Mhow Infantry Museum
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मध्य प्रदेश

इंदौर: भारत का पहला और दुनिया का दूसरा इन्फेंट्री म्यूजियम

Author : Kavita Singh Rathore

हाइलाइट्स :

  • भारत में बन रहा देश का पहला और दुनिया का दूसरा इन्फेंट्री म्यूजियम

  • मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के पास स्थित महू में होगा तैयार

  • म्यूजियम का पहला फेज हो चुका है बन कर तैयार

  • 2 एकड़ जगह में होगा निर्मित

राज एक्सप्रेस। यूँ तो मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कई म्यूजियम हैं। जो पिछड़ी जाती और जनजाति के जीवन यापन को बयां करते हैं, लेकिन अभी तक भारत में ऐसा कोई म्यूजियम नहीं था जो, देश के वीर सिपाहियों की शौर्य गाथा बयां कर सके। तो, वहीं अब मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के पास स्थित महू में एक और म्यूजियम खुलने जा रहा है। जो भारत का पहला और दुनिया का दूसरा 'इन्फेंट्री म्यूजियम' (Infantry Museum) होगा। इसका एक फेज बनकर तैयार हो चुका है, जिसका नाम 'द अल्टीमेट' ('The Ultimate') रखा गया है।

क्या-क्या होगा खास :

महू के इस इन्फेंट्री म्यूजियम में इन्फेंट्री के साल 1747 से लेकर वर्तमान में चल रहे साल 2020 तक की सभी गौरवान्वित ऐतिहासिक घटनाओं और शौर्य-वीर सैनिकों के बलिदान की गाथाएं थ्रीडी पेंटिंग के जरिये देखने को मिलेंगी। इतना ही नहीं यहां हाथों से बनाई गई इंसान की तरह दिखने वाले सैनिकों के हूबहू स्टैच्यू, म्यूरल्स (भित्तिचित्र कला) व फोटो गैलेरी भी देखने को मिलेगी। जिसके द्वारा शहीदों का कठिन बलिदान आप महसूस कर सकेंगे। यदि आप इसे देखने का मन बना रहे हैं तो,

आपको बता दें कि, इस म्यूजियम का पहला फेज बन चुका है। सेना इसे इसी साल में शुरू करने की पूरी तैयारी में है यह म्यूजियम जल्द ही जनता के लिए शुरू कर दिया जाएगा। जिससे देश का युवा वर्ग देश के शौर्य-वीर सैनिकों के बलिदान को देख सके। यहां देखने के लिए खास होगा-

  • बैटल ऑफ प्लासी 1757

  • बैटल ऑफ सारागढ़ी 1897

  • बैटल ऑफ बक्सर

  • भारत-पाक युद्ध 1965 और 1971

  • शिवाजी व सुभाषचंद्र बोस आदि का इतिहास

  • युद्ध लड़ते सैनिक

  • 40 फीट ऊंची दीवार कूदते और घर में छुपे आतंकवादियों को पकड़ते हुए सैनिकों के स्टैच्यू दिखेंगे जो, थ्रीडी प्रिंटर से तैयार किये गए हैं।

कैसा बना है :

भारत के पहले और दुनिया के दूसरे इन्फेंट्री म्यूजियम का निर्माण महू में 2 एकड़ जगह में किया गया है। यह तीन मंजिला बनाया गया है। इस म्यूजियम को तीन फेज में तैयार करने की योजना है जिसमें से एक फेज बन कर तैयार है और जल्द ही बाकी के भी बन कर तैयार हो जाएंगे। हालांकि, बाकी के दूसरे और तीसरे फेज का काम अभी शुरू नहीं हुआ हैं। आपको बताते चलें कि, इस म्यूजियम के निर्माण का कार्य साल 2009 में शुरू हुआ था।

म्यूजियम को देखने के लिए बुकिंग :

प्राप्त जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि, इस म्यूजियम को देखने के इच्छुक लोग इसकी प्री-बुकिंग भी कर सकते हैं, जो ऑनलाइन की जा सकेगी। इसके अलावा एक दिन में यहां 100 लोग ही विजिट कर सकेंगे। इसका कारण यह है कि, यही म्यूजियम इतना बड़ा बन रहा है कि, इसे एक व्यक्ति को पूरा घूमने में लगभग ढाई से तीन घंटे का समय लगेगा। इस म्यूजियम को घुमाने के लिए 40-40 लोगों का एक स्लॉट बना दिया जाया करेगा और एक बार में 40 लोगों को पूरे म्यूजियम का भ्रमण कराया जाया करेगा।

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