ट्रायल के पहले दिन भोपाल में 6 लोगों को दी कोवैक्सीन
ट्रायल के पहले दिन भोपाल में 6 लोगों को दी कोवैक्सीन Syed Dabeer Hussain - RE
मध्य प्रदेश

भोपाल : ट्रायल के पहले दिन भोपाल में 6 लोगों को दी कोवैक्सीन

Author : Krishna Sharma

हाइलाइट्स :

  • वैक्सीन देने वाले लोगो की उम्र 40 पार, 6 महीने तक रहेगे निगरानी में।

  • दूसरा डोज एक महीने बाद दिया जायेगा।

  • एक महीने में 1000 लोगो पर वैक्सीन ट्रायल करने का लक्ष्य।

  • पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में कोरोना के टीके का ट्रायल शुरू हो गया।

  • पहले दिन 15 लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन।

भोपाल, मध्य प्रदेश। भोपाल में कोरोना के टीके कोवैक्सीन का ट्रायल पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को शुरू हो गया। पहले दिन वैक्सीन लगवाने के लिए उनकी सहमति से 15 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराए। इनमें से केवल 6 लोगों को ही वैक्सीन का डोज दिया जा सका। अब बाकी लोगों को आज वैक्सीन दी जाएगी। इसमें सबसे ज्यादा संख्या बुजुर्गों की है। वैक्सीन लगवाने वालों में डॉक्टर, शिक्षक, किसान और कारोबारी और महिलाएं शामिल हैं। इसमें रतुआ बनखेड़ी गांव 4 बुजुर्ग किसान भी हैं।

ट्रायल की प्रोसेस बुधवार से शुरू हो गई थी, उसके अगले दिन गुरुवार को पीपुल्स अस्पताल ने करीब 50 वॉलंटियर्स को टीका लगवाने के लिए तैयार किया था, लेकिन जब शुक्रवार को ट्रायल शुरू होने के पहले वॉलंटियर्स को फोन किया गया तो आधे से ज्यादा लोगों टीका लगवाने के लिए तैयार नहीं हुए। उन्होंने आगे देखने की बात कहकर मना कर दिया। इसके बाद रजिस्ट्रेशन कराने तक संख्या और कम होते हुए 15 ही लोगों ने नाम रजिस्टर्ड कराया। शाम को छह बजे तक केवल 6 लोगों को ही कोवैक्सीन का पहला डोज दिया जा सका। इसमें पीपुल्स मेडिकल कॉलेज के दो प्रोफेसरों ने भी रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन उन्हें फिलहाल टीका नहीं लगवाया गया। टीका लगवाने के लिए बागसेवनिया, कल्पना नगर, भवानी नगर, चूना भट्टी, होशंगाबाद रोड, सबरी नगर, भानपुर से वॉलंटियर्स ने रजिस्ट्रेशन कराया।

पीपुल्स मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अनिल दीक्षित ने बताया कि पहले दिन 6 लोगों को डोज लग सके हैं। पहला टीका 2.50 बजे लगा है। इसके बाद से लगातार डोज दिए गए, लेकिन प्रोसेस लंबी होने और सहमति लेने के बाद ही टीके का डोज दिया जा रहा है। साथ ही डोज लगवाने के लिए लोगों को तैयार करना और सहमति लेनी भी बेहद जरूरी है। अगर वॉलंटियर्स चाहें तो आखिरी मौके पर हमें मना कर सकते हैं। एक महीने में 1000 लोगो को वैक्सीन लगाया जायेगा। कोरोना वैक्सीन देने वालो की निगरानी 6 महीने तक की जायेगी। वहीं जिन लोगो को वैक्सीन दिया जा रहा है उन लोगों को एक महीने बाद तारीख बाई तारीख दूसरा डोज दिया जायेगा। शहर से आए कारोबारी दंपति ने भी वॉलंटियर्स बनकर वैक्सीन लगवाने पहुंचे। पहले दिन यही एकमात्र जोड़ा था, जो खुद से टीका लगवाने पहुंचा था। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारे टीका लगवाने से और लोगों को प्रेरणा मिलेगी।

एक गांव से आए पांच किसान, जिसमें चार को लगा टीका :

रतुआ बनखेड़ी गांव के पांच बुजुर्ग किसान पहले दिन टीका लगवाने पहुंचे। इसमें एक को छोड़कर सभी चार बुजुर्गों को वैक्सीन लगाई गई। इसमें पहला डोज लगवाने वाले टीचर के अलावा कारोबारी पति-पत्नी और चार बुजुर्ग किसान शामिल हैं।

ऐसी रही डोज देने की प्रोसेस :

काउंसिलिंग : रजिस्ट्रेशन कराने के बाद सबसे पहले वालंटियर्स की काउंसिलिंग होती है, इसमें दो काउंसलर को लगाया गया है। इस दौरान 18 पेज का कंसेंट लेटर भरवाया जाता है।

हेल्थ एसेसमेंट : यहां पर काउंसिलिंग के बाद वॉलंटियर्स के स्वास्थ्य का पूरा परीक्षण किया जाता है। साथ ही कोरोना टेस्ट भी करते हैं। यहां पर दो डॉक्टरों और दो नर्स की टीम है। वैक्सीनेशन- दो प्रोसेस से गुजरने के बाद आखिर में टीके का डोज लगाया जाता है।

इनका कहना है :

शुक्रवार को 6 लोगों को कोरोना वैक्सीन के डोज दिये गए हैं सब ठीक है। अगले एक महीने तक में 1000 लोगों को वैक्सीन डोज दिया जायेगा। 6 महीने तक उनकी देख रेख की जायेगी।
डॉ. अनिल दीक्षित, डीन, पीपुल्स मेडिकल कॉलेज

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