मंत्री पटेल ने दिखाए आक्रामक तेवर
मंत्री पटेल ने दिखाए आक्रामक तेवर Syed Dabeer Hussain - RE
मध्य प्रदेश

मंत्री पटेल ने दिखाए आक्रामक तेवर, नाथ को बताया देश का सबसे बड़ा झूठा नेता

Author : Deepika Pal

हरदा/भोपाल, मध्यप्रदेश । प्रदेश में महामारी का प्रकोप जहां बढ़ते संक्रमण के साथ अब भी जारी है तो वहीं संक्रमण काल के बीच राजनीतिक गलियारे से नेताओं के बयान भी सामने आते जा रहे हैं इस बीच ही आज प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल ने एक बार फिर आक्रामक तेवर दिखाते हुए पूर्व मंत्री कमलनाथ को देश का सबसे बड़ा झूठा नेता बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद कमलनाथ ने किसानों की कर्ज माफी के ऐसे आदेश पर हस्ताक्षर किए जो फिर पूरा ही नहीं किया गया। कमलनाथ ने फसल बीमा का स्केल ऑफ फायनेंस घटाकर किसानों को 1553 करोड़ रुपये का चूना लगाया है।

पत्रकारों से बातचीत के दौरान दिया कृषि मंत्री पटेल ने बयान

इस संबंध में , कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल ने पत्रकारों से बातचीत में कमलनाथ को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि उन्हीं के कारण प्रदेश के किसानों को फसल बीमा के 1553 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि किसानों की कर्जमाफी के जिन आंकड़ों को लेकर कांग्रेस और कमलनाथ फूले नहीं समा रहे वह दरअसल कागजी आंकड़े हैं, हकीकत इसके विपरीत है। साथ ही उन्होंने कहा कमलनाथ की वादाखिलाफी के कारण 6 मंत्री और 22 विधायक उन्हें धक्का देकर बाहर आ गये अब प्रदेश की जनता होने कांग्रेस को धक्का देकर बाहर करेगी।

कांग्रेस और कमलनाथ किसान विरोधी हैं - मंत्री पटेल

इस संबंध में, मंत्री कमल पटेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस और कमलनाथ किसान विरोधी हैं, कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही 48 लाख किसानों के 2 लाख रुपये तक के 54 हजार करोड़ रुपये के कर्ज माफ करने का आदेश निकाला था, लेकिन हरदा में ही दो भाइयों के 80-80 हजार रुपए के ऋण अब तक माफ नहीं किए गए हैं।

सहकारी सोसायटी में आ गई हैं आर्थिक तंगी - मंत्री पटेल

कमल पटेल ने कहा कि कमलनाथ ने जो किया उससे सहकारी सोसायटी आर्थिक तंगी में आ गई और वह किसानों को लोन नहीं दे सके। कमलनाथ ने फसल बीमा के लिए स्केल आफ फाइनेंस भी घटाकर 75 प्रतिशत कर दिया जिससे प्रीमियम कम हो, लेकिन यह प्रीमियम भी जमा नहीं कराया जिससे किसानों को फसल बीमा का लाभ मिलना मुश्किल हो गया था।

पैसे नहीं नीयत होना चाहिए काम करने की - मंत्री पटेल

कमल पटेल ने कहा कि कमलनाथ खजाने का रोना रोते रहे लेकिन शिवराज सिंह ने मुख्यमंत्री बनने के 8 दिन के भीतर 2200 करोड़ का प्रीमियम जमा कर 32 करोड़ का फसल बीमा दिलाया, उन्होंने कहा कि जब खजाना खाली था तो शिवराज जी के पास कहां से पैसा आ गया, कमल पटेल ने कहा कि पैसे नहीं नीयत होना चाहिए काम करने की। कमल पटेल ने कहा कि किसानों को 2019 के फसल बीमा के 4668 का भुगतान किया गया है जो 6200करोड़ होना था लेकिन कमलनाथ की किसान विरोधी नीतियों से किसानों को 1557 करोड़ का नुकसान हुआ है।

जनता से किया गया वादा पूरा नहीं किया - मंत्री पटेल

कमल पटेल ने कहा कि अगर सच्चे किसान हितैषी हैं तो कमलनाथ या सोनिया गांधी किसानों के खाते में यह राशि जमा करें अन्यथा प्रदेश का किसान उन्हें माफ नहीं करेगा। कमल पटेल ने कहा कमलनाथ जनप्रतिनिधि बनने लायक नेता ही नहीं उन्हें नेता प्रतिपक्ष के पास से इस्तीफा दे देना चाहिए और प्रदेश की जनता से इस बात के लिए माफी मांगना चाहिए उन्होंने जनता को गुमराह किया और जनता से किया गया वादा पूरा नहीं किया।

19 लाख अतिरिक्त किसानों को बीमा लाभ से जोड़ा - मंत्री पटेल

कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि इस साल अतिवृष्टि और बाढ़ से फसल बर्बाद होने के बावज़ूद फसल बीमा योजना में 25 हजार 111 करोड़ रुपए से अधिक का रिस्क कवर किया गया है। उन्होंने बताया कि स्केल ऑफ फायनेंस को फिर सौ फीसदी किया गया है और किसानों को तारीख पर तारीख बढ़ाकर किसानों को बीमा के लिए प्रेरित किया इसका परिणाम यह हुआ कि इस बार 25 लाख के बजाय 44 लाख किसानों ने फसल बीमा के लिए पंजीयन कराया है, अब तक 42 लाख नाम पोर्टल पर दर्ज हो चुके हैं, 30 सितंबर अंतिम तारीख तक सभी किसानों के नाम पोर्टल पर आ जाएंगे। कमल पटेल ने कहा कि पहले से 19 लाख अधिक किसानों को बीमा लाभ के दायरे में ला दिया गया है किसानों के लिए कार्य करने का यही जज्बा है।

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