Bawaal Review
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Bawaal Review : वरुण की परफॉर्मेंस ने बनाया बवाल का माहौल

Pankaj Pandey

स्टार कास्ट - वरुण धवन, जान्हवी कपूर

डायरेक्टर - नितेश तिवारी

प्रोड्यूसर - साजिद नाडियाडवाला

स्टोरी

फिल्म की कहानी लखनऊ में रहने वाले अजय दीक्षित (वरुण धवन) की है जो कि पेशे से इतिहास के टीचर हैं। अजय उर्फ अज्जू भाई के घर में मां-बाप के अलावा पत्नी निशा (जान्हवी कपूर) भी है, जिसे मिर्गी की बीमारी है। अजय पत्नी की इस बीमारी के चलते उसे घर से बाहर घुमाने नहीं लेकर जाते हैं क्योंकि उन्हें डर है कि अगर लोगों को उनकी पत्नी की बीमारी के बारे में पता चल गया तो उनकी इमेज खराब हो जाएगी। इसी बीच एक दिन अजय अपने क्लास में पढ़ रहे स्थानीय विधायक के बेटे को एक थप्पड़ जड़ देते हैं और उन्हें सस्पेंड कर दिया जाता है। यहां तक कि अजय भाई की नौकरी जाने की नौबत आ जाती है क्योंकि विधायक को पता चल गया है कि अजय को इतिहास के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। अपनी नौकरी बचाने के लिए अजय दीक्षित अपनी पत्नी निशा के साथ यूरोप जाने का फैसला करता है ताकि वो यूरोप से बच्चों को वर्ल्ड वार टू के बारे में पढ़ा सके और यह करने से शायद उनकी नौकरी बच जाए। अब अजय दीक्षित की नौकरी बचेगी या जाएगी। यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।

डायरेक्शन

फिल्म को डायरेक्ट नितेश तिवारी ने किया है और उनका डायरेक्शन ठीक है। फिल्म की स्टोरी में दम नहीं है और फिल्म सिर्फ फर्स्ट हाफ में आपका मनोरंजन करती है। सेकंड हाफ में फिल्म इतनी बोरिंग हो जाती है कि आपको लगेगा कि फिल्म देखनी ही नहीं चाहिए। फिल्म में दिखाई गई लव स्टोरी को वर्ल्ड वार टू से जोड़ने के कारण फिल्म अच्छी नहीं बन पाई है। फिल्म की सिनेमेटोग्राफी बढ़िया है। फिल्म का म्यूजिक ठीक है और गाने भी ठीक-ठाक हैं।

परफॉर्मेस

परफॉर्मेंस की बात की जाए तो वरुण धवन ने अज्जू भाई के किरदार को बखूबी निभाया है। जान्हवी कपूर ने भी एक ठीक-ठाक परफॉर्मेंस दी है। मनोज पाहवा ने भी बढ़िया काम किया है। अंजुमन सक्सेना ने भी ठीक काम किया है। मुकेश तिवारी को फिल्म में अच्छे से इस्तेमाल नहीं किया गया है। फिल्म के बाकी कलाकारों का काम ठीक है।

क्यों देखें

बवाल एक बेहतरीन लव स्टोरी फिल्म है लेकिन फिल्म में वर्ल्ड वार टू का कनेक्शन डालकर फिल्म के डायरेक्टर ने फिल्म को एक औसत दर्जे की फिल्म बना दी। फिल्म के सभी कलाकारों का काम ठीक है लेकिन फिल्म की स्टोरी में ही दम नहीं है। इसके अलावा फिल्म एक अच्छा संदेश भी देती है कि दूसरे के पास क्या है, उसे देखकर दुखी होने से अच्छा है कि जो खुद के पास है, उसे देखकर जीवन में खुश रहो। इसलिए अगर आपको वरुण धवन की बेहतरीन परफॉर्मेंस और एक बढ़िया संदेश देने वाली फिल्म देखनी है तो यह फिल्म आपके लिए है।

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