Rajnandgaon Lok Sabha Seat: पूर्व सीएम भूपेश बघेल के सामने संतोष पांडे
Rajnandgaon Lok Sabha Seat: पूर्व सीएम भूपेश बघेल के सामने संतोष पांडे Raj Express
छत्तीसगढ़

Rajnandgaon Lok Sabha Seat: पूर्व सीएम भूपेश बघेल के सामने संतोष पांडे

Author : Shreya N

हाइलाइट्स:

  • भाजपा ने सिटिंग एमपी संतोष पांडे को दिया टिकट।

  • जातिगत समीकरण साधने कांग्रेस ने भूपेश बघेल को उतारा।

  • पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के प्रभाव वाला इलाका है राजनंदागांव।

Rajnandgaon Lok Sabha Seat: छत्तीसगढ़ की Rajnandgaon लोकसभा सीट 2024 के लोकसभा चुनावों की हॉट सीट बन गई है। कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री Bhupesh Baghel को इस सीट से टिकट देने के बाद, राजनंदगांव का सियासी रण दिलचस्प हो गया है। भूपेश बघेल, जो वर्तमान में पाटन के विधायक है, सांसदी लड़ रहे हैं। इसकी वजह भाजपा के प्रभाव वाले इलाके में कांग्रेस के एक मजबूत चेहरे को उतारना और जातिगत समीकरण को साधना है। जबकि भाजपा ने सिटिंग एमपी संतोष पांडे को ही टिकट दी है। ऐसे में जानते है राजनांदगांव सीट का सियासी समीकरण और इतिहास- 

पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का क्षेत्र

Rajnandgaon सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रमन सिंह (Raman Singh) की साख दांव पर लगी है। उनका विधानसभा क्षेत्र इसी सीट के अंतर्गत आता है और पूरे इलाके में रमन सिंह की पकड़ मानी जाती है। ऐसे में भूपेश बघेल के सामने, रमन सिंह को यह सीट बचाकर अपनी साख रखनी होगी।

दूसरी बार चुनावी मैदान में संतोष पांडे

भाजपा ने Rajnandgaon लोकसभा सीट से सिटिंग एमपी संतोष पांडे (Santosh Pandey) को टिकट दिया है। पेशे से वकील संतोष पांडे ने 2019 के लोकसभा चुनावों में इस सीट पर कांग्रेस के भोला राम साहू को 1 लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। ऐसे में भाजपा ने फिर से उन्हें टिकट दिया है। उनसे पहले रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह और खुद रमन सिंह भी इस सीट से सांसद रह चुके हैं। सन् 2000 में छत्तीसगढ़ के बनने के बाद से सिर्फ एक बार 2007 के उपचुनाव में इस सीट से कांग्रेस की जीत हुई है। इसके अलावा राजनांदगांव भाजपा की मजबूत पकड़ वाली सीट मानी जाती है।

जातिगत समीकरण साधने मैदान में उतरे काका

राजनांदगांव से भूपेश बघेल को टिकट देने से कांग्रेस पॉपुलर चेहरे को उतारने के अलावा, जातिगत समीकरण को भी बैलेंस कर पा रही है। भूपेश बघेल OBC समाज से आते हैं। उनके जरिए कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य पिछड़ा वर्ग के वोटर्स को साधना है। जबकि भाजपा ने इस जातिगत समीकरण  को नजरअंदाज करते हुए सवर्ण उम्मीदवार को मैदान में उतारा है। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में, जातिगत समीकरण ने कोई प्रभाव नहीं डाला था। ब्राह्मण समाज से आने वाले संतोष पांडे की जीत हुई थी। ऐसे में देखना होगा, इस बार राजनांदगांव में किसका दांव भारी पड़ता है।

मतदाताओं की संख्या

कुल मतदाता- 18,68,021

पुरुष मतदाता- 9,29,679

महिला मतदाता- 9,38,334

थर्ड जेंडर मतदाता- 8

चुनाव तारीख- 26 अप्रैल, 2024

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT