स्टॉक मार्केट का किंग बनाने का झांसा देकर एक करोड़ की ठगी, 4 गिरफ्तार सांकेतिक चित्र
क्राइम एक्सप्रेस

स्टॉक मार्केट का किंग बनाने का झांसा देकर एक करोड़ की ठगी, 4 गिरफ्तार

भोपाल, मध्य प्रदेश : स्टॉक मार्केट में ज़्यादा से ज़्यादा मुनाफा दिलाने का प्रलोभन देकर करोड़ों की ठगी करने वाले जालसाज़ गिरोह का सायबर क्राइम पुलिस ने पर्दाफाश किया है।

Author : राज एक्सप्रेस

हाइलाइट्स :

  • शेयर मार्केट में अच्छे मुनाफे का प्रलोभन देकर कराते थे निवेश

  • निवेश का पैसा शेयर मार्केट में न लगाकर खुद हड़प लेते थे आरोपी

भोपाल, मध्य प्रदेश। स्टॉक मार्केट में ज़्यादा से ज़्यादा मुनाफा दिलाने का प्रलोभन देकर करोड़ों की ठगी करने वाले जालसाज़ गिरोह का सायबर क्राइम पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लैपटॉप बड़ी संख्या में मोबाइल फोन व विभिन्न कंपनियों की सिम बरामद की है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सायबर पुलिस की टीम 5 दिनों से होशंगाबाद जिले में डेरा डाले हुए थी। पुलिस ने खुलासा किया है कि स्टॉक मार्केट में निवेश कराने का झांसा देकर आरोपी लाखों रुपए अपने खातों में डलवा जमा करा लेते थे लेकिन स्टॉक मार्केट में नहीं लगाते थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल और उप पुलिस अधीक्षक सायबर नीतू सिंह के मार्गदर्शन में सायबर क्राइम ब्रान्च जिला भोपाल की टीम ने यह कार्रवाई की है।

पुलिस के मुताबिक विगत दो फरवरी 2021 को फरियादी ने शिकायत दर्ज कराई कि द ग्लोबल एसएनसी नामक स्टॉक मॉर्केट की कंपनी के नाम से फोन पर संपर्क कर स्टॉक मार्केट में डीमेट अकाउण्ट ओपन करने और निवेश करने पर अच्छा मुनाफा मिलने की बात कही गई। कंपनी के कर्मचारियों ने शेयर मार्केट में ज्यादा से ज्यादा मुनाफा मिलने का दावा किया गया था। लिहाज़ा प्रलोभन में आकर फरियादी से द ग्लोबल एसएनसी के बैंक खातों में पैसा जमा करा दिया। लेकिन बाद में शेयर मार्केट में नुकसान होना बताकर फरियादी के साथ दो लाख 20 हज़ार रुपए की धोखाधड़ी की गई। आवेदन की जॉच करने पर फरियादी से दो बैंक खातों में पैसा जमा कराने की बात पता चली। बैंक से प्राप्त जानकारी के आधार पर बैंक खातों और मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचना शुरू की गई।

स्टॉक मार्केट में नहीं लगाते थे पैसा :

विवेचना के दौरान पता चला कि मुख्य आरोपी अभिषेक गौर अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर कंपनी का संचालन करता है। मुख्य आरोपी और उसके सहयोगी लोगों से संपर्क कर उन्हे स्टॉक मार्केट में पैसा लगाने की जानकारी देते थे और ज्यादा से ज्यादा प्राफिट देने का प्रलोभन देकर अपनी कंपनी के बैंक खातों में पैसा जमा करा लेते थे। लोगों से लिया पैसा स्टॉक मार्केट में कभी नही लगाते थे। निवेश करने निवेशक जब अपना पैसा वापस मांगते तो उन्हें नुकसान होना बताकर पैसा अपने पास रख लेते थे।

40 लोगों की टीम करती थी फर्जीवाड़ा :

फर्जी कंपनी के आरोपी एक कॉल सेंटर संचालित करते थे। मुख्य आरोपी अभिषेक गौर कंपनी का संचालन प्रबंधन व ग्राहकों से फोन पर बात करता था जबकि आरोपी पवन कुमार अहिरवार कर्मचारियों को प्रशिक्षण और फर्जी सिम की व्यवस्था करता था। तीसरा आरोपी विशाल सिंह सोलंकी खाते खुलवाना और खाते खुलवाने के लिये दस्तावेज एकत्रित करने का काम करता था। आरोपी मनीष रघुवंशी ऑफिस की देखरेख का कार्य करता था। इनके अलावा 28 लड़कियां और 12 लड़कों समेत कुल 40 लोग इन्वेस्टर्स को कॉल करने के लिए रखे गए थे। सायबर क्राइम जिला भोपाल की टीम ने अपराध कायमी के बात तकनीकि एनालिसिस के आधार पर उक्त चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

ज़ब्त सामान और पुलिस टीम :

सायबर पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक लेपटॉपए दो कम्पयूटर, 36 मोबाइल फोन, 38 सिम कार्ड, 16 एटीएम कार्ड व अन्य दस्तावेज़ ज़ब्त किए हैं। आरोपियों को दबोचने वाली टीम में एसआई सुबोध गौतम, एसआई बृज किशोर गर्ग, प्रधान आरक्षक चिन्नाराव, आरक्षक तेजराम सेन, आरक्षक शुभम चौरसिया, आरक्षक जावेद खान, आरक्षक राधेश्याम, आरक्षक प्रताप सिंह, आरक्षक शिवम, आरक्षक सुमित व महिला आरक्षक यशोदा शामिल हैं।

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