कोरोना का साइड इफेक्ट, मंहगा हुआ हज का सफर
कोरोना का साइड इफेक्ट, मंहगा हुआ हज का सफर Raj Express
मध्य प्रदेश

भोपाल : कोरोना का साइड इफेक्ट, मंहगा हुआ हज का सफर

Author : Shahid Kamil

भोपाल, मध्य प्रदेश। साल 2020 में कोविड महामारी के चलते लोगों का हज पर जाने का सपना पूरा नहीं हो पाया, लेकिन अगले साल होने वाली हजयात्रा के लिए भी सफर आसान नहीं होगा। कम से कम फिलहाल तो यही संकेत मिल रहे हैं, एक तरफ कोविड का खौफ तो दूसरी तरफ सुरक्षा नियमों के चलते यात्रा के मंहगा होने का असर सीधे तौर पर इस साल हज के लिए आए आवेदनों पर देखा जा सकता है। दरअसल साल 2019 में राजधानी समेत प्रदेश से 5200 से ज्यादा लोगों ने हज का सफर किया था, लेकिन इस साल प्रदेश के तय कोटे 4,500 से आधे आवेदन भी नहीं आए हैं। जबकि हर साल कोटे से ज्यादा आवेदन स्टेट हज कमेटी को मिलते थे, पिछले साल के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो राज्य के तय कोटे से तीन गुना ज्यादा यानि 13 हजार से ज्यादा आवेदन पिछले साल कमेटी को मिले थे, लेकिन इस साल गुरूवार को अंतिम तारीख तक स्टेट हज कमेटी के पास महज 23 सौ आवेदन ही पूरे प्रदेश से आए हैं। यानि पिछले साल के मुकाबले आवेदनों की संख्या 80 फीसदी तक कम हो गई है। यानि सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा पर कोरोना महामारी और सफर के मंहगा होने का असर साफ तौर पर दिखाई दे रहा है, वहीं स्वास्थ्य संबधी कारणों से भी लोग इस बार यात्रा से दूरी बना रहे हैं। हालांकि सेंट्रल हज कमेटी ने आवेदन के लिए एक माह का समय और बढ़ाया है, लेकिन मौजूदा आसार देखकर ऐसा लगता नहीं है कि, इस साल हज यात्रा के लिए ज्यादा आवेदन आ पाएंगे। कई लोग हज पर जाना चाहते हैं, लेकिन कोई मंहगे सफर तो कोई कोरोना की वजह से किनारा कर रहा है।

मंहगा हुआ, मुक्कदस सफर :

महामारी के खतरे के साथ ही हज 2021 का सफर भी जायरीन के लिए मंहगा हो गया है। दरअसल कोविड सुरक्षा के चलते इस सफर में अतरिक्त खर्चे बढ़ गए हैं, साल 2019 में हज पर गए यात्रियों की यात्रा का खर्च करीब 2 लाख 32 हजार रूपये था, लेकिन इस बार हज कमेटी की वेबसाइट पर यात्रा के संभावित खर्च में करीब 1 लाख रूपये की बढ़ोत्तरी नजर आ रही है, अब हज यात्रा का खर्च 3 लाख 29 हजार से लेकर 99 हजार तक दिखाया जा रहा है। दरअसल यह राशि हर इंर्बागेशन पांइट से अलग-अलग होगी। जैसे मुबंई इंर्बागेशन प्वांइट यह खर्च सवा तीन के करीब है, लेकिन भोपाल से यात्रा शुरू करने पर यात्री को 15 से 20 हजार का अतरिक्त खर्च आ जाएगा। यानि इस साल हज यात्रा मंहगी भी हो गई है, इस कारण भी हज के लिए आनेवाले आवेदनों में कमी दिखाई दे रही है।

10 जनवरी तक बढ़ाई आवेदन की तारीख :

वहीं सेंट्रल हज कमेटी ने हज पर जाने के लिए आवेदन करने की तारीख को गुरूवार को एक माह के लिए बढ़ा दिया है, अब यात्रा पर जाने के इच्छुक लोग 10 जनवरी तक आवेदन कर सकेंगे। गौरतलब है कि, पहले आवेदन की अंतिम तिथि गुरूवार 10 दिसबंर थी, लेकिन प्रदेश के तय कोटे से आधे आवेदन भी नहीं आए हैं, दूसरे प्रदेशों की स्थिति भी ऐसी ही है। लिहाजा हज कमेटी ऑफ इंडिय़ा ने आवेदन का समय बढ़ा दिया है, कमेटी का कहना है, कि इससे हजयात्रा के लिए आवेदनों की संख्या बढ़ेगी क्योंकि लोगों को आवेदन करने के लिए पर्याप्त समय मिल पाएगा। सभी राज्यों की स्टेट हज कमेटियों से आवेदनों का डाटा मिलने के बाद अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय के निर्देश पर हज कमेटी ने तारीख आगे बढ़ा दी है।

यात्रा पर कोरोना संक्रमण का असर :

दरअसल कोविड के विश्वव्यापी संक्रमण के चलते अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर रोक और संक्रमण के डर इस साल हज यात्रा नहीं हो पाई, लेकिन महामारी की काली छाया से अगले साल होने वाली हज यात्रा भी अछूती नहीं है। सेंट्रल हज कमेटी द्वारा कोविड गाइडलाइन के तहत बनाये गए नियमों के मुताबिक इस साल हज के लिए 15 साल से कम और 65 साल से ज्यादा आयु के लोग आवेदन नहीं कर सकते हैं, क्योंकि ये हाईरिस्क कैटेगिरी में हैं। दूसरी तरफ जो लोग यात्रा पर जांएगे। उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही क्वारेंटाइन जैसे नियमों का भी सख्ती से पालन करना होगा। इधर संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर यात्रा संबधी नियमों में भी कई बदलाव किये गए हैं, जैसे कबर नंबर को छोटा कर दिया गया है, इसमें पहले एक कबर में 7 लोग होते थे, वहीं अब 3 लोग होंगे, इसी तरह पहले जहां एक कमरे में 7 लोग रूकते थे, वहीं अब 3 लोगों को ही रूकाया जाएगा। इन सब नियमों के चलते भी कई लोगों ने इस साल हज पर जाने से किनारा कर लिया है और लोग आवेदन नहीं कर रहे हैं।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT