज तक कभी नहीं हुआ है। इस पारकर से ट्रेने समय पर रेलवे के इतिहास में पहली बार पहुंची है। हालांकि, वर्तमान समय में भारत में चलने वाली कुल ट्रेनों में से 2% से भी कम पैसेंजर ट्रेनें चल रही है। रेलवे द्वारा अपने ट्वीटर अकॉउंट द्वारा ट्वीट कर यह जानकारी देते हुए बताया है कि, भारतीय ट्रेनों द्वारा यह इतिहास 1 जुलाई 2020 को रिकॉर्ड बना कर रचा है। जब सभी ट्रेनों की पंक्चुअलिटी 100% रही।

रेलवे मंत्रालय ने बताया :

आज (गुरुवार को) इस बारे में रेलवे मंत्रालय द्वारा अपने ट्वीटर अकॉउंट पर ट्वीट कर जानकारी दी कि,

इतिहास में पहली बार, भारतीय रेलवे ने 01.07.2020 को ट्रेनों की 100% समय की पाबंदी हासिल कर ली है, पिछला सबसे अच्छा 99.54% रिकॉर्ड 23/6/20 को था। केवल एक ट्रेन देरी से चल रही थी।
रेलवे मंत्रालय

केंद्रीय रेल मंत्री ने जताई खुशी :

केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल भारतीय ट्रेनों द्वारा रचे इतिहास पर खुशी जताते हुए अपने ट्वीटर अकाउंट पर ट्वीट कर कहा कि,

फास्ट लेन में ट्रेनें: सेवाओं को अभूतपूर्व स्तर तक बढ़ाते हुए, भारतीय रेलवे ने 1 जुलाई, 2020 को 100% समय की पाबंदी दर प्राप्त करके इतिहास बनाया।
पीयूष गोयल, केंद्रीय रेल मंत्री

2.8 किलोमीटर लंबी मालगाड़ी का रिकॉर्ड :

भारतीय रेलवे द्वारा ट्रेनों के समय पर पहुंचने के साथ ही एक और रिकॉर्ड बनाया है। दरअसल, रेलवे द्वारा देश में अब तक की सबसे लंबी मालगाड़ी चलाई गई है। जो कि, 2.8 किलोमीटर लंबी है। रिकॉर्ड बनाने वाली इस मालगाड़ी का नाम शेषनाग रखा गया है। बताते चलें इसमें इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के चार सेट और 251 डिब्बे लगे हैं। इस मालगाड़ी का सफल ट्रायल साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे के नागपुर डिवीजन द्वारा किया गया है। इस ट्रायल के दौरान इस मालगाड़ी ने नागपुर मंडल से बिलासपुर मंडल के कोरबा तक 250 किलोमीटर की दूरी आसानी से तय कर ली। इस बारे में भी मंत्रालय ने बताया कि,

भारतीय रेलवे ने एक और रिकॉर्ड तोड़ा। 2.8 किलोमीटर लंबी ट्रेन 'शेषनाग' का परिचालन करती है। जिसमें 4 खाली BOXN रेक हैं, जो बिजली के इंजनों के 4 सेटों द्वारा संचालित हैं। 'शेषनाग ’भारतीय रेल पर चलने वाली अब तक की सबसे लंबी ट्रेन है।
रेलवे मंत्रालय

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