कल मिलेंगे जिले को 17 हजार कोविशील्ड डोज, फ्री लगेंगे
कल मिलेंगे जिले को 17 हजार कोविशील्ड डोज, फ्री लगेंगे Social Media
मध्य प्रदेश

Gwalior : कल मिलेंगे जिले को 17 हजार कोविशील्ड डोज, फ्री लगेंगे

राज एक्सप्रेस

ग्वालियर, मध्यप्रदेश। कोरोना की चौथी लहर की आशंका और इसके मद्देनजर की जा रही तैयारियों ने अब उन लोगों की चिंता बढ़ा दी है जिन्होने प्री-कॉशन डोज नहीं लिया हैं। अब ऐसे लोगों की चिंता संभवत: कल यानि शनिवार से दूर हो जाएगी, क्योकि एक बार फिर प्री-कॉशन डोज लगाए जाने की शुरुआत की जा रही है। इसके लिए कोविशील्ड की एक लाख डोज क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं के वैक्सीन हाउस में शनिवार को सप्लाई होगी। यह वैक्सीन पुणे से दिल्ली होते हुए फ्लाइट से ग्वालियर आएगी। यह एक लाख डोज 8 जिलों में वितरित किए जाएंगे। जबकि ग्वालियर को 17 हजार डोज कोविशील्ड के दिए जाएंगे। इनके मिलते ही कोविशील्ड का पहला और दूसरा टीका लगवाने वालों को प्री-कॉशन डोज लगाए जाने की शुरूआत की जाएगी।

कोरोना से बचाव के लिए कोविशील्ड की वैक्सीन पिछले एक महीने से अस्पतालों में नहीं है। प्रीकॉशन डोज लेने वाले लोगों को अस्पतालों से वापस लौटना पड़ रहा है। हांलाकि अब पहला व दूसरा कोविशील्ड का डोज लेने वालों को प्रीकॉशन डोज जल्द मिल जाएगा, लेकिन जिन लोगों ने कोर्विवैक्स का टीका लगवाया था उन्हे अभी और इंतजार करना पड़ेगा। दरअसल, कोविशील्ड व कोर्विवैक्स टीके काफी समय से अस्पतालों में नहीं मिल रहे है। वहीं कोरोना के काफी कमजोर होने से लोगों में भी इनकी उपयोगिता नहीं रही थी, लेकिन अब जब फिर से कोरोना की चौथी लहर की आंशका है तो ऐसे लोग जिन्होने प्रीकॉशन डोज नहीं लिया या फिर एक भी डोज नहीं लिया वह परेशान है।

जेएएच में 30 बिस्तर रिजर्व :

शासन से आए निर्देश के अनुसार प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 30 बिस्तर रिजर्व रखे है। लिहाजा जयारोग्य अस्पताल के टीबी वार्ड को रिनोवेट कर वहां अस्पताल प्रबंधन ने 30 बिस्तर तैयार कर उन्हे कोरोना ग्रसित मरीजों के लिए रिजर्व कर दिए है। ऑक्सीजन प्लांट व सप्लाई का भी पूरा निरीक्षण किया जा चुका है।

अब होगा कोविड टेस्ट :

खांसी-जुकाम और बुखार के लक्षणों वाले मरीजों का एहतियात के तौर पर कोविड टेस्ट कराया जाएगा। अस्पतालों में पंहुचने वाले इंफ्लुएंजा जैसी बिमारी(इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण(सीवियर एक्युट रेस्पिरेट्री इलनेस) के मरीजों की गहन निगरानी करते हुए उनका आरटीपीसीआर टेस्ट करने के भी निर्देश दिए गए है। दरअसल, मौसम के बदलाव से वायरल फीवर, सर्दी, खांसी व जुकाम के मरीजों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी हुई है। इस बीच कोरोना के खतरे के चलते अब शासन के निर्देशानुसार जेएएच सहित स्वास्थ्य विभाग ने सर्दी, खांसी व जुकाम के मरीजों के एहतियातन कोरोना टेस्ट करने का निर्णय लिया।

वायरल फीवर में सर्तक रहने के निर्देश :

कोरोना वायरस जैसे मिलतेजुलते लक्षणों की वजह से लोगों में संक्रमण की आशंका भी रहती है। वायरल फीवर के इन्हीं मामलों को देखते हुए जेएएच और स्वास्थ्य विभाग ने सभी चिकित्सकों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं, ताकि समय रहते कोरोना के मामले सामने आने पर उनका सही समय पर उपचार हो सके। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मरीज को कोविड टेस्ट करवाने के लिए किसी भी प्रकार का दबाव नहीं बनाना है। सर्दी, खासी और बुखार से पीड़ित व्यक्ति अपनी इच्छा के अनुसार कोरोना संक्रमण की जांच करवा सकते हैं।

फैक्ट फाइल :

  • 12 से 14 वर्ष के 24672 बच्चों को एक भी डोज नहीं लगा।

  • 15 से 17 साल के 29029 किशोर और किशोरी टीकाकरण नहीं लगा।

  • 18 साल से अधिक उम्र के 11096 लोगों ने अभी तक एक भी टीका नहीं लगवाया।

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