अब मुख्य मार्ग पर पार्क खड़े नहीं होंगे बल्कर
अब मुख्य मार्ग पर पार्क खड़े नहीं होंगे बल्कर Afsar Khan
मध्य प्रदेश

शहडोल: अब मुख्य मार्ग पर खड़े नहीं होंगे बल्कर, एसपी ने जारी किए निर्देश

Author : Afsar Khan

हाइलाइट्स :

  • एनएच-43 में कई किलोमीटर तक खड़े बल्कर किसी यमदूत से कम नहीं

  • राज एक्सप्रेस के खबर के बाद हुई कार्यवाही

  • पुलिस ने भारी वाहनों को मुख्य मार्ग से हटाने के निर्देश दिए

  • भारी वाहनों से मिली निजात

  • अनूपपुर पुलिस ने वाहनों को एक नियत स्थान प्रदान किया

राज एक्सप्रेस। पुलिस अधीक्षक अनूपपुर किरणलता केरकेट्टा के निर्देशन में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन के मार्गदर्शन में यातायात प्रभारी बृहस्पति साकेत के साथ उनकी टीम ने शुक्रवार को पूरे दिन मुख्य मार्ग पर महीनों से पार्क हो रहे भारी वाहनों को एक नियत स्थान तय कर दिया है। ज्ञात हो कि, बीते कई महीनों से एनएच-43 में कई किलोमीटर तक खड़े ये भारी वाहन किसी मयदूत से कम नही थे, जिसको राज एक्सप्रेस समाचार पत्र ने प्रमुखता से प्रकाशित भी किया था, जिसके बाद खबर पर पहल करते हुए पुलिस अधीक्षक ने भारी वाहनों को मुख्य मार्ग से हटाने के निर्देश जारी कर दिए।

आवागमन में राहत :

लंबी कतार में खड़े भारी वाहनों से आखिरकार निजात मिल ही गयी, ग्राम पोडी के लोगों द्वारा प्रशासन का सहयोग करते हुए कृषक गेंदलाल, नेम सिंह, रोशन सिंह, बिलासी चौधरी, शिवदास चौधरी आदिन लोगों ने अपनी जमीन पर कैप्सूल वाहनों को पार्क करने हेतु सहमति प्रदान की है। सामंजस्य के बाद अब कैप्सूल वाहन रोड पर पार्क नहीं होंगे, यह अंदर खेत में पार्क होंगे, जिससे वहां दुर्घटना होने की आशंका थी, वह अब खत्म हो जाएगी। लंबी कतार होने की वजह से सड़क का एक भाग ही खाली रहता था, जिससे आवागमन करने वाले यात्रियों व वाहनों को भारी परेशानियों का सामना करना पडता था, जिसके बाद अब आवागमन में राहत मिली है।

अब मुख्य मार्ग पर पार्क खड़े नहीं होंगे बल्कर

शहडोल, उमरिया में दरकार :

अनूपपुर पुलिस अधीक्षक ने पहल करते हुए भारी वाहनों को एक नियत स्थान प्रदान कर दिया, लेकिन अभी भी शहडोल व उमरिया जिले में मुख्य मार्ग पर ही भारी वाहन कतार से खड़े हुए हैं, प्रशासनिक उदासीनता के कारण अभी तक दोनों जिलों में दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। जब तक इस तरह की पहल नहीं की जायेगी तब तक यात्रियों व एनएच में चलने वाले वाहनों के लिए परेशानियों सबब ये भारी वाहन बनते ही रहेंगे।

प्रतिदिन 200 से अधिक गाड़ियां :

कई किलोमीटर तक एनएच-43 में खड़े बल्कर वाहनों की संख्या लगभग 200 से अधिक होती थी, यात्री यात्रा के दौरान आधी सड़क पर ही यात्रा करते थे, जिसके कारण ज्यादातर दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती थी, चौबिसों घंटे इनका नेशनल हाईवे पर कब्जा रहता था, प्रतिदिन लगभग दो सौ गाड़ियों को पार करके ही दूसरे जिले की यात्रा पर यात्री पहुंचते थे।

6 मीटर सड़क पर कब्जा :

नेशनल हाइवे पर लगभग आधे से ज्यादा सड़क को यह भारी वाहन कब्जा कर लेते थे, दिन-रात खडे़ होने की वजह से आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और हर कोई इन गाड़ियों से परेशान था, पूरे मामले को राज एक्सप्रेस ने प्रमुखता से प्रकाशित किया और उच्चाधिकारियों से बात की, जिसके बाद सड़क विकास निगम के अधिकारियों ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल पत्र जारी करते गाड़ियों को नेशनल हाइवे से हटाने के लिए निर्देश दिये।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, प्रोजेक्ट डायरेक्टर सोमेश बंजल
राज एक्सप्रेस ने जनहित का मुद्दा उठाया था, उसी का परिणाम है, शहडोल और उमरिया में भी जल्द पुलिस अधीक्षक व कलेक्टर को पत्र भेजकर एनएच पर खड़े हो रहे वाहनों को हटाने की कार्यवाही की जायेगी।

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