दिल्ली, भारत। कोरोना महामारी के काल में लक्षद्वीप के उपराज्यपाल दिनेश्वर शर्मा का आज निधन हो गया है, वे कई दिनों से दिल्ली के एम्स में भर्ती थे।
प्रधानमंत्री ने किया शोक व्यक्त :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लक्षद्वीप के प्रशासक दिनेश्वर शर्मा की मौत पर शोक व्यक्त किया।
लक्षद्वीप के प्रशासक श्री दिनेश्वर शर्मा जी ने भारत के पुलिसिंग और सुरक्षा तंत्र में लंबे समय तक योगदान दिया। उन्होंने अपने पुलिसिंग करियर के दौरान कई संवेदनशील काउंटर आतंक और उग्रवाद के खिलाफ कई संवेदनशील अभियानों में शामिल रहें। उनके निधन से दुखी। उनके परिवार के प्रति संवेदना। ओम शांति।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
गृह मंत्री अमित शाह ने किया ट्वीट-
गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट कर कहा, ''लक्षद्वीप के प्रशासक श्री दिनेश्वर शर्मा जी के निधन के बारे में जानने के लिए गहराई से पीड़ा हुई। उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा के एक समर्पित अधिकारी के रूप में देश भक्ति की। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। ओम शांति।''
दिनेश्वर शर्मा द्वारा संभाले जा चुके पदभार :
बता दें, दिनेश्वर शर्मा ने कई चुनौतीपूर्ण कार्य किए हैं, पुलिसिंग और आतंकवाद का मुकाबला करने के क्षेत्र में समृद्ध अनुभव किया है।
दिनेश्वर शर्मा 1976 बैच के केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी थे।
दिनेश्वर शर्मा ने मगध विश्वविद्यालय, बोधगया बिहार से स्नातक किया था।
दिनेश्वर शर्मा ने जम्मू और कश्मीर राज्य के लिए भारत सरकार के एक वार्ताकार के रूप में भी काम कर चुके हैं।
उन्होंने 31 दिसंबर 2014 को इंटेलिजेंस ब्यूरो के 25 वें निदेशक के रूप में काम किया।
वर्ष 2017 में 30 मई को दिनेश्वर शर्मा को पूर्वोत्तर राज्यों के विभिन्न समूहों के साथ शांति वार्ता के लिए GoIR के रूप में नियुक्त किया गया था।
इसके बाद वर्ष 2017 में ही 25 अक्टूबर को उन्हें निर्वाचित प्रतिनिधियों, विभिन्न संगठनों और संवाद के लिए भारत सरकार के प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त किया गया था।
दिनेश्वर शर्मा को 1997 में मेधावी सेवा के लिए प्रतिष्ठित भारतीय पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था।
इसके बाद वर्ष 2003 में राष्ट्रपति पुलिस पदक के लिए विशिष्ट सेवा पदक मिला।
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