1 जुलाई से प्लास्टिक बैन, पर निर्वाचन आयोग को इससे परहेज नहीं
1 जुलाई से प्लास्टिक बैन, पर निर्वाचन आयोग को इससे परहेज नहीं Raj Express
मध्य प्रदेश

Bhopal : 1 जुलाई से प्लास्टिक बैन, पर निर्वाचन आयोग को इससे परहेज नहीं

Irshad Qureshi

भोपाल, मध्यप्रदेश। एक जुलाई से 19 तरह के सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह बैन लगाया जा रहा है। इसके लिए शासन स्तर पर पूरी तैयारियां हो चुकी हैं। लेकिन निर्वाचन आयोग को इसके उपयोग से परहेज नहीं है। नगरीय निकाय चुनाव में ईव्हीएम मशीनों को रखने के लिए आयोग पॉलीथीन बैग खरीदने जा रहा है। राजधानी के 2 हजार 195 मतदान केन्द्रों के लिए करीब एक लाख 9 हजार 750 रूपए से पॉलीथीन बैग खरीदे जाएंगे। इसके लिए निर्वाचन आयोग ने बजट जारी कर दिया है। वहीं पंचायत चुनाव में भी पॉलीथीन बैग की खरीदी होगी।

दरअसल 19 प्रकार के सिंगल यूज प्लास्टिक प्रोड्क्ट एक जुलाई से बैन होने जा रहे हैं। इसमें प्लास्टिक की डंडियों वाले ईयर बड, बलून स्टिक, प्लास्टिक के झंडे, लॉलीपॉप की डंडी, आईस्क्रीम की डंडी, थर्माकोल के सजावटी सामान, प्लेट्स, कप, गिलास, कांटे, चम्मच, चाकू, स्ट्रॉ, ट्रे, मिठाई के डिब्बे पर लगने वाली पन्नी, निमंत्रण पत्र, सिगरेट के पैकेट, 100 माइक्रोन से कम मोटाई वाले प्लास्टिक और पीवीसी बैनर आदि शामिल हैं। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड सहित नगर निगम और जिला प्रशासन ने इसकी तैयारियां पूरी कर ली हैं। शासन स्तर पर पॉलीथीन बैन को लेकर गाईडलाइन बनाई गई है। सभी विभाग इसमें सहयोग करेंगे। इधर नगर निगम पूरे शहर में विशेष मुहिम चलाएगा और रोजाना हर इलाके में कार्रवाई की तैयारी है। लेकिन निर्वाचन आयोग को पॉलीथीन के उपयोग से परहेज नहीं है।

मतदान केन्द्रों के लिए आयोग ने जारी किया बजट :

शासन स्तर पर पॉलीथीन बैन करने को लेकर तैयारियां चल रही हैं। लेकिन निर्वाचन आयोग पॉलीथीन बैग की खरीदी करने जा रहा है। नगरीय निकाय चुनाव में राजधानी के 2 हजार 195 मतदान केन्द्रों के लिए 80 रूपए के मान से आयोग ने बजट जारी किया है। करीब 1 लाख 9 हजार 750 रूपए से यह पॉलीथीन बैग खरीदे जाएंगे। इसके अलावा भोपाल जिले में पंचायत चुनाव में बनने वाले 575 मतदान केन्द्रों के लिए 46 हजार रूपए से पॉलीथीन बैग की खरीदी होगी। यह सभी बैग ईव्हीएम मशीनों के लिए खरीदे जाएंगे। आयोग के अनुसार बरसात के मद्देनजर ईव्हीएम मशीनों की सुरक्षा के लिए पॉलीथीन बैग का उपयोग होगा।

1 जुलाई से पूरी तरह चलन से बाहर होगी प्लास्टिक :

राजधानी में उपयोग होने वाला ज्यादातर सिंगल यूज प्लास्टिक वेस्ट इन्फॉर्मल सेक्टर (रीसाइकलिंग प्लांट की जगह अन्य जगहों पर पहुंचने वाला कचरा) में जा रहा है। कई प्लास्टिक ऐसे हैं, जिन्हें कोई लेने को तैयार नहीं है। इनमें खाने के सामानों के पैकेट, नूडल्स के पैकेट, बिस्किट और चिप्स के मल्टी लेयर पैकेट आदि शामिल हैं। इनका दोबारा इस्तेमाल करना व्यवारिक नहीं है। इसलिए यह लैंडफिल साइटों पर ही भेजा जा रहा है।

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