साहित्यकार अमृतलाल नागर की पुण्यतिथि
साहित्यकार अमृतलाल नागर की पुण्यतिथि Syed Dabeer Hussain - RE
मध्य प्रदेश

साहित्यकार अमृतलाल नागर की पुण्यतिथि आज, CM शिवराज और डॉ. मिश्रा ने दी श्रद्धांजलि

Author : Sudha Choubey

भोपाल, मध्यप्रदेश। आज यानि 23 फरवरी को हिंदी के सुप्रसिद्ध साहित्यकार अमृतलाल नागर (Amritlal Nagar) जी की पुण्यतिथि है। इस मौके पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने ट्वीट कर उन्हें नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी है। सीएम शिवराज सिंह चौहान के अलावा उन्हें कई नेताओं ने श्रद्धांजलि दी है।

अमृतलाल नागर की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री ने किया याद :

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने अमृतलाल नागर की पुण्यतिथि पर उन्हें याद किया है। उन्होंने कहा, "अपनी अमूल्य रचनाओं से साहित्य जगत को समृद्ध करने वाले साहित्य अकादमी पुरस्कार, पद्म भूषण से सम्मानित अमृतलाल नागर जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। सेठ बांकेलाल, भूख, युगावतार, गदर के फूल जैसी अनूठी कृतियां सदैव साहित्य जगत को सुरभित करती रहेंगी।"

नरोत्तम मिश्रा ने किया ट्वीट :

वहीं मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम ने अमृतलाल नागर की पुण्यतिथि पर उन्हें याद किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "महान साहित्यकार पद्मभूषण से सम्मानित स्व. अमृतलाल नागर जी की पुण्यतिथि पर शत-शत नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि। नाटक, रिपोर्ताज, निबन्ध, संस्मरण, अनुवाद, बाल साहित्य में आपका अभूतपूर्व योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता।"

राकेश सिंह ने किया ट्वीट:

वहीं नेता राकेश सिंह ने भी अपने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर सुप्रसिद्ध साहित्यकार अमृतलाल नागर जी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने कहा, "जैसे सूर्योदय के होते ही अंधकार दूर हो जाता है, वैसे ही मन की प्रसन्नता से सारी बाधाएँ शांत हो जाती हैं।" हिंदी साहित्य जगत के उत्कृष्ट साहित्यकार एवं पद्मभूषण से सम्मानित अमृतलाल नागर जी की पुण्यतिथि पर शत्-शत् नमन।"

भूपेंद्र सिंह ने दी श्रद्धांजलि :

वहीं भूपेंद्र सिंह ने भी सुप्रसिद्ध साहित्यकार अमृतलाल नागर जी की पुण्यतिथि पर उन्हें याद किया है। उन्होंने कहा, "लोकप्रिय उपन्यासकार, साहित्यकार, पद्मभूषण से सम्मानित अमृतलाल नागर जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि।"

कौन थे अमृतलाल नागर:

आपको बताते चलें कि, अमृतलाल नागर हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार थे, अमृतलाल नागर ने नाटक, रेडियोनाटक, रिपोर्ताज, निबन्ध, संस्मरण, अनुवाद, बाल साहित्य आदि के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है, अमृतलाल नागर जितने ऊंचे दर्जे के कथाकार-उपन्यासकार थे, उतने ही ऊंचे दर्जे के जिंदादिल व्यंग्यकार भी थे। इनका हास्य-व्यंग्य लेखन भी कोई कम महत्त्वपूर्ण नहीं है, अमृतलाल नागर की इसी जिंदादिली और विनोदी वृत्ति के कारण इनकी रचनाएं अत्यंत पठनीय बन पड़ी हैं। वही हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार, साहित्य जगत में उपन्यासकार के रूप में सर्वाधिक ख्याति प्राप्त करने वाले थे।

अमृतलाल नागर का जन्म:

बता दें कि अमृतलाल नागर का जन्म 17 अगस्त, 1916 को उत्तर प्रदेश के आगरा में एक गुजराती परिवार में हुआ था, अमृतलाल नागर की विधिवत शिक्षा हाईस्कूल तक ही हो पाई थी, लेकिन पढ़ाई के शौक के चलते अमृतलाल नागर ने स्वाध्याय की राह पकड़ी और इस अध्ययन-विधि के तहत साहित्य, इतिहास, पुराण, पुरातत्त्व, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र इत्यादि विषयों का ज्ञान प्राप्त करने के साथ-साथ हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला गुजराती एवं मराठी भाषा का भी यथोचित ज्ञान प्राप्त किया था। नागर 23 फरवरी 1990 को इस दुनिया को अलविदा कह चले।

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