Jiwaji University
Jiwaji University  RE-Gwalior
मध्य प्रदेश

Jiwaji University : कॉलेजों की दोहरी नीति से नाराज छात्र, ईसी मेम्बरों से की शिकायत

Manish Sharma

ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय में बीए, बीएससी, बीकॉम प्रथम वर्ष के सर्टिफिकेट कोर्स न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत एडिमशन लेने वाले विद्यार्थियों के साथ दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है। यहां अंचलभर के महाविद्यालयों में प्रथम वर्ष पास करने वाले नियमित व स्वाध्यायी छात्र-छात्राएं अपने कॉलेज ट्रांसफर या स्टेट्स में बदलाव चाहते हैं तो अधिकारी कुछ एक विद्यार्थियों को लाभ पहुंचा रहे हैं। इसे लेकर कई विद्यार्थियों ने कार्यपरिषद् सदस्यों से शिकायत की है जिस पर उन्होंने सख्त आपत्ति दर्ज कराई है।

जेयू में परीक्षा व गोपनीय विभाग से जुड़े अधिकारियों ने एमजेएम महाविद्यालय मुरैना, गणेश शंकर महाविद्यालय विजयपुर, खेड़ापति सरकार महाविद्यालय इंदरगढ़ सहित अन्य महाविद्यालयों में दूसरे महाविद्यालयों के नियमित विद्यार्थियों को ट्रांसफर कर दिया है। इसकी भनक लगते ही अन्य महाविद्यालयों के विद्यार्थी सक्रिय हुए और वह सहायक कुलसचिव से लेकर परीक्षा नियंत्रक तक आवेदन पहुंचाने लगे, लेकिन इन आवेदनों पर अधिकारी कोई विचार नहीं कर रहे हैं। इस संबंध में शुक्रवार को छात्र-छात्राओं ने कार्यपरिषद सदस्य डॉ. शिवेन्द्र सिंह राठौड़ व डॉ. संगीता कटारे से मिलकर शिकायत दर्ज कराई और कहा कि दूसरे महाविद्यालय के विद्यार्थियों को नियमित व स्वाध्यायी परीक्षार्थी के रूप में इधर से उधर ट्रांसफर किए जा रहे हैं, लेकिन हमने आवेदन किए तो अधिकारी वापस लौटा रहे हैं। इस पर कार्यपरिषद् सदस्यों ने अधिकारियों से बात की तो एक-दूसरे पर टालते नजर आए। लिहाजा अब कार्यपरिषद् सदस्यों ने मय कॉलेजों के प्रमाण सहित कार्यपरिषद् में जवाब मांगने की तैयारी कर ली है। उनका कहना है कि छात्र-छात्राओं के साथ समान व्यवहार होना चाहिए।

इनका कहना है

हमारे पास कुछ छात्र-छात्राएं ऐसे आए थे, जो अपने महाविद्यालयों में परिवर्तन करना चाहते हैं। उन्होंने अन्य कॉलेजों के प्रमाण भी दिए है। जब अधिकारियों से बात की तो वह गोलमोल जवाब दे रहे हैं इसलिए कार्यपरिषद् में एक समान निर्णय लिया जाएगा।

डॉ. शिवेन्द्र सिंह राठौड़ कार्यपरिषद् सदस्य, जीवाजी विश्वविद्यालय

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