कोरोना से ठीक हुए मरीजों में लंग्स इन्फेक्शन की समस्या अभी भी
कोरोना से ठीक हुए मरीजों में लंग्स इन्फेक्शन की समस्या अभी भी Syed Dabeer Hussain - RE
मध्य प्रदेश

ग्वालियर : कोरोना से ठीक हुए मरीजों में लंग्स इन्फेक्शन की समस्या अभी भी

Author : राज एक्सप्रेस

ग्वालियर, मध्य प्रदेश। कोरोना संक्रमण अब थमता हुआ नजर आ रहा है। दिसंबर के शुरुआत के पांच दिन में सबसे अधिक सैंपलिंग की गई, लेकिन संक्रमितों की संख्या सबसे कम आई है। खास बात यह है कि पिछले सात माह में सबसे कम संक्रमण दर इन भी पांच दिनों में ही दर्ज हुई है। हालांकि जो कोरोना मरीज ठीक हो चुके हैं, उनमें लंग्स इन्फेक्शन अभी भी पाया जा रहा है। अस्पताल में कोरोना मरीज की मौत का सिलसिला भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिससे कम संक्रमितों की संख्या भी संशय पैदा कर रही है। साथ ही कोरोना का बदला मिजाज लोगों में असमंजस की स्थिति पैदा कर रहा है।

जो लोग कोरोना को हल्के में ले रहे हैं, उनके लिए कोरोना काल बन रहा है। कोरोना के आंकड़े भले ही कम आ रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार इसकी गंभीरता को समझ रही है। यही कारण है कि कोरोना से बचाव के लिए प्रदेश सरकार ने जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को व्यवस्थाएं चुस्क दुरूस्त रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही अगस्त-सितंबर की तरह ही कोरोना कंट्रोल करने की भी हिदायत दी गई है। ऐसे में जरूरी है कि आमजन भी गंभीरता को समझें और अनावश्यक घर से न निकलें, मास्क का प्रयोग व शारीरिक दूरी ही कोरोना से बचाव है।

यहां बता दें कि अगस्त-सितंबर में कोरोना संक्रमितों की संख्या सर्वाधिक रही। उस समय भी स्वास्थ्य विभाग ने प्रतिदिन सैंपलिंग दो हजार के नीचे ही रखी थी। जिसमें 200 पार संक्रमित पहुंच गए थे। जबकि दिसंबर में सैंपलिंग की संख्या दो हजार के पार हो चुकी है, पर संक्रमितों की संख्या 100 के अंदर ही सिमटी हुई है।

इस तरह के लक्षण भी आ रहे :

कोरोना हरा चुके मरीजों में कमजोरी, थकावट,घवराहट, शरीर में दर्द, खून के थक्का जमने, लंग्स संक्रमण, आंतो में सूजन आदि की शिकायतें देखीं गई हैं। कुछ लोगों को तो इस तरह की शिकायत आई कि कोरोना हराने के बाद उनके हाथ व पैर में खून के थक्के जमने से शरीर के अंगों ने काम करना ही बंद कर दिया था। डाक्टर का कहना है कि इस तरह के लक्षणों को दूर करने के लिए मरीज को आराम करना अधिक फायदेमंद हैं। इसके साथ ही नियमित योगा व व्यायाम उन्हें जल्द स्वस्थ करेगा। पौष्टिक आहार उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, इसलिए वह आहार इस तरह से लें कि उन्हें लाभ पहुंचाए। इसके साथ ही परेशानी आने पर डाक्टर से परामर्श लें।

इनका कहना है :

कोविड-19 की की सैंपलिंग अधिक से अधिक करने के निर्देश संबंधति चिकित्सकों को दिए गए हैं। अब सैपलिंग की संख्या दो हजार के पहुंच गई है। लेकिन अच्छी बात यह है कि कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या कम आ रही है। लोगों को कोरोना के प्रति सावधानी बरतना ही बचाव का एकमात्र उपाय है।
डॉ. मनीष शर्मा, सीएमएचओ

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT