जीतू सोनी की गिरफ्तारी क्राइम ब्रांच की सबसे बड़ी उपलब्धि
जीतू सोनी की गिरफ्तारी क्राइम ब्रांच की सबसे बड़ी उपलब्धि Syed Dabeer Hussain - RE
मध्य प्रदेश

इंदौर : जीतू सोनी की गिरफ्तारी क्राइम ब्रांच की सबसे बड़ी उपलब्धि

Author : Pradeep Chauhan

इंदौर, मध्य प्रदेश। अपराधों को रोकने के लिए शुरु किए गए आपरेशन क्राइम कंट्रोल में क्राइम ब्रांच की महत्वपूर्ण भूमिका रही। 2020 में सवा लाख से ज्यादा के इनामी एवं 50 से ज्यादा दर्ज केस में जीतू सोनी को गिरफ्तार करना क्राइम ब्रांच की सबसे बड़ी उपलब्धि रही। कई पुराने कत्लों का खुलासा करने के साथ दर्जनों नकबजनी की वारदातों में भी आरोपियों को गिरफ्तार किया। बड़े-बड़े भूमाफियाओं के साथ जीतू सोनी को गिरफ्तार किया गया। नशे के खिलाफ जंग अभियान में भी 75 नशे के सौदागरों को सलाखों के पीछे किया। लाक डाउन में करीब 85 लाख की अवैध शराब जब्त की जो अहातों में बिक रही थी। 38 इनामी आरोपियों को गिरफ्तार किया। मोबाइल लूट की वारदातों के साथ एडवाइजरी कंपनी और नकली नोट, मिलावट खोरों पर भी शिकंजा कसा।

कई रसूखदार भी पहुंचे सलाखों के पीछे :

2020 में आपरेेशन क्राइम कंट्रोल चल रहा था। क्राइम ब्रांच को इसमें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली। क्राइम ब्रांच टीम के साथ ही विशेष इन्फारमर्स की टीम भी सक्रिय हुई और कई गंभीर अपराधों का पर्दाफाश हुआ। 2020 में सबसे बड़ी कार्रवाई जीतू सोनी की गिरफ्तारी को माना जाता है। फरार होने के बाद करीब सवा लाख रुपए से ज्यादा का इनाम घोषित होने के बाद भी कहीं सुराग नहीं मिल रहा था। करीब सात माह की फरारी के बाद जीतू सोनी का गुजरात के राजकोट से 16 किमी दूर अमरेली जिले के पैतृक गांव में होने की सूचना के बाद क्राइम ब्रांच ने यहां तीन दिन तक डेरा डाला, रात दिन निगरानी की और जीतू सोनी को गिरफ्तार किया। मानव तस्करी, देह व्यापार, रेप, अवैध कब्जे आदि से जुड़े मामले दर्ज होने के बाद फरार जीतू सोनी पर सवा लाख से ज्यादा का इनाम घोषित किया गया। क्राइम ब्रांच ने जीतू सोनी के साथ ही कई बड़े भूमाफियाओं को भी गिरफ्तार किया। युवराज उस्ताद, साजिद चंदनवाला, हैप्पी धवन, अरुण डागरिया, चंपू अजमेरा, बाबी छाबड़ा, संदीप रमानी, सतबीर छाबड़ा जैसे भू माफियाओं को भी गिरफ्तार कर कार्रवाई की, इनमें से ज्यादातर रसूखदार अपने राजनीति आकाओं के कारण कार्रवाई से बच जाते थे।

नशे के खिलाफ जंग में महत्वपूर्ण योगदान :

नशे के खिलाफ जंग का प्रदेश व्यापी अभियान चल रहा है। इसमें 2020 में क्राइम ब्रांच ने भी उल्लेखनीय सफलता पाई। गांजा तस्करों के खिलाफ इन्फारमर्स की टीम को सक्रिय किया उसके बाद करीब 140 किलो गांजा बरामद किया। ब्राउन शुगर बेचने वालों की धरपकड़ में भी क्राइम ब्रांच ने करीब 200 ग्राम ब्राउन शुगर बरामद की, नशीली टेबलेट का कारोबार भी शहर में पांव पसारने लगा है। इस पर अंकुश लगाने के लिए विशेष अभियान के तहत 8 हजार से ज्यादा अल्प्राजोलम की टेबलेट बरामद की हैं। 30 ग्राम एमडी बरामद किया। डेढ क्विंटल से ज्यादा भांग जब्त की गई। जनवरी से अब तक एनडीपीएस एक्ट के केसों में 75 से ज्यादा आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया।

