किन्नर चढ़ा पुलिस के हत्थे
किन्नर चढ़ा पुलिस के हत्थे Social Media
मध्य प्रदेश

समुदाय से बाहर निकाला तो किन्नर ने कर लिया दुधमुंही बच्ची का अपहरण

Author : Priyanka Yadav

राज एक्सप्रेस। मध्यप्रदेश से एक भयानक मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार 20 दिसंबर को सलकनपुर से एक निर्धन परिवार की छह माह की बच्ची का अपहरण कर लिया गया था। आपको बता दें कि जिस किन्नर ने बच्ची का अपहरण किया था उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है ।

जानिए क्या है पूरा मामला

आपको बता दें कि सीहोर जिले की तहसील रेहटी में 20 दिसंबर को सलकनपुर से एक किन्नर ने 6 माह की बालिका का अपहरण कर लिया था, दरअसल यह निर्धन परिवार सलकनपुर में टैंट लगाकर पन्नी बीनने का काम करता था। छह माह की बच्ची का अपहरण इस क्षेत्र में पहली घटना मानी जा रही थी। जो पुलिस के लिए बड़ी चुनौती के रूप में सामने आई थी। फुटेज खंगालने के बाद पुलिस को एक अज्ञात किन्नर पर शंका हुई।

पुलिस ने सेठानी घाट होशंगाबाद से किन्नर को किया गिरफ्तार

जहां पूरे एक माह में इस निर्धन परिवार की 6 माह की बच्ची को और किन्नर को पुलिस ने सेठानी घाट होशंगवाद से गिरफ्तार कर लिया है। जहां न्यायालय में पेश करने के बाद दो दिन की रिमांड पुलिस को मिली है। ताकी अन्य अपराध इस किन्नर द्वारा किए गए हों तो, उसके बारे में पूछताछ की जाएगी। पुलिस के लिए चुनौती बने किन्नर को पकड़ने के लिए रेहटी पुलिस राजस्थान भी गई, बच्ची के माता-पिता गरीब होने के कारण सारा खर्च पुलिस ने ही उठाया है।

बच्ची को उसकी मां को सौंप दिया गया

वहीं छह माह की बच्ची को उसकी मां को सौंप दिया गया है। जहां उसकी मां आरती अपनी दुधमुंही बच्ची को पाकर फूली नहीं समा रही है। इस किन्नर को पकड़ने के लिए पुलिस कप्तान एसएस चौहान, उप पुलिस अधिक्षक, एसडीओपी बुदनी के मार्गदर्शन में और टीआई के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया।

जिसमें एसआई रोहित सिंह भदोरिया, राजू मकोड़, आरक्षक धर्मेद्र, बलराम सिसोदिया की भूमिका सराहनीय रही है। इस संबंध में टीआई रविंद्र यादव, एसआई रोहित सिंह भदोरिया ने बताया कि यह किन्नर पहले पुरुष था और इसने किन्नर बनने का इंजेक्शन लगवा लिया था और ये किन्नरों की टीम में रहता था, लेकिन इसकी गलत हरकतों के कारण किन्नरों ने उनकी टीम से बाहर कर दिया था। छोटी बच्ची को ले जाने के पीछे इस नकली किन्नर का उद्देश्य बच्ची को बड़ा करके उससे भिक्षावृत्ति करवाना था।

ऐसे पहुंची पुलिस किन्नर तक

20 दिसंबर को सलकनपुर से छह माह की बच्ची को रात्रि में उठा ले जाने के बाद यह बच्ची को लेकर होशंगबाद सेठानी घाट पहुंचा। उसके बाद बच्ची को यहां वहां रखकर यह कुरावर नरसिंहगढ़ पहुंचा। इसी बीच जंगल में बच्ची को लेटाकर शौच के लिए जंगल चला गया। इसी बीच जंगल में लकड़ी बीनने वालों ने जब बच्ची को देखा तो उन्होंने 100 डायल को फोन लगा दिया। 100 डायल को देख यह किन्नर वहां से भाग निकला। उसके बाद नरसिंहगढ़ पुलिस और राजगढ़ पुलिस ने इस बच्ची को संभाला। उसके बाद इसे होशंगबाद से गिरफ्तार कर बच्ची को नरसिंहगढ़ से लाकर परिजनों को सौंपा।

यह किन्नर पहले पुरुष था और इसने किन्नर बनने का इंजेक्शन लगवा लिया था और ये किन्नरों की टीम में रहता था लेकिन इसकी गलत हरकतों के कारण किन्नरों ने उनकी टीम से बाहर कर दिया था। छोटी बच्ची को ले जाने के पीछे इस नकली किन्नर का उद्देश्य बच्ची को बड़ा करके उससे भिक्षावृत्ति करवाना अपहरण का कारण था।
मिली जानकारी के अनुसार

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