प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
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भारत

क्यों ट्रेंड कर रहा '#आओ_मोदी_चौराहे_पर'?

Author : रवीना शशि मिंज

राज एक्सप्रेस। तारीख 8 नवंबर 2016, समय रात 8 बजे, देश के प्रधानमंत्री न्यूज़ चैनलों के माध्यम से देशवासियों को संबोधित करते हैं। ऐलान करते हैं कि आज रात 12 बजे से 500 और 1000 रूपए के नोट चलन से बाहर हो जाएँगे।

इस ऐलान के बाद देशवासियों में हड़कंप मच गया, एटीएम के बाहर लंबी कतारों में लोग पैसे निकालने के लिए अपनी पारी का इंतज़ार कर रहे थे। लोग एटीएम से एटीएम के चक्कर काट रहे थे।

नोटबंदी की वजह से कई की शादी रूक गई तो कई की नोटबंदी के सदमें ने जान ले ली। इससे देश को कितना फायदा हुआ सरकार ने आजतक उसके आंकड़े जारी नहीं किए हैं। वे सिर्फ कहते हैं कि नोटबंदी से फायदा हुआ।

आज नोटबंदी की तीसरी सालगिरह है और इस अवसर पर सोशल मीडिया वेबसाइट ट्विटर पर #आओ_मोदी_चौराहे_पर ट्रेंड कर रहा है। आइए जानते है ट्विटर पर नोटबंदी से जुड़े कौन से हैश टेग ट्रेंड कर रहे हैं।

1. #आओ_मादी_चौराहे_पर

ट्विटर पर ट्रेंड होने वाले इस हैशटैग के पीछे एक कहानी है। प्रधानमंत्री मोदी नोटबंदी की सफलता को लेकर सुनिश्चित थे लेकिन इस दौरान हुई परेशानी ने लोगों को नोटबंदी के खिलाफ खड़ा कर दिया। प्रधानमंत्री ने अपनी विश्वसनियता बनाए रखने के लिए जनता से 50 दिनों की मौहलत मांगी थी। उन्होंने एक जगह जनता को संबोधन करते हुए इसका दावा किया था।

मुझे 50 दिन दीजिए, 30 दिसंबर तक अगर कोई कमी रह जाए, मेरे इरादे में खोट निकल जाए। आप मुझे किसी भी चौराहे में खड़ा करेंगे मैं खड़ा हो जाऊँगा। देश मुझे जो सजा देगा मैं भुगतने को तैयार हूँ।
नरेंद्र मोदी (प्रधानमंत्री)

2. #DeMonetisationDisaster

दूसरा सबसे ज्यादा ट्रेंडिग हैशटैग है #DeMonetisationDisaster. विपक्ष के कई नेताओं ने इस हैशटैग का अपने ट्वीट में इस्तेमाल किया है।

कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर ने एक कविता शेयर की है -

#DeMonetisationDisaster

बहुत से घर लुटे थे तब,

बहुत से लोग मरे हैं

जख्म जो आज मिले थे

जख्म वो अब भी हरे हैं

कतारें लम्बी-लम्बी सी

सुबह ओर शाम लगती थी

बूढ़ी अम्मा, बिन खाए

सारी रात जगती थी

8 तारीख क्या आई

लोग अब फिर से डरे हैं

जख्म जो आज मिले थे

जख्म वो अब भी हरे हैं।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- 'आज नोटबंदी की तीसरी सालगिरह है। मैंने ऐलान होने के अगले मिनट ही बोल दिया था कि यह देश की आर्थिक और कई लोगों की जिंदगी बर्बाद कर देगी। अर्थशास्त्र, आम जनता और सभी विशेषज्ञ भी अब मुझसे सहमत हो गए हैं। आरबीआई के आंकड़ों से पता चल गया है कि यह एक असफल कोशिश थी।'

3.#NoteBandiSeMandiTak

नोटबंदी से मंदी तक ये हैशटैग भी ट्रेंड कर रहा है। आपको बता दें कि नोटबंदी के बाद से ही देश में मंदी की समस्या उत्पन्न हुई। विशेषज्ञों का मानना है कि नोटबंदी और जीएसटी ने देश की आर्थिक मंदी को बढ़ाया है।

4.#DeMonetisation

नोटबंदी पर आज का चौथा ट्विटर ट्रेंडिंग है #DeMonetisation.

66% लोगों ने माना नोटबंदी एक गलत फैसला था-

LocalCircle(लोकल सर्कल) ने नोटबंदी के प्रभाव को लेकर एक ऑनलाइन सर्वे किया था। इस सर्वे में 66% लोगों ने माना कि नोटबंदी का अर्थव्यवस्था और श्रम रोज़गार पर नकारात्क प्रभाव पड़ा है, बाकि 28% लोग इस बात को नकारते हैं।

बता दें कि नोटबंदी से पहले उसी साल देश में अर्थव्यवस्था बढ़ रही है। ऐसे में नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था को नीचे गिरा दिया। 33% लोगों ने माना कि नोटबंदी ही आर्थिक मंदी का कारण है।

अर्थव्यवस्था के जानकारों का कहना है कि नोटबंदी का प्रभाव छोटे, असंगठित सेक्टरों पर हुआ है। इन सेक्टरों में काम करने वाले बेरोज़गार हुए हैं।

लोकल सर्कल का सर्वे

आरबीआई और एनपीसीआई क्या कहती है

आरबीआई और एनपीसीआई का सर्वे।

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