Bhopal Murder Case
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क्राइम एक्सप्रेस

खुशहाल परिवार था, नेचर भी अच्छा था, रिश्तेदार ने कहा- सब सामान्य था, किसी चौथे व्यक्ति की हो सकती है साजिश

खालिद अनवर

भोपाल,मध्य प्रदेश । पीएचक्यू की विशेष शाखा में पदस्थ सब-इंस्पेक्टर सुरेश खांगुड़ बेहद ही हंसमुख स्वभाव के जिंदादिल इंसान थे। छोटा सा खुशहाल परिवार था। किसी से कोई विवाद या खटपट भी नहीं थी।  रिश्तेदारों व पड़ोसियों को आभास भी नहीं था कि परिवार के साथ इतनी दुखद घटना सामने आएगी। मृतक सुरेश खांगुड़ के साले हरीश वर्मा ने उक्त तथ्यों पर रोशनी डालते हुए आशंका व्यक्त की है कि इसमें कहीं किसी बाहरी व्यक्ति का हाथ तो नहीं है। यह पारिवारिक नहीं बल्कि पुलिसवालों का मैटर हो सकता है।

पुलिस को इसमें बारीकी से जांच करना चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके। हरीश वर्र्मा ने बताया कि कृष्णा उनकी चार बहनों में सबसे छोटी थी। उसने कभी किसी तरह की परेशानी अथवा विवाद की बात नहीं बताई। सभी लोग अच्छे से रह रहे थे। इसमें कोई चौथा व्यक्ति हो सकता है। दो दिन पहले उनकी जीजा से बात हुई थी।

बहन से हुई थी बात

हरीश वर्मा ने बताया कि वह जीजा सुरेश खांगुड़ के घर से करीब 300 मीटर दूर रहते हैं। शुक्रवार 10 मार्च की रात उनकी बात बहन कृष्णा से हुई थी। उन्होंने कहा था कि गेहूं पिसवाकर रख लेना। सबकुछ सामान्य सा था। साल 2017 में उनकी बहन कृष्णा और सुरेश खांगुड़ ने लव मैरिज की थी। दरअसल दोनों परिवार के लोगों ने लव मैरिज को अरेंज मैरिज की तरह कराया था। हरीश ने बताया कि शनिवार सुबह वह परीक्षा देकर लौट रहा था तभी बड़ी दीदी ने मोबाइल पर उसे दुखद घटना की जानकारी दी। 

6 दिन बाद था इवान का बर्थडे

बताया जा रहा है कि आगामी 17 मार्च को सब-इंस्पेक्टर सुरेश खांगुड़ के इकलौते बेटे इवान का दूसरा जन्मदिन था। 17 मार्च को वह दो साल का होने वाला था। इवान के जन्मदिन को लेकर परिजन व सभी नजदीकी रिश्तेदारों में उत्साह था और जन्मदिन की तैयारी भी चल रही थीं। लेकिन उससे पहले ही दुखद घटना में मासूम इवान के जीवन का दुखद अंत हो गया। पुलिस ने बताया कि सब-इंस्पेक्टर और उनका परिवार पिछले पांच साल से यहां किराए के मकान में रह रहा था। पत्नी कृष्णा मूलरूप से राजगढ़ की रहने वाली थीं जबकि सुरेश आगर मालवा के रहने वाले थे। सुरेश यूपीएससी की तैयारी भी कर रहे थे।

बाइक पर है पुलिस सीरिज का नंबर 

एसीपी सुरेश दामले ने बताया कि सब-इंस्पेक्टर सुरेश का शव शुक्रवार देर रात रेलवे ट्रेक पर पड़ा मिला था लेकिन उस समय शिनाख्त नहीं हो सकी थी। अगले दिन शनिवार सुबह घटनास्थल के पास एक मोटरसाइकिल लावारिस हालत में खड़ी मिली। मोटरसाइकिल का रजिस्टे्शन नंबर पुलिस की सीरिज का था। लिहाजा नंबर के आधार पर पता लगाने पर शिनाख्त हुई । उसी आधार पर पुलिस मृतक के घर पहुंची तो जघन्य हत्याकांड का खुलासा हुआ। इस तरह से बेरहमी से अपने ही परिवार के लोगों की हत्या करने के अधिकतर मामलों में अवैध संबंध सामने आए हैं।

पुलिस अपनी जांच में इस बिंदु को भी लेकर चल रही है। शुरूआती तफ्तीश में माना जा रहा है कि शुक्रवार रात को पत्नी व बेटे की हत्या करने के बाद सुरेश खांगुड़े सुसाइड करने रेलवे ट्रेक पर पहुंचा होगा।  एसीपी का कहना है शुरुआती जांच से हत्या और आत्महत्या का मामला लग रहा है।  महिला और बच्चे के गले को धारदार हथियार से काटा गया है। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।

आवाज बाहर न जाए इसलिए टीवी ऑन किया

पुलिस की टीम जब राजवैद्य कॉलोनी कोलार स्थित सब-इंस्पेक्टर के घर पहुंची तो बाहर से ताला लगा मिला लेकिन अंदर से टीवी की आवाज आ रही थी। कई बार आवाज देने के बाद भी जब भीतर से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो दरवाजे की कुंडी तोडक़र पुलिस ने घर में प्रवेश किया। अंदर सुरेश की पत्नी कृष्णा और दो साल के बेटे इवान के खून से लथपथ शव अलग-अलग कमरों में पड़े मिले। महिला की हत्या जमीन पर जबकि बच्चे की हत्या बिस्तर पर की गई। घटनास्थल पर चारों ओर खून बिखरा पड़ा था। पास ही खून से सना लोहे का बका भी पड़ा मिला है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इसी हथियार से महिला और मासूम की गला रेतकर हत्या की गई है। 

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