मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में छोड़े गए 19 बारासिंघे
मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में छोड़े गए 19 बारासिंघे Social Media
मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में छोड़े गए 19 बारासिंघे, इनके लिए तैयार किया गया है बाड़ा

Sudha Choubey

उमरिया, मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले का बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (Bandhavgarh Tiger Reserve) से जुड़ी खबर आई है कि, यहां 19 बारहसिंगा आ चुके है। बाघों के लिए पहचाने जाने वाले बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में अब बारहसिंगा भी दौड़ेंगे। लम्बे समय से पार्क प्रबंधन इसकी तैयारी में जुटा हुआ था, साथ ही पर्यटकों को भी लम्बे समय से इस क्षण का इन्तजार था। प्रथम चरण में जो 19 बारहसिंगा आए हैं, उनमें से 2 मादा और 11 नर हैं।

बता दें कि, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में अब तक बारहसिंगा नहीं थे। मंडला के कान्हा टाइगर रिजर्व से इन्हें यहां लाकर बांधवगढ़ में पुनर्स्थापित किया जा रहा है। बांधवगढ़ में पहुंची 19 बारहसिंघा की पहली खेप से इसकी शुरुआत की गई है। वहीं, अगले तीन सालों में कान्हा से 100 बारहसिंघा लाकर बांधवगढ़ में बसाए जाएंगे। इसके लिए टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा खास इंतजाम किए गए हैं। बांधवगढ़ में बारहसिंघा को रखने के लिए 50 हेक्टेयर क्षेत्र में बड़ा इनक्लोजर (बाड़ा) तैयार किया गया है। इन बारहसिंघा को यहीं पर रखा जाएगा। इनक्लोजर का डिजाइन इस तरीके से तैयार किया गया है कि, इसमें बाघ के साथ ही अजगर जैसे सांप भी प्रवेश नही कर पाएंगे।

ACF सुधीर मिश्रा ने बताया:

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के ACF सुधीर मिश्रा ने बताया कि, "केंद्र ने हमें पहले वर्ष में 50 के साथ 100 दलदली हिरण लाने की अनुमति दी है। तो, आज उनमें से 19 को लाया गया है - 11 पुरुष और 8 महिलाएँ। हमने यहां एक बाड़ा बनाया है, जो कि मांसाहार रोधी है। कोई मांसाहारी जानवर अंदर नहीं जा सकता। हमारे पास हाथी भी हैं और हमने यह देखने के लिए व्यवस्था की है कि हाथी बाड़े को नुकसान न पहुंचाएं।"

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