हरदा, मध्यप्रदेश। प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि खेती में ड्रोन के उपयोग को बढ़ावा दिया जाएगा इस आधुनिक तकनीक से किसानों को अपनी फसल का अधिक उत्पादन और आर्थिक लाभ होगा। श्री पटेल आज यहां पत्रकार वार्ता में बताया कि ड्रोन के माध्यम से खेतों में नेनो यूरिया का छिड़काव और कीटनाशकों का छिड़काव जैसे कार्य किये जा सकते है। इसके लिये किसानों को जरूरी प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
श्री पटेल ने कहा कि उन्होंने रविवार को जबलपुर के चरगंवा रोड स्थित ग्राम लालपुर में फसल पर ड्रोन से नैनो तरल यूरिया के छिड़काव का प्रदर्शन देखा तो यह विचार आया कि ड्रोन का उपयोग खेतों में कीटनाशक छिड़काव व अन्य कार्यो में किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि ड्रोन के उपयोग को खेती में बढ़ावा देने के लिये अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं।
श्री पटेल ने बताया कि नैनो तरल यूरिया, यूरिया का बेहतर विकल्प है। यूरिया की तुलना में नैनो तरल यूरिया का उपयोग कहीं ज्यादा आसान है और किफायती भी है। उन्होने कृषि में ड्रोन के इस्तेमाल के लिये किसानों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि यह समय की जरूरत भी है क्योंकि ड्रोन के इस्तेमाल से किसानों के पैसे और समय दोनों की बचत होगी। खेती की लागत कम होगी, उत्पादन भी बढ़ेगा और इसके फलस्वरूप किसानों की आय में इजाफा भी होगा। उन्होंने कहा कि किसान खुद या उसके परिवार का युवा सदस्य दूसरों के खेतों में दवाओं और उर्वरक का छिड़काव कर अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकता है। श्री पटेल ने कहा कि कृषि में ड्रोन के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिये प्रदेश सरकार ड्रोन को कृषि यंत्र की श्रेणी में शामिल करने पर विचार कर रहा है, ताकि किसानों को ड्रोन क्रय करने के लिए ऋण सब्सिडी या अनुदान का लाभ भी मिल सके।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।