कल Bharat Band रहेगा और विपक्षी दलों का रहेगा समर्थन
कल Bharat Band रहेगा और विपक्षी दलों का रहेगा समर्थन Social Media
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कल Bharat Band रहेगा और विपक्षी दलों का रहेगा समर्थन

Author : Priyanka Sahu

Bharat Band: केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे अन्‍नदाता अपने आंदोलन को और मजबूत करने के लिए कल 27 सितंबर (सोमवार) को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेतृत्व के तहत 40 किसान संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है, जिसका विपक्षी दलों द्वारा समर्थन का ऐलान किया जा रहा हैै।

भारत बंद के शान्तिपूर्ण आयोजन को बीएसपी का समर्थन :

कृषि कानूनों के खिलाफ सोमवार को भारत बंद को लेकर कांग्रेस और माकपा से लेकर राकांपा और तृणमूल कांग्रेस विपक्षी दलों ने समर्थन का ऐलान किया। इस बीच अब BSP प्रमुख मायावती ने भी शांतिपूर्ण भारत बंद का समर्थन करते हुए अपने ट्वीट में लिखा- केन्द्र द्वारा जल्दबाजी में बनाए गए तीन कृषि कानूनों से असहमत व दुःखी देश के किसान इनकी वापसी की माँग को लेकर लगभग 10 महीने से पूरे देश व खासकर दिल्ली के आसपास के राज्यों में तीव्र आन्दोलित हैं व कल ’भारत बंद’ का आह्वान किया है, जिसके शान्तिपूर्ण आयोजन को बीएसपी का समर्थन।

साथ ही, केन्द्र सरकार से भी पुनः अपील है कि, किसान समाज के प्रति उचित सहानुभूति व संवेदनशीलता दिखाते हुए तीनों विवादित कृषि कानूनों को वापस ले तथा आगे उचित सलाह-मश्विरा व इनकी सहमति से नया कानून लाए ताकि इस समस्या का समाधान हो। किसान खुश व खुशहाल तो देश खुश व खुशहाल।
बसपा प्रमुख मायावती

सुबह 06 बजे से शाम 04 बजे तक भारत बंद :

बताया जा रहा है कि, संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेतृत्व के तहत 40 किसान संगठनों ने 27 सितंबर को भारत बंद का आह्वान सुबह 06 बजे से शाम 04 बजे तक का किया है और इस दौरान विपक्षी दल भी अब कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की जंग में शामिल होंने के संकेत मिल रहे हैं। अभी तक तो किसान संगठनों को नैतिक समर्थन मिल रहा था, लेकिन अब विपक्ष के कई दलों ने भारत बंद के समर्थन में सड़क पर उतरने का भी ऐलान कर दिया है।

भारत बंद से किसान आंदोलन और मजबूत होगा :

बता दें कि, कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर किसानों काे विरोध प्रदर्शन करते-करते काफी महीने बीते चुके हैं, लेकिन अभी तक इस समस्‍या का कोई हल नहीं हो रहा। किसानों का कहना है कि, ''भारत बंद से उनका यह किसान आंदोलन और मजबूत होगा। किसान आंदोलन का पिछले हफ्ते 300 दिन पूरे हो गए हैं।'' तो वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की ओर से यह कहा गया है कि, ''समाज के विभिन्न वर्गों को देश के विभिन्न हिस्सों में किसान संगठनों द्वारा किसानों के समर्थन और एकजुटता के लिए संपर्क किया जा रहा है, जो भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए एक आंदोलन से साथ जुड़े हैं।''

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