भारत के बड़े भगोड़ों ने देश के बैंकों को लौटाई 18,000 करोड़ रुपए की रकम
भारत के बड़े भगोड़ों ने देश के बैंकों को लौटाई 18,000 करोड़ रुपए की रकम Syed Dabeer Hussain - RE
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भारत के बड़े भगोड़ों ने देश के बैंकों को लौटाई 18,000 करोड़ रुपए की रकम

Author : Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। भारत के बड़े भगोड़ों में विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी का नाम शामिल है। आज भारत में शायद ही कोई इन्हें न जनता हो यह ऐसे लोग है जो भारत को बड़ा चूना लगाकर विदेश भाग निकले थे, यह काफी साल से वहीं रहे। वहां की कोर्ट में इन पर मुकदमा चलता रहा है। वहीं, अब ऐसी खबर सामने आई है कि, इन तीनों ही बड़े घोटालेबाज़ों ने देश के बैंको को घोटाला की गई रकम चुका दी है। इस मामले में केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी है।

भगोड़ों ने लौटाई रकम :

दरअसल, भारत के कई बैंकों के साथ बड़ा घोटाला करने वाले किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक शराब कारोबारी विजय माल्या और बड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी व मेहुल चोकसी ने भारत के बैंकों को 18,000 करोड़ रुपए की रकम लौटा दी है। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी देते हुए बताया है कि, 'विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की तरफ से बैंकों को 18,000 करोड़ रुपए लौटा दिए गए हैं।

सुप्रीम कोर्ट को दी जानकारी :

इस बारे में मुख्य रूप से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता द्वारा सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी गई है। इस जानकारी में बताया गया है कि, 'यह रकम बैंकों को लौटा दिया गया है। इससे पहले सुप्रीम ने भगोड़े बिजनेसमैन विजय माल्या के खिलाफ कोर्ट की अवमानना करने का एक केस 24 फरवरी के लिए टाल दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने विजय माल्या को दो हफ्ते का वक्त दिया है। वकील के जरिए कोर्ट में अर्जी डालने के लिए यह आखिरी वक्त है।' तुषार मेहता ने जस्टिस एएम खानवलकर की अगुवाई वाली खंडपीठ के समक्ष बताया कि, 'सुप्रीम कोर्ट में प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA)से जुड़े मामले कुल मिलाकर 67,000 करोड़ रुपये हैं।' खंडपीठ के अन्य सदस्य जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस सी टी रविकुमार हैं।'

सॉलिसिटर तुषार मेहता ने बताया :

सॉलिसिटर तुषार मेहता ने आगे बताया है कि, 'प्रवर्तन निदेशालय (ED) मौजूदा समय में 4,700 मामलों की जांच कर रहा है। पिछले पांच साल के दौरान ED के द्वारा जांच के नए मामले साल 2105-16 के 111 मामले से 2020-21 के 981 मामले के दायरे में हैं। PMLA के तहत हर साल बहुत कम संख्या में मामलों को लिया जाता है जबकि ब्रिटेन में मनी लॉड्रिंग एक्ट के तहत हर साल 7,900 मामले, अमेरिका में 1,532 मामले, चीन में 4,691 मामले, ऑस्ट्रिया में 1,036 मामले, हांगकांग में 1,823 मामले, बेल्जियम में 1,862 मामले और रूस में 2,764 मामले दर्ज किए जाते हैं।'

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