क्रूरता की हदें पार, 500 की भीड़ ने 6 युवकों को बनाया शिकार
क्रूरता की हदें पार, 500 की भीड़ ने 6 युवकों को बनाया शिकार Deepika Pal - RE
मध्य प्रदेश

क्रूरता की हदें पार, 500 की भीड़ ने 6 युवकों को बनाया शिकार

Deepika Pal

राज एक्सप्रेस। मध्यप्रदेश में आए दिन मानवता को शर्मसार करने की घटनाएं सामने आती रहती हैं जिनमें मॉब लिंचिंग की घटनाओं का बढ़ना आम बात हो गई है। इसके चलते ही प्रदेश के धार जिले के मनावर क्षेत्र में मॉब लिंचिंग की बड़ी घटना सामने आई है जहां 500 लोगों की भीड़ ने अफवाह के चलते 6 लोगों को मारपीट का शिकार बनाया जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई वहीं 5 लोगों की हालत गंभीर है। पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले ही युवकों को पीटकर बेसुध कर दिया गया था। मामले पर प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जांच करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

क्या है पूरा मामला :

जानकारी के मुताबिक, यह बर्बरता पूर्ण घटना धार जिले से मनावर के तिरला क्षेत्र स्थित खड़किया गांव की है जहां पीड़ित 6 किसान, मजदूरों से अपना एडवांस रूपया लेने गांव आए थे जैसे ही वे गांव पहुंचे वहां पहले से मौजूद 500 लोगों की भारी भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। पैसे ना देने का मन बना चुके मजदूरों ने बच्चा चोरी की अफवाह फैला दी जिससे आक्रोशित भीड़ ने 6 लोगों को दौड़ा-दौड़ा इतना पीटा कि एक की बड़वानी रैफर करने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई वही अन्य 5 बेसुध और अधमरे हो गए। घटना की सूचना मिलते ही मनावर पुलिस जैसे ही मौके पर पहुंची भीड़ को काबू में लाया गया। वीडियो के आधार पर हमलावरों की शिनाख्ती की जा रही है। पीड़ित किसान उज्जैन के लिंबी पिपलिया गांव के रहने वाले हैं।

पुलिस के अनुसार -

मामले में एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि, 2 गाड़ी में सवार होकर 6 लोग आए थे। किसानों ने मजदूरों को 50 हजार रु. एडवांस दिए थे। लेकिन कुछ मजदूर काम किए बगैर भागकर गांव आ गए थे। जिसे देने के लिए किसानों को मजदूरों ने तिरला के खिड़कियां गांव में बुलाया था, जब ये किसान गाँव पहुंचे तब इन पर पत्थरबाजी की गई और गाँव वालों द्वारा उनका पीछा किया गया। फिर गाँव वालों इनके बच्चा चोर होने की अफवाह फैलाई। बोरलाई गाँव के हाट बाजार में 500 से ज्यादा की भीड़ ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। कार चालक गणेश (38) को बड़वानी रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने 3 आरोपी मजदूरों अवतार सिंह, भुवनसिंह, जामसिंह की पहचान कर ली है। उनके साथ-साथ15 से 20 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

पीड़ित नरेंद्र शर्मा के अनुसार :

मामले में पीड़ित नरेंद्र शर्मा ने बताया कि, उज्जैन और तिरला थाना पर रिपोर्ट भी दर्ज करवाई गई थी। बाद में मजदूरों का फोन आया कि आप खड़किया आ जाओ, यही अपना हिसाब कर लेंगे। हम 6 लोग दो गाड़ी लेकर बुधवार को तिरला थाने पर पहुंचे वैसे ही भीड़ ने हम पर हमला कर दिया। वहीं अन्य पीड़ित जगदीश शर्मा ने बताया कि, हमारी गाड़ियां गांव में जैसे ही घुसीं लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। हम गाड़ी घुमाकर भागे लेकिन कुछ दूर ही चले थे कि भीड़ ने घेर लिया। लोग चिल्ला रहे थे कि बच्चा चोर आ गए। मारो.. जिंदा मत छोड़ना। भीड़ ने हमें बाहर निकाला और लोग बुरी तरह पीटने लगे।

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिए निर्देश :

मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दु:ख व्यक्त करते हुए जांच करने और दोषियों पर सख़्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा- गृहमंत्री बाला बच्चन

मामले को गंभीरता से लेते हुए गृहमंत्री बाला बच्चन ने कहा कि, मामले में पुलिस अधीक्षक, धार से बात की गई है है। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जांच करने और कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं ताकि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति मजबूत हो।

सरकार ने किया एसआईटी का गठन :

मामले में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट घायलों से मिलने इंदौर के एमवाय अस्पताल पहुंचे जहां घायलों का इलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री सिलावट ने बताया कि, मामले की जांच के लिए सरकार ने एसआईटी का गठन किया है, साथ ही मृतक के परिवार को दो लाख रुपए का मुआवजा दिए जाने का फैसला भी लिया गया है। साथ ही कहा कि घटना में घायल लोगों का उपचार सरकार द्वारा कराया जाएगा।

ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT