लोन के नाम पर फैलाया धोखाधड़ी का जाल
लोन के नाम पर फैलाया धोखाधड़ी का जाल Syed Dabeer Hussain - RE
क्राइम एक्सप्रेस

Indore : लोन के नाम पर फैलाया धोखाधड़ी का जाल

Pradeep Chauhan

इंदौर, मध्यप्रदेश। क्राइम ब्रांच, परदेशीपुरा और विजयनगर पुलिस टीम की कार्रवाई में लोन के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। परदेशीपुरा में अमित अग्रवाल और विजयनगर पुलिस ने वैभव रघुवंशी को दबौचा है। जांच में इनके कई साथियों के नाम सामने आए हैं,उनकी तलाश की जा रही है। ये शातिर ठग मध्यमवर्गीय और ठेले वालों को भी अपना शिकार बना देते थे। इनसे पूछताछ में कई खुलासे होने की संभावना है।

कैसे करते थे धोखाधड़ी :

बजाज एवं अन्य फाईनेंस कंपनियों का कर्मचारी बनकर लोन कराने व बजाज कार्ड बंद होने के नाम पर लोगों के साथ ठगी करने वाले शातिर आरोपी अमित को परदेशीपुरा ने पकड़ लिया है। आरोपी द्वारा पूर्व से ही फाईनेंस एवं लोन दिलाने का कार्य किया जाता था, जिससे आवेदकों की गोपनीय जानकारी हासिल कर फाईनेंस के लिए कॉल करके ठगी की जाती थी। आरोपी द्वारा लोन व फाईनेंस कराने तथा बजाज कार्ड अपडेट करने के नाम पर आवेदकों से उनके बजाज कार्ड की फोटो वाट्सअप्प पर तथा ओटीपी की जानकारी लेने के बाद वारदात को अंजाम दिया जाता था। आवेदकों के कार्ड और डॉक्यूमेंट पर लोन के नाम पर अन्य कंपनियों से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खरीद लिए जाते थे और ये आवेदक के नाम पे लोन के होते थे। आरोपी उपकरण अपने पास रख लेते थे। जब कंपनी आवेदकों से लोन मांगती थी तब उन्हें अपने साथ होने वाली धोखाधड़ी का पता लगता था। क्राइम ब्रांच की सायबर हेल्पलाईन पर कई आवेदकों ने इस प्रकार की ठगी की शिकायत की उसके बाद जांच के बाद खुलासा हुआ।

सायबर हेल्प लाइन पर मिली थी कई शिकायतें :

ठगी के कई मामलों में सायबर हेल्प लाइन पर शिकायतें मिल रही थी। इसके बाद कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र ने आरोपियों पर कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए। एडिशनल कमिश्नर क्राइम राजेश हिंगणकर ने डीसीपी निमिष अग्रवाल एवं एडिशनल डीसीपी गुरू प्रसाद पाराशर को सक्रिय किया। क्राइम ब्रांच की फ्राड इनवेस्टीगेशन टीमों ने जांच शुरु की तो कई चौंकाने वाले मामले सामने आए।

किस-किसको बनाया शिकार :

  1. सायबर हेल्पलाइन पर आवेदक प्रदीप निवासी-इन्दौर ने बताया कि उसे अज्ञात मोबाईल नंबर से कॉल कर स्वयं को बजाज कंपनी का कर्मचारी बताकर लोन दिलाने के नाम पर धोखा-धड़ी का शिकार बनाया गया। शिकायत जांच में पता चला कि आवेदक से लोन दिलाने के नाम पर उसके बजाज कार्ड की फोटो व ओटीपी की जानकारी व्हाट्सअप्प एवं फोन से लेकर आरोपी ने 33,980/-रु की ठगी की गई थी।

  2. आवेदक अरविंद निवासी इन्दौर ने बताया कि उसे अज्ञात मोबाईल से कॉल कर स्वयं को बजाज कंपनी का कर्मचारी बताकर उसके बजाज कार्ड को अपडेट करने के नाम पर धोखा-धड़ी की गई। आवेदक से उसके बजाज कार्ड की फोटो व ओटीपी की जानकारी वाट्सएप एवं फोन से लेकर आरोपी ने 68,000/-रु की ठगी की थी।

  3. आवेदक बबलू निवासी इन्दौर ने बताया कि उसे अज्ञात मोबाईल नंबर से कॉल कर स्वयं को बजाज कंपनी का कर्मचारी बताकर लोन कराने के नाम पर उसके बजाज कार्ड की फोटो व ओटीपी की जानकारी वाट्सएप एवं फोन से लेकर आरोपी ने 82,000/-रु की ठगी की थी।

फ्राड इनवेस्टीगेशन टीम ने मामले की जांच के बाद परदेशीपुरा पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त कार्रवाई में अमित अग्रवाल निवासी परदेशीपुरा को पकड़ लिया है।

अमित और वैभव मिलजुलकर करते थे वारदात :

आरोपी अमित अग्रवाल ने पूछताछ में बताया कि लॉकडाउन के पूर्व उसके द्वारा लोन एवं फाईनेंस कराने का कार्य किया जाता था, परंतु लॉकडाउन लगने के बाद से उसे लगातार नुकसान हो रहा था जिसके बाद उसके द्वारा पूर्व में लोगो का जो डाटा लोन एवं फाईनेंस दिलाने के नाम पर एकत्र किया था उसी का दुरुपयोग कर आवेदकों को कॉल कर लोन एवं फाईनेंस दिलाने का झांसा देकर बजाज एवं अन्य फाईनेंस कंपनियों का कर्मचारी बनकर तथा उनके बजाज कार्ड बंद होने की जानकारी देकर कार्ड अपडेट करने के नाम पर आवेदकों से बजाज कार्ड व ओटीपी की जानकारी वाट्सएप एवं फोन से लेकर ठगी करना शुरु कर दिया था। आरोपी अमित के विरुद्ध थाना परदेशीपुरा पर धारा 420 एवं 66(डी) आईटी एक्ट का केस दर्ज किया गया। एक अन्य शिकायत पर थाना विजयनगर पर धारा 420, 34 में आरोपी वैभव रघुवंशी के विरुद्ध केस दर्ज किया गया। दोनो आरोपियों ने पूछताछ में मिलजुलकर धोखाधड़ी की वारदातें करने की बात स्वीकारी हैं। पुलिस इनसे पूछताछ कर अन्य मामलों का पता लगा रही है। वैभव भी अमित की तरह ही लोन दिलाने के नाम पर ठगी की वारदातों को अंजाम देता था। इसने तो कई ठेलेवालों को भी अपना शिकार बनाया है। पूछताछ में कई नए खुलासे होने की संभावना है।

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