जम्मू कश्मीर, भारत। आजकल धन के लालच में गलत या कहे आपराधिक कार्य इतने बढ़ गए है कि, आए दिन कुछ न कुछ नए घोटाले सामने आ रहे हैं। अब केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में बंदूक लाइसेंस घोटाले को लेकर CBI ने छापेमारी की है।
अवैध बिक्री के सिलसिले में 40 ठिकानों पर CBI की छापेमारी :
दरअसल, बंदूक लाइसेंस की अवैध बिक्री के सिलसिले में आज सुबह जम्मू-कश्मीर में 40 ठिकानों पर CBI ने छापेमारी की, जिसमें जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ IAS अधिकारी शाहिद इकबाल चौधरी के आवास भी शामिल हैं। हालांकि, इस बारे में एजेंसी की ओर से इन छापों के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी है, लेकिन बताया गया कि, यह कदम 2019 में दर्ज एक मामले के तहत उठाया गया।
मिली जानकारी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ IAS अधिकारी शाहिद इकबाल चौधरी इस समय सचिव (जनजातीय मामले) और सीईओ मिशन यूथ, जम्मू-कश्मीर हैं और वे पहले कठुआ, रियासी, राजौरी और उधमपुर जिलों के उपायुक्त के रूप में काम कर चुके है, इस दौरान उन्होंने कथित तौर पर अन्य राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लोगों को फर्जी नामों के तहत हजारों लाइसेंस जारी किए। केंद्रीय एजेंसी कम से कम 8 पूर्व उपायुक्तों की जांच कर रही है।
फर्जी और अवैध रूप से हथियार लाइसेंस किए जारी :
आरोप है कि, वर्ष 2012 और 2016 के बीच जम्मू कश्मीर के विभिन्न जिलों के कमिश्नर्स ने धन के लालच में फर्जी और अवैध रूप से हथियार लाइसेंस जारी किए। जानकारी के अनुसार, 2012 के बाद से जम्मू-कश्मीर से 2 लाख से अधिक बंदूक लाइसेंस अवैध रूप से जारी किए गए हैं, जिसे भारत का सबसे बड़ा गन लाइसेंस रैकेट माना जाता है। तो वहीं, पिछले साल आईएएस अधिकारी राजीव रंजन समेत दो अधिकारियों को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। रंजन और इतरत हुसैन रफीकी ने कुपवाड़ा जिले के उपायुक्त के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कथित रूप से अवैध रूप से ऐसे कई लाइसेंस जारी किए थे।
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