Anil Agrawal
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वेदांता समूह ताइवान नहीं जापान के साथ मिलकर पूरा करेगा अपना सेमीकंडक्टर बनाने का ‘सुपर प्लान’

Aniruddh pratap singh

हाईलाइट्स

  • ताइवान की कपनी फॉक्सकॉन ने वेदांता का साथ छोड़ दिया, पर समूह ने अपनी योजना को ठंडे बस्ते में नहीं डाला है

  • फॉक्सकॉन की ओर से निराश होकर अब वेदांता समूह ने टेक पार्टनर के रूप में जापान की कंपनियों के साथ बातचीत शुरू की है

राज एक्सप्रेस। ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन ने वेदांता ग्रुप का साथ छोड़ दिया है, लेकिन वेदांता समूह ने अपने सेमीकंडक्टर प्लान को ठंडे बस्ते में नहीं डाला है। समूह के प्रमुख अपने सबसे बड़े सपने को पूरा करने के प्रयासों में अब भी जुटे हुए हैं। ताइवान की कंपनी के साथ बातचीत टूटने के बाद अब वेदांता समूह ने टेक पार्टनर के रूप में जापान की कंपनियों के साथ बातचीत शुरू की है ताकि गुजरात में जल्द सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने की योजना को पूरा किया जा सके। इससे पहले समूह ने ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन के साथ करार किया था। दोनों कंपनियों ने ज्वाइंट वेंचर भी बना लिया था, लेकिन कुछ दिन बाद दोनों की पार्टनरशिप खत्म हो गई थी।

वेदांता की सेमीकंडक्टर एवं डिस्प्ले यूनिट के वैश्विक प्रबंध निदेशक आकर्ष के हेब्बार हैं। हेब्बार ने बताया कि यह गुजरात में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में निवेश करने की इच्छुक कंपनियों के लिए 80 अरब डॉलर का एक बड़ा अवसर है। हेब्बर ने अगले साल जनवरी में प्रस्तावित वाइब्रेंट गुजरात निवेश सम्मेलन के सिलसिले में जापान में आयोजित एक रोडशो में हिस्सा लिया। इस दौरान हेब्बर ने गुजरात के धोलेरा में सेमीकंडक्टर एवं डिस्प्ले प्लांट लगाने की महत्वाकांक्षी योजना का जिक्र किया और जापानी कंपनियों को भारत का पहला इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेंटर बनाने में वेदांता के साथ मिलकर काम करने के लिए आमंत्रित किया है।

हेब्बर ने बताया कि इस मैन्युफैक्चरिंग सेंटर में सैकड़ों छोटी एवं मझोली कंपनियों को आकर्षित करने की क्षमता है। इसके साथ ही यहां एक लाख से अधिक रोजगार अवसर पैदा हो सकते हैं। हेब्बर ने कहा इस इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेंटर में आकर निवेश करने का यह कंपनियों के लिए 80 अरब डॉलर का मौका है। हेब्बर ने कहा वेदांता भारत में निवेश की इच्छुक जापानी कंपनियों के लिए सूत्रधार का काम करेगी

वेदांता ने गुजरात में 19.5 अरब डॉलर के भारी भरकम निवेश की योजना पिछले साल घोषित की थी। इसके लिए उसने ताइवानी सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग फॉक्सकॉन के साथ साझेदारी में एक ज्वाइंट वेंचर भी स्थापित किया था। फॉक्सकॉन ने इस साल खुद को इस उद्यम से अलग करने की घोषणा कर दी। इसके बाद भी वेदांता ने अपनी सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग स्कीम पर आगे बढ़ने और नए साझेदार की तलाश जारी रहने की बात कही थी। लेकिन अब तक वेदांता नए पार्टनर की तलाश नहीं कर पाई है।

वेदांता ग्रुप का जापान के साथ पुराना रिश्ता है। समूह की कंपनी एवनस्ट्रेट इंक का हेडक्वार्टर जापान में है। पिछले साल के अंत में, कंपनी ने भारत के सेमीकंडक्टर और ग्लास डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिग के लिए 30 जापानी टेक कंपनियों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में कहा था कि देश का पहला इलेक्ट्रॉनिक चिप मैन्युफैक्चरिंग प्लांट एक साल के भीतर स्थापित होने की उम्मीद है। सरकार ने भारत में वेफर फैब प्लांट समेत सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिग इकोसिस्टम स्थापित करने के लिए 10 बिलियन डॉलर का इंसेंटिव तय किया है।

अमेरिका की मेमोरी चिप मेकर माइक्रोन टेक्नोलॉजी ने पिछले महीने गुजरात के साणंद में अपने सेमीकंडक्टर असेंबली प्लांट को शुरू किया है। कंपनी ने गुजरात में सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट प्लांट स्थापित करने के लिए 2.75 बिलियन डॉलर के निवेश का ऐलान किया है। कंपनी दो फेज में प्लांट स्थापित करने में 825 मिलियन डॉलर तक का निवेश करेगी और बाकी निवेश केंद्र और राज्य सरकार से आएगा।

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