Dadabhai Naoroji Birth Anniversary
Dadabhai Naoroji Birth Anniversary Priyanka Yadav-RE
मध्य प्रदेश

जयंती विशेष: महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी Dadabhai Naoroji की जयंती पर CM ने किया नमन

Author : Priyanka Yadav

भोपाल, मध्यप्रदेश। आज महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी दादाभाई नौरोजी की जयंती है। आज के दिन (4 सितंबर, 1825) दादाभाई नौरोजी का जन्म वाराणसी में हुआ था, "दादाभाई नौरोजी" की जयंती पर (Dadabhai Naoroji Birth Anniversary) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर उन्हें नमन किया है।

दादाभाई नौरोजी की जयंती पर CM ने किया नमन :

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने ट्वीट कर कहा- "ब्रिटेन हाउस ऑफ कॉमंस के सांसद बनने वाले पहले एशियाई, भारतीय राजनीति के पितामह, श्रद्धेय दादाभाई नौरोजी की जयंती पर कोटिश: नमन! भारत के साथ ब्रिटेन के लोगों का भी हृदय जीत लेने वाले देश के ओजस्वी रत्न के मंगलकारी विचार सदैव राष्ट्र की उन्नति का मार्ग प्रशस्त करते रहेंगे"

'ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया' के रूप में ख्याति प्राप्त महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री दादा भाई नौरोजी की जयंती पर उन्हें सादर नमन। आप उत्कृष्ट शिक्षाविद, विचारक और राष्ट्रवादी नेता भी थे। शिक्षा के विकास और सामाजिक उत्थान में आपका महत्वपूर्ण योगदान अविस्मरणीय है।
CM शिवराज सिंह चौहान ने कहा-

नरोत्तम मिश्रा ने किया ट्वीट

मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट कर कहा- "महान शिक्षाविद्,विचारक और स्वतंत्रता सेनानी दादाभाई नौरोजी जी की जयंती पर सादर नमन और विनम्र श्रद्धांजलि। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की नींव रखने में आपने अग्रणी भूमिका निभाई है"

एक गरीब पारसी परिवार में हुआ था दादाभाई नौरोजी का जन्म :

बताते चलें कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की नींव रखने वाले दादाभाई नौरोजी का जन्म एक गरीब पारसी परिवार में 4 सितंबर को हुआ था, उनके पिता का नाम नौरोजी पलांजी डोरडी तथा माता का नाम मनेखबाई था। दादाभाई केवल 4 वर्ष के थे, जब उनके पिता का देहांत हो गया था। दादाभाई का पालन-पोषण उनकी माता ने किया, अनपढ़ होने के बावजूद भी उनकी माता ने उनकी पढ़ाई का विशेष ध्यान दिया था।

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संस्थापकों में से एक थे दादाभाई नौरोजी

बता दें कि दादाभाई नौरोजी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संस्थापकों में से एक थे, उन्हें भारतीय इतिहास में एक ऐसे नेता के तौर पर जाना जाता है जो ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमन्स में चुने जाने वाले पहले भारतीय थे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में उनका योगदान अतलुनीय। 30 जून, 1917 को ब्रिटिश अधीन वर्सोवा में दादाभाई नौरोजी का निधन हो गया था।

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