कमलाराजा अस्पताल में प्रसूता ने चार पैर वाली बच्ची को दिया जन्म
कमलाराजा अस्पताल में प्रसूता ने चार पैर वाली बच्ची को दिया जन्म Raj Express
मध्य प्रदेश

Gwalior : कमलाराजा अस्पताल में प्रसूता ने चार पैर वाली बच्ची को दिया जन्म

Manish Sharma

ग्वालियर, मध्यप्रदेश। कमलाराजा अस्पताल में एक प्रसूता ने चार पैर वाली बच्ची को जन्म दिया है। उसका उपचार अभी केआरएच के एसएनसीयू में चल रहा है। नवजात के पिता ने बताया कि डॉक्टर्स का कहना है कि ऑपरेशन के बाद यह बच्ची सामान्य दिख सकती है।

सिकंदर कम्पू स्थित गड्ढा वाला मौहला, धौखलपुरा स्थित सांई विहार कॉलोनी निवासी हरि सिंह कुशवाह की पत्नी आरती कुशवाह ने बुधवार की रात 11:45 बजे एक नवजात बच्ची को ऑपरेशन के माध्यम से जन्म दिया है। यह नवजात सामान्य बच्चों से बिल्कुल अलग है। इसके चार पैर हैं। नवजात बच्ची के जन्म लेने से परिवार में खुशी की जगह मातम छाया हुआ है, क्योंकि बच्ची के पिता ने बताया कि डॉक्टर्स का कहना है कि ऑपरेशन के बाद यह बच्ची सामान्य दिख सकती है। लेकिन, हमारे पास ऑपरेशन कराने के लिए पैसे नहीं हैं। ऐसे में हमें बच्ची का ऑपरेशन करवा पाना संभव नहीं दिख रहा है। वहीं बच्ची की मां का भी रो-रोकर बुरा हाल है।

वहीं अस्पताल के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.घनश्याम दास गुप्ता का कहना है कि चार पैर वाली बच्ची ने जन्म लिया है। उसे पैरासिटिक ट्विन कहते हैं। अभी नवजात को ऑर्ब्जवेशन में रखा गया है। उसकी कुछ जांचे कराने के बाद स्पष्ट हो जाएगा कि इसका ऑपरेशन हो पाना संभव है या नहीं।

दो बेटिया पहले हैं तीसरी है ये :

नवजात के पिता हरि सिंह कुशवाह ने बताया कि उसके दो बच्ची पहले ऑपरेशन के माध्यम से हुई थीं। यह तीसरी बच्ची है। जब हमने यहां माधव डिस्पेंसरी में अल्ट्रासाउंड कराया तो वहां के डॉक्टरों ने हमें जुड़वा बच्चा होने की बात कही थी, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि इस बच्ची के चार पैर हैं और वह सामान्य बच्चों से अलग है। मैं बस यही चाहता हूं कि मेरी बच्ची के ऑपरेशन के लिए लोग आगे आएं ताकि वह सामान्य जिंदगी जी सके।

इनका कहना है :

हां, हमारे यहां चार पैर वाली बच्ची ने जन्म लिया है। विभागाध्यक्ष के दिशा निर्देशानुसार हम उसे ऑर्ब्जवेशन में रखकर सभी जांचे करा रहे हैं। यदि जांच सही आती हैं तो हम उसकी सर्जरी भी करेंगे। ताकि वह बच्ची सामान्य दिखने लगे।
डॉ. घनश्यामदास गुप्ता, बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ
इसे पैरासिटिक ट्विन कहते हैं। इसमें सर्जरी संभव है या नहीं यह तो जांचों के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा, क्योंकि उसमें देखना पड़ेगा कि शरीर का कौन सा हिस्सा कहां जुड़ा हुआ है।
डॉ. दिलीप गर्ग, पीडियाट्रिक सर्जन
हम तो बस सभी लोगों से इतनी मदद चाहते हैं कि हमारी बच्ची सामान्य दिखने लगे। हालांकि डॉक्टर्स ऑपरेशन के बाद उसके सामान्य दिखने की बात बोल रहे हैं। लेकिन हमारे पास ऑपरेशन के लिए पैसे नहीं है।
हरि सिंह कुशवाह, नवजात के पिता

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