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मध्य प्रदेश

GWALIOR : 1.80 करोड़ में सवरेगी रेसकोर्स रोड़, ऑर्नामेंटन पोल, बेंच और पेड़ लगेंगे

Deepak Tomar

ग्वालियर,मध्यप्रदेश। गोला का मंदिर से स्टेशन बजरिया चौराहे तक सड़क के फुटपाथों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। 15 वें वित्त आयोग से मिली राशि से यह कार्य शुरू किया गया है। 1 करोड़ 80 लाख रुपय की लागत से सड़क के दोनों ओर के फुटपाथों को सवारा जा रहा है। माधवी नर्सरी को इस कार्य का टेण्डर मिला है। टेण्डर के अनुसार फुटपाथ के दोनों ओर बेंच लगाने के साथ फुटपाथ पर पेवर्स लगाना, ऑर्नामेंटन पौधे लगाने के साथ तीन साल तक का मेंटीनेंस किया जायगा। फरवरी में यह कार्य शुरू हुआ है जो चार महीने में पूरा किया जायगा।  सौँदर्यीकरण का कार्य होने के बाद लोग रेसकोर्स रोड़ के फुटपाथ गार्डन में बैठकर हरियाली का लुत्फ उठा सकेंगे।

15 वें वित्त आयोग द्वारा पर्यावरण में सुधार के लिए हर साल राशि दी जा रही है। पिछले दो साल में 100 करोड़ से अधिक पैसा मिल चुका है। इसमें 51 करोड़ रुपय इलेक्ट्रोनिक चार्जिग स्टेशन, फब्बारे लगाने, रोड़ स्वीपिंग मशीन खरीदने, फुटपाथ एवं सड़क किनारे घास उगाने, वाटर फोगर मशीन खरीदने सहित अन्य कार्य के लिए पैसा मिला था। इसके अलावा 51 करोड़ रुपय सीवर संबंधी कार्य के लिए मिले थे। दो साल में यह पैसा नगर निगम के पास मौजूद था लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते अधिकतर कार्य पूर्ण नहीं हो सके। अब उपलब्ध राशि से विभिन्न कार्य कराए जा रहे हैं। ऐसा ही एक कार्य रेस कोर्स रोड़ संवारने का है। गोला का मंदिर से स्टेशन बजरिया के बस स्टेण्ड चौराहे तक ढाई किलोमीटर लंबी सड़क का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। जनवरी में टेण्डर लगाए गए थे और मुरार की माधवी नर्सरी को यह कार्य मिला है। नर्सरी संचालक ने फुटपाथ के पास स्थित जमीन पर मिट्टी डालकर लेबल बराबर करने का कार्य शुरू कर दिया है। साथ ही फुटपाथ पर पेवर्स भी लगाए जा रहे हैं। चार महीने में ठेकेदार हर हाल में काम पूरा कर लेेगा।

हवा में धूल के कण कम करना है उद्देश्य

15 वित्त आयोग से जो राशि उपलब्ध कराई जा रही हैं उसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण में सुधार संबंधी कार्य करना है। हवा में धूल के कण बढ़ने से लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ रहा है। हवा के शुद्धीकरण का मानक बताने के लिए इसे पीएम 10 के स्तर पर जांचा जाता है। पीएम टेन का स्तर अगर 0 से 50 होता है इसे सबसे शुद्ध माना जाता है। इसके बाद 50 से 100 पर संतोष जनक और इसके बाद हवा प्रदूषित होती जाती है। पीएम 10 का स्तर कम करने के लिए सड़क किनारे पेवर्स के साथ घास लगाना और पौधे पर लगातार पानी की बौछार करने सहित अन्य कार्य कराना आवश्यक है। 

इस तरह किया जा रहा है कार्य

  • गोला का मंदिर से बस स्टेण्ड चौराहे तक ढाई किलोमीटर लंबी सड़क के दोनों तरफ सौंदर्यीकरण किया जायगा।

  • दोंनो तरफ दो बोरिंग की गई हैं जिनसे सुबह शाम पौधे में पानी डलेगा।

  • सड़क के दोनो तरफ पानी की नई पाईप लाईन डाली जायगी।

  • फुटपाथ पर पेवर्स लगेंगे और गड्ढों का भराव कर लेबल मेंटेन किया जायगा।

  • रात के समय उजाले के लिए ऑर्नामेंटल स्ट्रीट लाईट लगेंगी।

  • फूलदार एवं सुंदर वृक्षों के साथ ऑर्नामेंटर पौधे भी लगाए जायंगे। 

  • सड़क के दौंनो तरफ बेंच लगेंगी ताकि लोग आराम कर सकें। 

  • ऑपन एरिया में घास लगाकर पार्क जैसा लुक दिया जायगा। 

  • बॉक्स...पीएम 10 स्तर कम करने यह कार्य आवश्यक

  • सड़कों के पास बने फुटपाथ पर पेवर लगाकर हरियाली विकसित करना। 

  • इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशनों का निर्माण। 

  • फव्वारे लगाना।

  • रोड स्वीपिंग मशीन एवं फोगर खरीदना।

  • धूल मुक्त शहर

  • इलेक्ट्रिक वाहन को बढ़ावा देना

  • सीएनडी वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम विकसित करना

यह हैं एयर क्वालिटी इंडेक्स के मानक 

  • 0 से 50 सबसे शुद्ध हवा

  • 51 से 100 संतोष जनक

  • 100 से 200 संतुलित

  • 200 से 300 खराब

  • 301 से 400 बहुत खराब

  • 401 से 500 गंभीर

इनका कहना है

रेसकोर्स के दोनों तरफ के फुटपाथों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। इसके लिए टेण्डर हो चुके हैं और ठेकेदार ने काम भी शुरू कर दिया है। जो कार्य किए जा रहे हैं उनका तीन साल तक मेंटीनेंस भी ठेकेदार को करना है। 

किशोर कन्याल, निगमायुक्त 

15 वें वित्त आयोग से मिली राशि से रेसकोर्स रोड़ के दोनों तरफ के फुटपाथ एवं पार्कों का सौंदयीकरण किया जा रहा है। ठेकेदार ने काम शुरू कर दिया है। चार महीने में सभी कार्य पूर्ण हो जायंगे। इससे हवा में धूल के कण कम करने में मदद मिलेगी।

मुकेश बंसल, पार्क अधीक्षक, नगर निगम 

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