हाइलाइट्स :
हिमाचल प्रदेश में जगह-जगह भूस्खलन और बादल फटने की घटना
कुदरती आपदा की चपेट में आने से बीते चार दिनों में 71 लोगों की मौत
कांगड़ा से अब तक 1,700 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया गया
हिमाचल प्रदेश, भारत। देश के कई हिस्सों में मानसूनी माैसम ब्रेक के चलते सूखे जैसे हालात हैं, लेकिन हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा की आफत से यहां के लोगों का जनजीवन अस्त-वयस्त हो गया है। दरअसल, प्रदेश में जगह-जगह बार-बार भूस्खलन और बादल फटने की घटना हो रही है।
भारी बारिश के कारण अब तक 71 लोगों की मौत :
कुदरती आपदा की चपेट में आने से बीते चार दिनों हुई भारी बारिश के कारण अब तक 71 लोगों की मौत होने की सूचना है और करोड़ों का नुकसान हुआ है। इस दौरान प्रदेश के अधिकतर जिले बाढ़ मार झेल रहे है, ऐसे में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। प्रभावित जगहों पर जिला प्रशासन, सेना और भारतीय वायुसेना मिलकर राहत-बचाव का कार्य कर रही है एवं कांगड़ा से अब तक 1,700 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया गया।
तो वहीं, शिमला के समर हिल इलाके में 14 अगस्त को हुए भूस्खलन के बाद बचाव अभियान जारी है। इस दौरान एनडीआरएफ इंस्पेक्टर नसीफ खान ने जानकारी देते हुए बताया, 4 दिन से रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन चल रहा है। भारतीय सेना, एसडीआरएफ और पुलिस यहां बचाव कार्य में जुटी हुई है। लापता 21 लोगों में से अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, मंडी, शिमला, कुल्लू, जिला सिरमौर और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में 1,220 सड़कें बंद हैं। इसके अलावा भारतीय वायु सेना के अधिकारियों ने बताया कि, पश्चिमी वायु कमान के हेलिकॉप्टरों ने पिछले 48 घंटों में 50 से ज्यादा उड़ानें भरीं हैं।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।