ग्वालियर कोरोना बुलेटिन
ग्वालियर कोरोना बुलेटिन Syed Dabeer Hussain - RE
कोरोना वायरस

लगातार 6 दिन से संक्रमित मिल रहे मरीजों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक

राज एक्सप्रेस

ग्वालियर, मध्यप्रदेश। जिले में लगातार 6 दिन से मिल रहे संक्रमित मरीजों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक रही है। इससे अब प्रशासन व स्वास्थ विभाग के अफसरों ने राहत की सांस ली है। हालांकि तीसरी लहर में ना के बराबर ही मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता पड़ी है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा 3621 कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच की गई। इसमें 411 को कोरोना होने की पुष्टि हुई। वहीं 439 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। परिवार हॉस्पिटल में उपचार के दौरान एक महिला ने दम भी तोड़ा है। महिला कोरोना संक्रमित होने के साथ कैंसर बीमारी से ग्रसित होना बताया गया है।

कोरोना संक्रमण की चपेट में आई एक 33 साल की विवाहिता ने भी इलाज के दौरान अस्पताल में बीती रात दम तोड़ दिया। तीसरी लहर के दौरान ग्वालियर में कोरोना संक्रमण से ग्रसित मरीज की यह पांचवीं मौत है। जानकारी के मुताबिक रामबाग कॉलोनी में रहने वाल शशिकांत जैन की पत्नी श्रीमती नम्रता जैन को कैंसर की गठान की समस्या थी। इसका इलाज वह ले चुकी थी। दोबारा से कुछ परेशानी होने पर परिजन नम्रता को लेकर कैंसर हॉस्पिटल पंहुचे थे, लेकिन जांच के दौरान परिजनों को बताया गया कि नम्रता के फैफड़ो में पानी भरा है। जबकि कैंसर संबंधी उनकी कोई परेशानी नहीं हैं। लिहाजा कैंसर हॉस्पिटल से उन्हें मांढरे की माता स्थित परिवार अस्पताल में रैफर कर दिया गया। यहां भर्ती होने के बाद महिला का कोरोना का रैपिड टेस्ट किया गया जिसमें वह संक्रमित आई। चार दिन तक नम्रता का इलाज चलता रहा, लेकिन बीती रविवार की रात महिला को बैचेनी हुई और रात 12.30 बजे उसने दम तोड़ दिया।

अब तक इन्होंने कोरोना से तोड़ा दम :

12 जनवरी: श्रीमती वर्षा गुप्ता की एक साल पहले डबरा स्थित गोमतीपुरा निवासी अशोक उर्फ नीतेश गुप्ता के साथ शादी हुई थी। नीतेश दिल्ली में एक मल्टी नेशनल कंपनी में काम करता है। वर्षा गर्भवति थी। लिहाजा नीतेश उसे ठीक से देखभाल के लिए ससुराल छोड़ गया था। डिलीवरी के लिए वर्षा को ग्वालियर के निजी अस्पताल में 10 जनवरी को भर्ती कराया था। रैपिड टेस्ट में वह पॉजीटिव आई थी। डिलीवरी के दौरान वर्षा ने एक बेटे को जन्म दिया, लेकिन उसके बाद उसकी हालत गंभीर हुई। उसे 11 जनवरी को जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया। वर्षा का ब्लड प्रेशर डाउन होने लगा। उसने अपने बेटे का चेहरा देखने की इच्छा जताई। बेटे को देखने के बाद वर्षा ने दम तोड़ दिया।

18 जनवरी :

चार शहर का नाका निवासी 65 साल के जगन्नाथ को सांस लेने में तकलीफ होने के कारण निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। भर्ती होने पर उनका रैपिड कोविड टेस्ट किया जिसमें वह पॉजिटिव आए थे। कोरोना संक्रमित आने पर उन्हे जयारोग्य अस्पताल में भर्ती किया गया। जहां इलाज के दौरान 18 जनवरी को मरीज की मौत हो गई।

19 जनवरी :

दीनदयाल नगर में रहने वाले 80 साल के पीतांबर सिंह चौहान को सांस लेने में तकलीफ के कारण भर्ती कराया गया था। भर्ती रहते हुए वह कोरोना संक्रमित आए। 19 जनवरी को बुजुर्ग ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

21 जनवरी :

डबरा के खडबई ग्राम निवासी प्रमोद ने अपनी पत्नी ममता को डिलीवरी के लिए सिविल हॉस्पिटल डबरा में भर्ती किया था। 16 जनवरी को डिलीवरी के दौरान बच्ची हुई। बच्ची पहले स्वस्थ्य थी, लेकिन जन्म के दो दिन बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसे तत्काल ग्वालियर के कमलाराजा में भर्ती कराया था। जहां बच्ची का कारोनो टेस्ट कराने पर वह पॉजिटिव निकली थी। जबकि बच्ची की मां रिपोर्ट निगेटिव आई थी। तीन दिन में बच्ची की हालत बिगड़ी और उसने 21 जनवरी को दम तोड़ दिया।

संक्रमण की रफ्तार पर एक नजर :

  • 19 जनवरी को 640 पॉजिटिव आए और 591 ठीक हुए।

  • 20 जनवरी को 572 पॉजिटिव आए और 580 ठीक हुए।

  • 21 जनवरी को 586 पॉजिटिव आए और 612 ठीक हुए।

  • 22 जनवरी को 488 पॉजिटिव आए और 725 ठीक हुए।

  • 23 जनवरी को 459 पॉजिटिव आए और 635 ठीक हुए।

अस्पतालों में पलंगों की संख्या :

  • 13 सरकारी अस्पताल क्षमता 1589 बैड 12 भर्ती मरीज 1577 खाली

  • 46 निजी अस्पताल अस्पताल क्षमता 1775 बैड 35 भर्ती मरीज 1740 खाली

कुल 3364 बैड 47 एलोटेड 3317 खाली

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