संगीत आत्मा की तरह है, उसमें अश्लीलता और फूहड़ता नहीं होना चाहिए : मोहित चौहान
संगीत आत्मा की तरह है, उसमें अश्लीलता और फूहड़ता नहीं होना चाहिए : मोहित चौहान Social Media
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संगीत आत्मा की तरह है, उसमें अश्लीलता और फूहड़ता नहीं होना चाहिए : मोहित चौहान

Author : Rakhi Nandwani

भोपाल, मध्यप्रदेश। अपनी मखमली आवाज से सबके दिलों में संगीत के में तार छेडऩे वाले वाले गायक मोहित चौहान ने अपने साक्षात्कार में कई सवालों का बेबाकी से जबाव दिया। उन्होंने संगीत में अश्लीलता और फूहड़ता को लेकर कहा कि इस तरह के गानों को इंकार करना होगा। साथ ही उन्होंने पुराने गानों की मौलिकता से छेड़-छाड़ नहीं करने की बात भी कही। वहीं भोपाल के बारे में मोहित का कहना है कि यहां की झीलें यहां के लोगों के लिए ऊपर वाले की ब्लेसिंग है।

आज आधुनिकता के नाम पर या कर्मिशयली हिट करने के लिए कुछ अश्लील व बेतुके गाने गाए जा रहे हैं, इस बारे में आपका क्या सोचते है?

मैं ऐसे गानों के बिल्कुल खिलाफ हूं। मुझे ऐसा कोई गीत गाने को कहा जाता है तो मैं साफ मना कर देता हूं क्योंकि मैं म्यूजिक को आत्मा मानता हूं और पैसा कमाने या फेमस होने के लिए इस तरह के तरीके अपनाने को गलत मानता हूं।

आपको किशोर दा के एक गीत को गाने का ऑफर मिला था, जिसके लिए आपने मना कर दिया है, ऐसा क्यों?

किशोर दा को मैं गुरु मानता हूं। यह सही है कि मुझे उनके गीत को गाने का ऑफर मिला था, जिसके लिए मैंने मना कर दिया है। व्यक्गित रूप से मैं किसी गाने के रिक्रीएशन का पक्षधर नहीं हूं। किसी भी कलाकार का अपना एक ऑरिजन्ल फॉर्म होता है और मेरे हिसाब से अपने अंदाज में गाया गया गाना ही यूनिक होता है। इसलिए किसी को कॉपी करना या किसी और के गाए गाने से कुछ हिस्सा लेकर कमिर्शयल यूज करने को मैं ठीक नहीं मानता। हां, यदि कोई गीत आपका बेहद फेवरेट है तो आप उसे अपने लिए रिकार्ड सकते हो।

रियल्टी शो में कई कलाकार आते हैं , लेकिन कुछ समय में ही गुम हो जाते हैं, आप का क्या कहना है?

रियल्टी शो कलाकारों या गीतकारों को मंच प्रदान करता है। लेकिन अच्छी गायिकी, खास अंदाज, रियाज और मेहनत ही आप को भीड़ से अलग खड़ा करेगी। मैं हमेशा कहता हूं गीत-संगीत एक क्रिएटीव कला है ,जो दिल से निकलता है ,वही दिल को छूता है। गायक में अगर कुछ खास है तो वो खास मुकाम भी हासिल करेगा।

आपका अपना गाया सबसे पसंदीदा गीत कौन सा है?

यह सवाल उतना ही कठिन है जितना एक मां से यह पूछना कि आपका सबसे दुलारा बच्चा कौन सा है। मेरे लिए मेरे सभी गीत उन्हीं बच्चों की तरह हैं। मैं उनमें अपनी आत्मा डालने की कोशिश करता हूं। वैसे एआर रहमान साहब के गाने मुझे बहुत अच्छे लगते हैं, रहमान साहब के मसकल्ली-मसकल्ली के लिए मुझे अवार्ड मिला है, यह मेरे गाए फर्वेट सांग्स में से एक है। मुझे रोजा फिल्म के सभी गाने पसंद हैं।

आपको भोपाल कैसा लगा?

मैं पहले भी भोपाल आ चुका हूं, मुझे भोपाल और भोपाल के लोग बहुत अच्छे लगे। मैं हिमाचल से हूं और हमेशा ही प्रकृति के नजदीक रहा हूं और उसे महसूस करता हूं। भोपाल में भी मुझे वही फील आती है। यहां की आबोहवा, हरियाली और विशेषकर झीलें यहां के लोगों के लिए ऊपर वाले की ब्लेसिंग है। भोपाल ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में कुछ खास जगह हैं , जिसकी वजह से यह हिन्दुस्तान का दिल है। यहां की खास लोकेश्नस की वजह से फिल्म इंडस्ट्री का भी यह फेवरेट स्पॉट बन गया है। खूबसूरत इमारतें, बीहड़, जंगल और झीलें और भी कई खास लोकेश्नस हैं, जो सबको आकर्षित करती हैं।

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