करोड़ों रुपए की ठगी करने वाली एडवाइजरी कंपनियों पर छापे :

इनवेस्टमेंट कर जल्द फायदा दिलाने का झांसा देकर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाली एडवाइजरी कंपनियों पर भी क्राइम ब्रांच का डंडा चला। एडवाइजरी कंपनियों के बारे में शिकायत मिलने के बाद जांच का काम क्राइम ब्रांच की टीम को सौंपा गया। इन्फारमर्स और टीम सक्रिय हुई। इसके बाद एडवाइजरी की 16 कंपनियों पर छापे मारकर इसके संचालक मालिक सहित 22 आरोपी गिरफ्तार किए गए। इन एडवाइजरी कंपनियों के खिलाफ दर्ज मामलों में अब भी कई आरोपी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है। इसके साथ ही एक ऐसे काल सेंटर का भी खुलासा हुआ जो इंदौर में बैठे-बैठे अमेरिकन्स को डरा-धमका कर ठग रहा था।

32 लाख के मोबाइल, 22 लाख के नकली नोट जब्त :

नकबजनी और लूट के कई अनसुलझे मामलों का भी क्राइम ब्रांच ने खुलासा किया। 154 मोबाइल लूट की वारदातों में 257 मोबाइल बरामद किए गए। इन मोबाइल की कीमत करीब 32 लाख रुपए थी। इसके साथ ही कई वाहन चोरों को सलाखों के पीछे भेजा। शहर में फैल रहे नकली नोट के जाल का भी पर्दाफाश किया एक दर्जन से ज्यादा ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जो बाजार में नकली नोट चला रहे थे इनके 22 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए।

नकली घी के साथ 3.90 लाख के इनामी आरोपियों को भी दबौचा :

मिलावट के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में क्राइम ब्रांच ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। केवल क्राइम ब्रांच ने 10 फर्म पर छापे मारे वहां से लाखों रुपए का माल बरामद किया गया। इन फर्म में नकली घी, नकली उर्वरक, खोपरा बूरा, नकली ब्रांडेड कपड़े एवं नकली आरओ मिले। क्राइम ब्रांच ने मिलावट के खिलाफ अभियान के साथ ही फरार इनामी आरोपियों को भी गिरफ्तार किए। 2020 में 38 इनामी फरारी आरोपियों को गिरफ्तार किया। इन आरोपियों पर कुल 3 लाख 90 हजार के इनाम घोषित थे।

12 हजार लीटर से ज्यादा 85 लाख की अवैध शराब बरामद :

22 मार्च को लाकडाउन के लागू होने के साथ ही पुलिस विभाग को अतिरिक्त कार्य करना पड़ा। उस दौरान क्राइम ब्रांच की टीम ने भी भरपूर सहयोग किया। क्राइम ब्रांच की टीम ने कोरोना वारियर्स के साथ अपनी ड्यूटी को भी अंजाम दिया। यही वजह रही कि लॉक डाउन के दौरान अहातों में शराब बिकने की सूचना पर छापे मारे और दो दर्जन से ज्यादा मामलों में करीब 85 लाख रुपए की अवैध शराब बरामद कर 60 से ज्यादा आरोपियों को अवैध शराब बेचते गिरफ्तार किया। क्राइम ब्रांच ने इस दौरान 12 हजार लीटर से ज्यादा अवैध शराब बरामद करने में सफलता पाई।

अपराधों को रोकना ही क्राइम ब्रांच का उद्देश्य-एएसपी :

वर्तमान में क्राइम ब्रांच एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर टीम के साथ मिलकर अपराधों को रोकने एवं आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजने के काम में जुटे हैं। एएसपी पाराशर कहते हैं कि अपराधों को रोकने के लिए क्राइम ब्रांच सक्रिय रहती है। इन्फारमर्स के साथ ही टीम के सभी सदस्य जी जान से अनसुलझे मामलों को सुलझाने में जुटे रहते हैं। आपरेशन क्राइम कंट्रोल के तहत इंदौर में हर तरह के अपराधों को रोकना ही हमारा उद्देश्य है। बीते वर्ष कई अंधे कत्लों का खुलासा भी किया गया जो लंबे अरसे से अनसुलझे थे। वाहन चोरों से लेकर नकबजन गैंग, भूमाफियाओं एक ठगों पर भी कार्रवाई की गई।

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