डॉक्टरों द्वारा लगाए आरोप मामले में पूर्व सीएम ने जताई आपत्ति
डॉक्टरों द्वारा लगाए आरोप मामले में पूर्व सीएम ने जताई आपत्ति Deepika Pal-RE
मध्य प्रदेश

AIIMS के 2 डॉक्टर ने पुलिस पर लगाए आरोप, पूर्व सीएम ने जताई आपत्ति

Author : Krishna Sharma

राज एक्सप्रेस। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के दो डॉक्टरों ने पुलिस पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। इनमें एक महिला डॉक्टर भी शामिल है। डॉक्टरों का आरोप है कि बुधवार शाम करीब 6.30 बजे इमरजेंसी ड्यूटी के बाद घर जाते समय पुलिस ने उनकी पिटाई की। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर घटना की निंदा की। उन्होंने प्रदेश सरकार से मामले की जांच कराने की मांग की। मामला सामने आने के बाद डीआईजी ने एक कॉन्स्टेबल को लाइन अटैच कर दिया है।

मामले में पुलिस ने दी सफाई

बाग सेवनिया पुलिस का कहना है कि, लॉकडाउन के बावजूद एम्स के पास कुछ दुकानें खुलने और लोगों के सामान खरीदने की सूचना पर पुलिस पहुंची थी। इसके बाद पहुंची पुलिस ने लोगों को वहां से खदेड़ दिया। इसी दौरान कुछ लोगों को चोट पहुंची होगी। पुलिस का कहना है कि संबंधित डॉक्टर अपनी परिचित के साथ बगैर मॉस्क के सामान खरीदने दुकान पर गए थे, जबकि डॉक्टरों का कहना है कि वे मॉस्क लगाए हुए थे।

डॉक्टर्स एसोसिएशन ने जताई नाराजगी

भोपाल एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए) ने घटना को लेकर नाराजगी जताई। संगठन ने निदेशक को लिखे पत्र में कहा- डॉक्टर्स मुश्किल हालात में काम कर रहे हैं। ड्यूटी से घर जा रहे दो डॉक्टर्स से मारपीट करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। पुलिस का गैरजिम्मेदार व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

पीड़ित डॉक्टरों ने भी लिखा पत्र

पीड़ित डॉक्टरों डॉ. रितुपर्ना और डॉ. युवराज सिंह ने एम्स के निर्देशक को पत्र लिखकर कहा है कि, वे अपनी शिफ्ट पूरी करने के बाद एम्स के गेट नंबर एक से बाहर निकल रहे थे। उस समय गेट के पास कुछ पुलिसकर्मी तैनात थे। पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोककर अभद्र भाषा में बाहर घूमने का कारण पूछा। इस पर दोनों डॉक्टर्स ने उन्हें अपने पहचान पत्र दिखाए और अस्पताल से ड्यूटी खत्म होने के बाद घर जाने की बात कही। दोनों डॉक्टर्स का आरोप है कि उनका जवाब सुनते ही पुलिसकर्मियों ने उनसे मारपीट शुरू कर दी और गाली-गलौज की। पुलिस की मारपीट में डॉ. रितुपर्ना के पैर और डॉ. युवराज सिंह के हाथ में चोट आई। डॉ. रितुपर्ना ने कहा कि हमने उन्हें अपने परिचय पत्र दिखाए, वे नहीं माने। हमसे कह रहे थे कि ऐसे डॉक्टर ही कोरोना वायरस फैला रहे हैं और देश का बंटाढार कर रहे हैं।

डीआईजी ने कॉन्स्टेबल को किया लाइन अटैच

गुरुवार को मामला सुर्खियों में आने के बाद डीआईजी इरशाद वली ने बताया कि आरोपी कॉन्स्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा- ये बेहद शर्मनाक

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि यह घटना बेहद शर्मनाक है। सरकार यह सुनिश्चित करे कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृति ना हो, इसको लेकर निर्देश जारी किए जाएं।

कोरोना महामारी के संकट के इस दौर में अपनी जान जोखिम में डाल जनता की सेवा कर रहे इन कर्मवीर योद्धाओं पर हमें गर्व है।

ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर ।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT