राज एक्सप्रेस। कांग्रेस की कमलनाथ सरकार द्वारा चलाई जा रही जय किसान ऋण माफी योजना के तहत पहले चरण में सिर्फ छतरपुर जिले के ही 15 हजार किसान विभिन्न कारणों के चलते छूट गए हैं। छतरपुर में ऐसे 15 हजार 275 किसान चिन्हित किए गए हैं जिन्हें कर्जमाफी योजना का लाभ नहीं मिल सका है।
15 जनवरी तक प्रशासन ने दिया अल्टीमेटम :
अब मध्यप्रदेश सरकार ने ऐसे छूटे हुए किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिए जिला प्रशासन को 15 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया है। सहकारिता बैंक गुलाबी फॉर्म भरकर इन किसानों की समस्यायें जुटा रहा है और उनके निराकरण की कोशिशों में जुटा है।
इस कारण से नहीं मिला लाभ :
जय किसान ऋण माफी योजना के तहत 31 दिसंबर 2018 तक किसानों के नाम पर दर्ज दो लाख तक के ऋण को माफ किया जाना था। इस योजना के तहत छतरपुर जिले के हजारों किसानों का ऋण माफ हुआ लेकिन 15 हजार 272 किसान पहले चरण की प्रक्रिया में ही छूट गए, जिसमें कई किसानों के बैंक खाते सही नहीं पाए गए तो वहीं कुछ किसानों के साझेदारों अथवा रिश्तेदारों ने आपत्तियां दर्ज की, साथ ही कुछ किसानों के नाम पर कर्ज संबंधी अन्य अनियमितताएं थीं। ऐसे किसानों को दो तरह के गुलाबी फार्म दिए जा रहे हैं जिनमें वे अपनी जानकारी भरेंगे। इन जानकारियों के आधार पर किसानों की कर्जमाफी के लिए पुन: परीक्षण किया जाएगा। इसके लिए जनपद स्तर पर शिविर लगाए जा रहे हैं जिनमें किसानों की समस्यायें दूर करने की कोशिश हो रही है।
15 जनवरी तक पहले चरण की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा तदोपरांत द्वितीय चरण प्रारंभ होगा। द्वितीय चरण के अंतर्गत 50 हजार से 1 लाख रुपए तक के किसानों के कर्ज को माफ किया जाएगा।केएल रैकवार, महाप्रबंधक
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