दूसरी पत्नी ने बेटे के साथ मिलकर की पति की नृशंस हत्या
दूसरी पत्नी ने बेटे के साथ मिलकर की पति की नृशंस हत्या सांकेतिक चित्र
क्राइम एक्सप्रेस

Bhopal : दूसरी पत्नी ने बेटे के साथ मिलकर की पति की नृशंस हत्या

खालिद अनवर

हाइलाइट्स :

  • हमीदिया अस्पताल में सरकारी ड्रायवर था मृतक।

  • चरित्र पर संदेह को लेकर पत्नी से करता था मारपीट।

  • सौतेले बेटे ने गुप्ती से गोदा, पत्नी ने पत्थर से सिर व चेहरा कुचला।

  • संपत्ति को लेकर भी चल रहा था विवाद, 10 माह पूर्व मंदिर में किया था विवाह।

भोपाल, मध्यप्रदेश। छोला मंदिर थाना क्षेत्र स्थित मालीखेड़ी रोड पर सोमवार देर रात दूसरी पत्नी ने अपने बेटे के साथ मिलकर पति की गुप्ती से गोदकर व पत्थर से कुचलकर नृशंस हत्या कर दी। घटना का कारण पति का पत्नी के चरित्र पर संदेह कर मारपीट करना बताया जा रहा है। करीब 10 माह पूर्व ही हमीदिया अस्पताल के सरकारी ड्रायवर ने आरोपी विधवा महिला से मंदिर में विवाह किया था। योजनाबद्ध तरीके से आरोपी महिला अपने पति को मालीखेड़ी के सूने स्थान पर ले गई और अपने बेटे को बुलाकर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने सनसनीखेज ब्लाइंड मर्डर का महज चार घंटे में खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।

पुलिस उपायुक्त जोन क्रमांक-चार विजय खत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि गौर शादी हाल के पास मालीखेड़ी निवासी अमर सिंह विश्वकर्मा (55) हमीदिया अस्पताल में सरकारी ड्रायवर थे, इन दिनों वह अस्पताल के अधीक्षक डॉ. दीपक मरावी की गाड़ी चला रहे थे। करीब 10 साल पहले उनकी पत्नी का निधन हो चुका था,उन्होंने अपनी दोनों बेटियों भावना व शशि की शादी भी कर दी है। कुछ दिन पहले अमर सिंह की मुलाकात नवजीवन कॉलोनी में रहने वाली विधवा महिला शांति बाई कुशवाह (46) से हुई थी। अमर व शांति बाई ने विगत पांच जुलाई 2021 को आर्य समाज मंदिर में विवाह कर लिया था। विवाह के बाद शांति बाई कुशवाह अपने दोनों बेटों शिवराज (19) व राहुल (17) के साथ अमर सिंह के साथ उसके मालीखेड़ी वाले मकान में रहने लगी थी। बताया जाता है कि शादी के कुछ दिन बाद ही चरित्र संदेह के चलते अमर सिंह अपनी पत्नी शांति के साथ मारपीट करने लगा था। नौबत यहां तक आ जाती थी कि दोनों बेटों शिवराज व राहुल को अपनी मां को बचाना पड़ता था।

शादी से लौटते ही शुरू हुआ विवाद :

एसीपी निशातपुरा रिचा जैन ने बताया कि विगत 30 मई को शांति बाई किसी रिश्तेदार की शादी में शामिल होने द्वारिका नगर गई थी। ड्यूटी से लौटते ही अमर सिंह एक बार फिर चरित्र को लेकर दूसरी पत्नी से विवाद करने लगा। वह शांति बाई को लेकर द्वारिका नगर स्थित शादी स्थल भी गया। रात करीब 11 बजे दोनों लौट आए। इस बीच अमर सिंह ने शांति बाई के साथ मारपीट की। लेकिन इस बार शांति बाई को बचाने वाला घर में कोई नहीं था,क्योंकि तीन दिन पहले ही अमर सिंह ने शांति के बेटे शिवराज को घर से निकाल दिया था। तीन दिन से शिवराज अपने दोस्तों के साथ ही रह रहा था।

मां ने बेटे को कॉल कर दी सूचना :

थाना प्रभारी अनिल सिंह मौर्य के मुताबिक पति की पिटाई से क्षुब्ध होकर सोमवार रात करीब 11 बजे शांति बाई ने अपने बेटे शिवराज को कॉल कर बताया कि अमर सिंह उसके साथ मारपीट कर रहा है। इस पर शिवराज कुशवाह का खून खौल उठा। उसने योजनाबद्ध तरीके से बात करने का बहाना बनाकर अमर सिंह व शांति बाई को मालीखेड़ी रोड स्थित सूने स्थान पर बुलाया और फिर मां-बेटे ने मिलकर अमर सिंह विश्वकर्मा को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने बताया कि पहले शिवराज ने अमर सिंह के गले व गर्दन पर गुप्ती से कई वार किए और फिर शांति बाई ने एक बड़े से पत्थर से उसका सिर व चेहरा कुचल दिया। दोनों ने अमर सिंह की लाश को सड़क से दूर सूने स्थान पर ठिकाने लगा दिया था।

पति के लापता होने का करती रही विलाप :

पति अमर सिंह को मौत के घाट उतारने के बाद शांति बाई अपने बेटे शिवराज के साथ घर आ गई। कुछ देर बाद उसने अपने पति के लापता होने का विलाप शुरू कर दिया। नौटंकी करते हुए उसने अमर सिंह के दोनों दामादों को कॉल कर लापता होने की जानकारी दी। दोनों दामाद समेत शिवराज और मोहल्ले के अन्य लोग अमर सिंह की खोजबीन में लग गए। कुछ देर बाद ही अमर सिंह की हत्या की सूचना पुलिस ने फोन पर परिजनों को दी। सूचना मिलते ही परिजन समेत सभी लोग मालीखेड़ी पहुंचे और मृतक की शिनाख्त अमर सिंह के रूप में की। पुलिस ने अमर सिंह के गले में लटके पहचान पत्र के आधार पर शिनाख्त की थी।

ऐसे हुआ ब्लाइंड मर्डर का खुलासा :

पुलिस ने बताया कि अंधेकत्ल की विवेचना के दौरान पता चला कि घटनास्थल के पास घटना के समय एक व्यक्ति ने महिला व पुरुष के बीच लड़ाई-झगड़े की आवाज सुनी थी। संदेह के आधार पर शांति बाई व उसके बेटे शिवराज को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उन लोगों ने अमर सिंह को मौत के घाट उतारना कुबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपी मां-बेटे के कब्जे से गुप्ती व उनकी शिनाख्त के बाद खून से सना पत्थर भी बरामद कर लिया है।

मकान को लेकर भी था विवाद :

बताया जाता है कि मालीखेड़ी के जिस मकान में अमर सिंह अपनी पत्नी शांति बाई व उसके दो बेटों के साथ रह रहा था, वो पहली पत्नी सुआ बाई के नाम रजिस्टर्ड है। शांति बाई और उसके बेटे चाहते थे कि उक्त मकान शांति बाई के नाम हो जाए। लेकिन अमर सिंह इसके लिए तैयार नहीं था। शांति बाई को लगने लगा था कि अमर सिंह उसका इस्तेमाल कर रहा है।

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